मैथ्यूज के शतक के बावजूद भारत की श्रीलंका पर मजबूत पकड़, 157 रन की बढ़त
श्रीलंकाई कप्तान एंजेलो मैथ्यूज के जुझारू शतक के बावजूद भारत ने दूसरे क्रिकेट टेस्ट के तीसरे दिन पहली पारी में 87 रन की अहम बढत लेकर दबाव बना दिया.
मुरली विजय ने नाबाद 39 रन बनाए. |
अपने शुक्रवार के स्कोर तीन विकेट पर 140 रन से आगे खेलते हुए श्रीलंका एक समय पर बढत लेने की ओर बढ रहा था जब मैथ्यूज (102) और लाहिरू थिरिमाने (62) ने चौथे विकेट के लिये 127 रन जोड़े. इसके बाद हालांकि उसके आखिरी सात विकेट 65 रन के भीतर गिर गए.
चाय ब्रेक के कुछ देर बाद श्रीलंकाई पारी 306 रन पर सिमट गई. भारत के लिये लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने 21 ओवर में 43 रन देकर चार विकेट लिये. ईशांत शर्मा और आर अश्विन को दो-दो विकेट मिले.
भारत ने पहली पारी के शतकवीर केएल राहुल (2) का विकेट पहले ही ओवर में गंवा दिया जिसे धम्मिका प्रसाद ने आउट किया. इसके बाद हालांकि मुरली विजय (नाबाद 39) और अजिंक्य रहाणे (नाबाद 28) ने संभलकर खेलते हुए तीसरे दिन के आखिर तक भारत को एक विकेट पर 70 रन तक पहुंचाया. भारत के पास अब कुल 157 रन की बढत हो गई है. तीसरे दिन के खेल का आकषर्ण मैथ्यूज की शतकीय पारी रही जिसने अपनी पारी में 12 चौके जड़े.
अभी पूरे दो दिन का खेल बाकी है लिहाजा भारत बड़ा स्कोर बनाकर पी सारा ओवल की पिच पर श्रीलंका को विशाल लक्ष्य देना चाहेगा. विकेट टूटने लगी है और इस पर आखिरी दो दिन बल्लेबाजी करना आसान नहीं होगा.
पहला सत्र श्रीलंका के नाम रहा जिसने लंच तक तीन विकेट पर 224 रन बना लिये थे. मैथ्यूज और थिरिमाने ने सुबह के सत्र में 28 ओवरों में 84 रन जोड़े. श्रीलंका ने कल के स्कोर तीन विकेट पर 140 रन से आगे खेलते हुए सुबह कोई विकेट नहीं गंवाया. ईशांत शर्मा सुबह पांचवीं गेंद पर थिरिमाने को आउट कर सकते थे लेकिन उनका शाट पहली स्लिप से कुछ आगे रह गया और विकेटकीपर रिधिमान साहा डाइव लगाकर भी कैच नहीं लपक सके.
ईशांत ने लंच के बाद के स्पैल से मैच का नक्शा बदल दिया. उसने पहले थिरिमाने को विकेट के पीछे लपकवाया. बारिश के कारण कुछ देर खेल रूका. खेल बहाल होने के बाद पहले टेस्ट के हीरो दिनेश चांदीमल (11) भी ईशांत की गेंद पर पहली स्लिप में राहुल को कैच देकर लौटे.
मैथ्यूज ने अपना छठा टेस्ट शतक 98वें ओवर में 164 गेंदों पर पूरा किया. इस बीच विराट कोहली को उस ओवर में उपचार के लिये बाहर जाना पड़ा और अजिंक्य रहाणे ने कप्तानी संभाली.
शतक जमाने के बाद मैथ्यूज ज्यादा देर टिक नहीं सके और स्टुअर्ट बिन्नी की गेंद पर पहली स्लिप में मुरली विजय को कैच दे बैठे. यह बिन्नी का पहला टेस्ट विकेट रहा. मिश्रा ने इसके बाद धम्मिका प्रसाद (5) को स्लिप में लपकवाकर भारत को वापसी दिलाई. दूसरे सत्र में भारतीय गेंदबाजों ने 74 रन देकर चार विकेट लिये.
जेहान मुबारक (22) को चाय के बाद मिश्रा ने पवेलियन भेजा. उस समय श्रीलंका का स्कोर आठ विकेट पर 300 रन था. स्कोर में छह रन ही जुड़े थे कि रंगाना हेराथ भी आर अश्विन की गेंद पर पगबाधा आउट हो गए. अगले ओवर की आखिरी गेंद पर मिश्रा ने थारिंडू कौशल को चकमा दिया और साहा ने स्टम्पिंग करने में कोई चूक नहीं की जिससे श्रीलंकाई पारी का अंत 306 रन पर ही हो गया.
पहली पारी में खाता भी नहीं खोल सके भारतीय सलामी बल्लेबाज मुरली विजय ने अपनी गलतियों से सबक लेकर संभलकर खेला और ढीली गेंदों का इंतजार किया. विजय 89 गेंद में दो चौकों की मदद से 39 रन बनाकर खेल रहे हैं. वहीं इस टेस्ट में तीसरे नंबर पर उतरे अजिंक्य रहाणे ने 84 गेंद में 28 रन बना लिये हैं. दोनों ने दूसरे विकेट की नाबाद साझेदारी में अभी तक 28.3 ओवर 67 रन जोड़ लिये हैं.
भारत का एकमात्र विकेट राहुल के रूप में गिरा जो पहली पारी के प्रदर्शन को दोहरा नहीं सके और दो रन बनाकर प्रसाद की गेंद पर बोल्ड हो गए.
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