वंडरर्स टेस्ट: द. अफ्रीका से सीरीज गंवा चुकी टीम इंडिया ‘व्हाइटवॉश’ से बचने उतरेगी

Last Updated 22 Jan 2018 01:01:32 PM IST

दक्षिण अफ्रीका से सीरीज गंवा चुकी नंबर वन भारतीय क्रिकेट टीम मंगलवार से शुरू होने जा रहे तीसरे और सीरीज के आखिरी क्रिकेट टेस्ट में सम्मान बचाने के साथ मेजबान टीम के हाथों व्हाइटवॉश से भी बचने उतरेगी.


जोहांसबर्ग: अभ्यास सत्र के दौरान हार्दिक पांड्या, दिनेश कार्तिक और जसप्रीत बुमराह

भारत ने पहला मैच दक्षिण अफ्रीका से 72 रन से और दूसरा मैच 135 रन से हारा था और वह सीरीज पहले ही 0-2 से गंवा चुकी है. ऐसे में तीसरा मैच भले ही परिणाम के लिहाज से उसके लिये अहम न हो लेकिन दुनिया की नंबर एक टीम होने के नाते प्रतिष्ठा के लिहाज से काफी अहम होगा.   
         
विराट कोहली के नेतृत्व में टीम इंडिया ने अंतिम मैच में जीत के लिये मैच से पहले कड़ा अभ्यास भी शुरू कर दिया है और बल्लेबाजी क्रम में अजिंक्या रहाणे की वापसी के भी संकेत मिल रहे हैं जिन्हें पिछले मैचों में बाहर रखे जाने को लेकर कप्तान को काफी आलोचना झेलनी पड़ी है. हालांकि रहाणे को बाहर रखे जाने से अंतिम एकादश में किस खिलाड़ी को बाहर बैठना होगा यह साफ नहीं है.
       
वंडर्स पिच की बात करें तो यह मैदान भारतीय टीम के लिये सफल रहा है और दक्षिण अफ्रीका में एकमात्र जीत उसे इसी मैदान पर वर्ष 2006 में मिली थी. यह मैच भारत ने 123 रन से जीता था जिसमें शांतकुमार श्रीसंत के पांच विकेट की अहम भूमिका थी.

इसके अलावा उसने दिसंबर 2013 में यहां एक मैच ड्रा भी कराया है जबकि केपटाउन और सेंचुरियन मैदानों की तुलना में मेबान टीम को इस मैदान पर खास सफलता नहीं मिली है.

टेस्ट रैंकिंग में भारत से एक पायदान नीचे दूसरे नंबर पर काबिा दक्षिण अफ्रीका भी इस मैच में अपनी घरेलू परिस्थितियों का फायदा उठाते हुये यहां क्लीन स्वीप करना चाहेगी.

अफ्रीकी टीम को अपने ते गेंदबाजों के दम पर पिछले दोनों मैचों में बड़ी सफलता मिली है तो वहीं भारत के बल्लेबा फ्लॉप साबित हुये. ऐसे में टीम इंडिया के एकादश में रहाणे की
वापसी और उनके प्रदर्शन पर सभी की निगाहें रहेंगी.
         
दूसरी ओर भारतीय गेंदबाजों ने अभी तक कमाल का प्रदर्शन किया है जिसमें इशांत शर्मा तथा मोहम्मद शमी खासे सफल रहे हैं. पहले केपटाउन मैच में भुवनेश्वर कुमार सफल रहे थे और एकादश में तीनों तेज गेंदबाजों की तिकड़ी का जलवा फिर से देखने को मिल सकता है. भुवनेश्वर को हालांकि सेंचुरियन में बाहर बैठाया गया था लेकिन वंडर्स में माना जा रहा है कि वह वापसी को तैयार हैं.
         
इसके अलावा जसप्रीत बुमराह और उमेश यादव भी तेज गेंदबाज आक्रमण का अहम हिस्सा हैं और उनकी बदौलत गेंदबाजी विभाग में विभिन्नता दिखाई दे रही है. यदि टीम पांच गेंदबाजों के साथ उतरने पर विचार करती है तो ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को बेंच पर बैठाया जा सकता है. हालांकि अिन निचले क्रम पर अच्छे जसाबित होते हैं. वहीं सेंचुरियन में अश्विन और ते गेंदबाज शमी पांच-पांच विकेट लेकर काफी सफल रहे थे.
         
बल्लेबाजी क्रम में निश्चित ही कप्तान विराट के बल्ले से बड़े स्कोर की उम्मीद होगी जिन्होंने पिछले मैच की पहली पारी में 153 रन बनाये थे. हालांकि दूसरी पारी में वह पांच रन ही बना सके और बाकी बल्लेबाजों से भी टीम को कोई मदद नहीं मिली थी जिसे लेकर बाद में कप्तान ने सभी को काफी लताड़ा भी था.

वार्ता


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