नये-पुराने के मेल संग मजबूत शुरूआत के लिये उतरेगा भारत
श्रीलंका सीरीज के मंगलवार को मुकाबले के लिये नये एवं युवा और अनुभवी चेहरों के मेल से सजी भारतीय टीम विजयी शुरूआत के इरादे से उतरेगी.
फाइल फोटो |
एशिया कप और फिर आईसीसी विश्वकप ट्वंटी 20 टूर्नामेंट से पहले अभ्यास के लिहाज से महत्वपूर्ण मानी जा रही श्रीलंका सीरीज के मंगलवार को पहले मुकाबले के लिये नये एवं युवा और अनुभवी चेहरों के मेल से सजी भारतीय टीम विजयी शुरूआत के इरादे से उतरेगी.
आस्ट्रेलिया के खिलाफ उसी के जमीन पर ट्वंटी 20 सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप करने वाली टीम इंडिया घरेलू जमीन पर भी इसी लय को कायम रखने का इरादा रखती है.
भारत के पास श्रीलंका सीरीज में अच्छा प्रदर्शन करने का मुख्य मकसद फिलहाल सीरीज जीतना नहीं बल्कि एशिया कप और मार्च में अपनी मेजबानी में होने वाले विश्वकप के लिये तैयारियों को भी पुख्ता करना है.
कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में पवन नेगी, जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पांड्या युवा और नये चेहरे हैं जिन्हें विश्वकप के लिये भी टीम का हिस्सा बनाया गया है और उनके लिये बड़े टूर्नामेंटों में उतरने से पहले यह तैयारी का आखिरी और अहम मौका होगा जब उन्हें अंतरराष्ट्रीय टीम और पूर्व ट्वंटी 20 चैंपियन श्रीलंका के खिलाफ खेलने का मौका मिल रहा है.
इसके अलावा अनुभवी आफ स्पिनर हरभजन सिंह, तेज गेंदबाज आशीष नेहरा और आलराउंडर युवराज सिंह भी विश्वकप टीम में जगह बनाने में कामयाब रहे हैं.
टीम से बाहर रहने और फिर वापसी के बाद आईसीसी टूर्नामेंट के लिये टीम में जगह बनाने तक का सफर तय करने वाले इन खिलाड़ियों के लिये भी अपनी उपयोगिता और चयन को साबित करने के लिये श्रीलंका के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करने का मौका रहेगा.
श्रीलंका के खिलाफ भारतीय टीम में स्टार खिलाड़ी विराट कोहली को आराम दिया गया है और उनकी गैर मौजूदगी जरूर महसूस होगी. आस्ट्रेलिया दौरे पर टीम का हिस्सा रहे विराट के अलावा रिषी धवन, गुरकीरत सिंह मान और उमेश यादव श्रीलंका के खिलाफ सीरीज से बाहर हैं लेकिन टीम में कुछ नये चेहरों को भी शामिल किया गया है जिनमें आलराउंडर मनीष पांडे, तेज गेंदबाज भुवनेर कुमार और पवन नेगी कमी को पूरा कर सकते हैं.
भुवनेर और अजिंक्या रहाणे दोनों ही आस्ट्रेलिया के खिलाफ ट्वंटी 20 सीरीज में चोट के कारण बाहर हो गये थे लेकिन दोनों ही फिट होकर वापसी कर रहे हैं.घरेलू टूर्नामेंट में कमाल के प्रदर्शन की बदौलत विकप टीम का हिस्सा बने और आईपीएल नीलामी में आठ करोड़ से अधिक रकम पाने वाले नेगी पर भी सभी की निगाहें लगी हैं. नेगी ने सैयद मुश्ताक अली ट्वंटी 20 घरेलू टूर्नामेंट में दिल्ली के लिये नौ मैचों में 173 रन बनाये थे और 33.66 के औसत से छह विकेट भी हासिल किये थे.
युवा खिलाड़ियों में मध्यम तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पांड्या भी अहम साबित हो सकते हैं. दोनों खिलाड़ी विश्वकप टीम का हिस्सा हैं और आस्ट्रेलिया दौरे में टीम के साथ रह चुके हैं. निश्चित ही इन युवा खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय टीम के सीनियर खिलाड़ियों से लेकर चयनकर्ताओं को प्रभावित किया है. बुमराह आस्ट्रेलिया में तीन मैचों में 17.16 के औसत से छह विकेट लेकर सबसे सफल गेंदबाज रहे थे जबकि पांड्या ने तीन विकेट लिये थे.
