हम 500 रन वाली पिचों से अच्छे गेंदबाज तैयार नहीं कर सकते : कोहली

Last Updated 28 Nov 2015 06:05:49 AM IST

भारतीय कप्तान विराट कोहली ने स्पष्ट किया कि स्पिनरों की मददगार पिचें तैयार करने की कोई 'नीति' नहीं है लेकिन सपाट बल्लेबाजी के अनुकूल विकेट पर खेलने से कभी मैच विजेता गेंदबाज तैयार किये जा सकते.


भारतीय कप्तान विराट कोहली (फाइल फोटो)

कोहली ने शुक्रवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन भारत की जीत के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, \'\'यह नीति नहीं है. भारत में हमें ऐसी परिस्थितियां मिलती है. अन्यथा टेस्ट मैचों में 500 रन बनाकर आप इस तरह के गेंदबाज तैयार नहीं कर सकते और टेस्ट मैच नहीं जीत सकते. मैंने पहले भी कहा था कि टेस्ट मैच जीतना अहम है. आप दुनिया में कहीं भी जाओ आपको वहां की परिस्थितियों का सामना करने के लिये तैयार होना चाहिए और उसी हिसाब से अपने खेल से तालमेल बिठाना पड़ता है.\'\'

यहां तक वह उन लोगों पर ताना कसने से भी नहीं चूके जिन्होंने श्रीलंका में गाले टेस्ट मैच में हारने के बाद भारत की स्पिनरों की मददगार पिचों पर नहीं खेलने के लिये आलोचना की थी.

कोहली ने कहा, \'\'मुझे याद है कि कुछ समय पहले गाले में हमारी पारी ढह गयी थी और किसी ने कहा कि हमारी बल्लेबाजी में तेज गेंदबाजों के सामने सुधार हो गया है, लेकिन हम यह नहीं जानते कि स्पिनरों को कैसे खेलना है और अब जबकि हम स्पिनरों की मददगार पिच पर खेल रहे हैं तो यह भी समस्या बन गयी है. मैं नहीं जानता कि हमें आखिर संतुलन कहां मिलेगा.\'\'

भारतीय कप्तान दूसरे देशों के खिलाड़ियों (किसी का नाम लिये बिना) की आलोचना की कि हजारों मील दूर बैठकर वे पिच को लेकर आलोचना कैसे कर सकते हैं.

कोहली ने कहा, \'\'मैं नहीं जानता कि इस मामले को इतनी हाइप क्यों दी गयी है. पिच को लेकर कई लोग कई चीजें लिख रहे हैं कि यह ऐसी नहीं होनी चाहिए थी या बहुत अधिक टर्न ले रही है. वे दूसरे देशों में बैठकर भारत में पिचों के बारे में बात कर रहे हैं.\'\'

उन्होंने कहा कि हाशिम अमला और फाफ डु प्लेसिस ने दिखाया कि यदि आप पूरी एकाग्रता के साथ खेलते हो तो इस तरह की पिच पर टिका जा सकता है. कोहली ने कहा, \'\'यह केवल मानसिकता से जुड़ा मसला है. लोग अपने विचार रख रहे है और वे ऐसा करने के लिये स्वतंत्र हैं. लेकिन हम ऐसा नहीं मानते. आज दो खिलाड़ियों (अमला और डु प्लेसिस) ने शानदार उदाहरण पेश किया कि इस पिच पर एकाग्रता और अपने पूरे कौशल से खेलने पर टिका जा सकता है.\'\'

रविचंद्रन अश्विन ने कहा था कि भारतीय कभी विदेशी पिचों को लेकर शिकायत नहीं करते और कोहली ने भी उनकी हां में हां मिलायी. उन्होंने कहा, \'\'जब हमें चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है तो हमने कभी शिकायत नहीं की और भविष्य में भी ऐसा नहीं करेंगे. हम अपने खेल में सुधार करने की कोशिश करेंगे. लोग इसके बारे में बात कर सकते हैं और चुप भी रह सकते हैं. सचाई यह है कि हमने श्रृंखला जीत ली है. हमने दो मैच जीत लिये है और श्रृंखला हमारे नाम हो चुकी है और हम इससे खुश हैं.\'\'

कोहली ने इसके साथ ही कहा कि पिछले कुछ वर्षों में दक्षिण अफ्रीका को छोड़कर बाकी सभी टीमों ने केवल घरेलू पिचों पर अच्छा प्रदर्शन किया है. दक्षिण अफ्रीका ने विदेशी सरजमीं पर पिछले नौ साल में पहली बार श्रृंखला गंवायी.


उन्होंने कहा, \'\'यदि आप पिछले कुछ वर्षों के आंकड़ों पर गौर करो तो टीमों का घरेलू श्रृंखलाओं में दबदबा रहा. टेस्ट क्रिकेट ऐसे ही आगे बढ़ रहा है. विदेशों में जीत दर्ज करने वाली केवल एक या दो टीमें हैं. इसके लिये जज्बा चाहिए. हमेशा ऐसा नहीं होगा.\'\'

कोहली ने कहा, \'\'यह टीम नौ साल से हारी नहीं थी. इस तरह के रिकार्ड को बरकरार रखना आसान नहीं होता है. उन्हें श्रेय जाता है कि वे नौ साल तक नहीं हारे लेकिन मैं अपने खिलाड़ियों को भी श्रेय दूंगा जिन्होंने उन पर समान दबाव बनाया और श्रृंखला जीती.\'\'

उन्होंने कहा, \'\'एक टीम के रूप में हमें लगता है कि हमें स्पिन के खिलाफ अपने खेल में सुधार करना होगा. हम भी सीख रहे हैं और भविष्य में हमें उपमहाद्वीप में ढेरों टेस्ट मैच खेलने हैं और हमें टेस्ट मैचों के अनुकूल अपने खेल में सुधार करना होगा.\'\' कोहली ने अपने स्पिन गेंदबाजों की तारीफ करते हुए कहा कि बल्लेबाजों ने अनुकूल प्रदर्शन नहीं किया.

उन्होंने कहा, \'\'मैंने मोहाली में कहा था कि एक या दो बल्लेबाजों को छोड़कर हमारे बल्लेबाज टिककर नहीं खेल पाये. लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के लिये आपको बल्लेबाजी समूह के रूप में अच्छा प्रदर्शन करना होगा. ऐसा नहीं हुआ और बड़ा स्कोर नहीं बना.\'\'

कोहली ने कहा कि मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा और शिखर धवन (दूसरी पारी में) दिखाया कि रन बनाये जा सकते हैं. उन्होंने कहा, \'प्रतिबद्धता दिखाने पर आप रन बना सकते हो. मोहाली में हमारे बल्लेबाजों ने ऐसा किया. विजय ने पहली पारी में शानदार शुरूआत की. पुजारा ने दूसरी पारी में अच्छी बल्लेबाजी और यहां शिखर ने 40 के करीब (39 रन) रन बनाये.\'\'

उन्होंने अश्विन और रविंद्र जडेजा के अलावा इशांत शर्मा और अमित मिश्रा के प्रयासों की भी सराहना की. उन्होंने कहा, \'\'अश्विन और जडेजा की तरह इनके प्रयास भी सराहनीय रहा. मिश्रा ने हमें महत्वपूर्ण सफलताएं दिलायी.\'\'

 



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