आस्ट्रेलिया में वनडे सीरीज में नाबाद 104 रन की पारी खेलने वाले मनीष पांडे को भी श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में जगह मिली है. हालांकि अच्छे प्रदर्शन के बावजूद चयनकर्ताओं ने पांडे की जगह अनुभवी अजिंक्या रहाणो पर भरोसा जताते हुये विकप टीम में लिया है. लेकिन मनीष श्रीलंका के खिलाफ यदि प्रभावित करते हैं तो उनके पास भविष्य में राष्ट्रीय टीम में स्थायी जगह पाने का यह सुनहरा अवसर साबित हो सकता है.
भारतीय टीम में रोहित शर्मा, शिखर धवन का ओपनिंग जोड़ी के रूप में उतरना तय है जबकि विराट की अनुपस्थिति में मनीष को ऊपरी क्रम में मौका मिल सकता है. वहीं मध्यक्रम में रैना, धोनी, जडेजा, युवराज की मौजूदगी से टीम इंडिया श्रीलंका के खिलाफ मजबूत दिखाई दे रही है.
गेंदबाजी क्रम को देखें तो तेज गेंदबाजों में नेहरा, बुमराह, भुवनेश्वर हैं जबकि स्पिनरों में अनुभवी हरभजन और रविचंद्रन अश्विन, जडेजा प्रमुख हैं. आस्ट्रेलिया में नेहरा और युवराज का प्रदर्शन काफी औसत रहा था. नेहरा ने तीन मैचों में केवल दो विकेट लिये थे तो युवराज ने भी दो ही विकेट लिये थे और उन्हें तीन में से दो मैचों में बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला था.
34 साल के युवराज और 35 वर्षीय हरभजन वर्ष 2007 में भी विश्वकप ट्वंटी 20 टीम का हिस्सा रहे थे जिसे भारत ने जीता था. इसमें भी धोनी कप्तान थे और एक बार फिर भारत की कोशिश अपने सफल कप्तान के नेतृत्व में इसे दोहराने की है. हालांकि उसके बाद से काफी कुछ बदला है.
युवराज काफी समय टीम से बाहर रहने के बाद वापसी कर रहे हैं. वर्ष 2014 में विश्वकप ट्वंटी 20 में श्रीलंका के खिलाफ फाइनल मैच में भी युवराज टीम का हिस्सा थे लेकिन भारत खिताबी मुकाबला जीत नहीं सका था. ऐसे में इशांत शर्मा, उमेश यादव, भुवनेश्वर कुमार, मनीष पांडे जैसे कई खिलाड़यिों को छोड़कर इन अनुभवी और उम्रदराज खिलाड़ियों पर चयनकर्ताओं ने जो भरोसा दिखाया है उसे इन्हें साबित करना होगा.
हालांकि यदि श्रीलंकाई टीम को देखें तो पूर्व चैंपियन टीम में भी काफी कुछ बदला है. एंजेलो मैथ्यूज, लसित मलिंगा, नुवान कुलशेखरा, रंगना हेरात, नुवान प्रदीप जहां चोट के कारण ट्वंटी 20 टीम का हिस्सा नहीं हैं तो कुमार संगकारा और माहेला जयवर्धने जैसे अनुभवी दिग्गज खिलाड़ी अब रिटायर हो चुके हैं.
वह श्रीलंकाई टीम जिसने भारत को 2014 ट्वंटी 20 विश्वकप फाइनल में हराया था वह अब बदलाव के दौर से गुजर रही है और पिछले कुछ समय में उसके प्रदर्शन में यह दिखाई दिया है.
हाल ही में न्यूजीलैंड दौरे में श्रीलंका ने अपने दोनों टेस्ट, पांच मैचों की सीरीज 1-3 से और दोनों ट्वंटी 20 मैच हारे थे. भारत की जमीन पर खेलने का भी दबाव श्रीलंकाई टीम पर होगा. दिनेश चांडीमल की कप्तानी में उतर रही श्रीलंकाई टीम में तिलकरत्ने दिलशान, तिषारा परेरा, सेनानायके ही सबसे अधिक अनुभवी चेहरे हैं जबकि 24 साल के दनुष्का गुनाथिलाका, 22 साल के कसुन राजिथा, 24 साल के दसुन शनाका जैसे कई नये और युवा चेहरे हैं.
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