ब्रिस्बेन टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को हराया

Last Updated 20 Dec 2014 10:19:26 AM IST

ऑस्ट्रेलिया ने ब्रिस्बेन क्रिकेट टेस्ट में भारत को चार विकेट से हराकर चार मैचों की श्रृंखला में 2-0 की बढ़त बना ली है.


स्टीवन स्मिथ (फाइल)

भारतीय बल्लेबाजों की उछाल भरी पिच पर कमजोरी एक बार फिर उजागर हुई जिससे मेजबान टीम ने चार मैचों की श्रृंखला में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली.


दिन की शुरूआत एक विकेट पर 71 रन से करने वाले भारत की दूसरी पारी 224 रन पर सिमट गई. भारत ने शनिवार सुबह सिर्फ 16 रन जोड़कर चार विकेट गंवाए और अंतत: उसके सभी बल्लेबाज 64.3 ओवर खेलने के बाद पवेलियन लौट गए. चोटिल सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने जुझारू पारी खेलते हुए 81 रन बनाए. वह छठा विकेट गिरने के बाद बल्लेबाजी करने उतरे थे.
     
ऑस्ट्रेलिया ने 128 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए छह विकेट गंवाए लेकिन इस दौरान टीम नियंत्रण में दिखी और उसने गाबा में चौथे ही दिन छह विकेट पर 130 रन बनाकर जीत दर्ज कर ली.
     
भारत के लिए कुछ भी अच्छा नहीं रहा. सुबह नियमित सलामी बल्लेबाज धवन को चोट लगी जिसके कारण विराट कोहली (01) को चेतेश्वर पुजारा (43) के साथ उतरना पड़ा.
     
कोहली के जल्द पवेलियन लौटने के बाद मिशेल जानसन (61 रन पर चार विकेट) ने भारत के शीर्ष क्रम को धवस्त कर दिया. जोश हेजलवुड (74 रन पर दो विकेट), मिशेल स्टार्क (27 रन पर दो विकेट) और नाथन लियोन (33 रन पर दो विकेट) ने भी दो दो विकेट चटकाए.
     
धवन और उमेश यादव (30) अगर आठवें विकेट के लिए 60 रन की साझेदारी नहीं करते तो टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया को 100 रन से अधिक का लक्ष्य भी नहीं दे पाती.
     
लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया को इशांत शर्मा ने डेविड वार्नर (06) और शेन वाटसन (00) के रूप में दो शुरूआती झटके दिए लेकिन सलामी बल्लेबाज क्रिस रोजर्स (55) और कप्तान स्टीवन स्मिथ (28) ने दूसरे विकेट के लिए 63 रन जोड़कर पारी को संभाल लिया.
     
ऑस्ट्रेलिया ने यह जोड़ी टूटने के बाद जल्दी जल्द विकेट गंवाए लेकिन मिशेल मार्श (नाबाद 06) ने वरूण आरोन पर चौका जड़कर टीम को जीत दिला दी.
     
इस हार के साथ उप महाद्वीप के बाहर भारत का खराब प्रदर्शन जारी रहा और उसने पिछले साढ़े तीन साल में 15वीं हार का सामना करना पड़ा.
     
विदेशी सरजमीं पर महेंद्र सिंह धोनी का टेस्ट कप्तान के रूप में खराब प्रदर्शन भी बदस्तूर जारी है. उप महाद्वीप के बाहर उन्होंने 14वां टेस्ट गंवाया है. धोनी की अगुआई में भारत ने 2011 से इंग्लैंड में सात, ऑस्ट्रेलिया में चार, न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका में एक एक टेस्ट मैच गंवाया है.
     
दोनों टीमें अब 26 दिसंबर से शुरू होने वाले ‘बाक्सिंग डे’ टेस्ट के लिए मेलबर्न जाएंगी.
     
भारत के पास हार के लिए कोई बहाना नहीं है लेकिन अंपायरों के फैसले भी टीम के खिलाफ गए. रोहित शर्मा (00) और रविचंद्रन अश्विन (19) को अंपायरों ने कैच आउट दिया जबकि टीवी रीप्ले में दिखाया गया कि गेंद बल्ले से नहीं टकराई थी.
     
लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की जीत में क्रिस रोजर्स के सातवें टेस्ट अर्धशतक की अहम भूमिका रही. उन्होंने 50 गेंद में अर्धशतक पूरा किया. उन्होंने अपनी पारी के दौरान 57 गेंद में 10 चौके मारे. कप्तान स्मिथ ने भी 39 गेंद में चार चौकों की मदद से 28 रन बनाए.
     
भारत ने हालांकि स्मिथ को नौ रन के निजी स्कोर पर जीवनदान भी दिया जिससे उसकी जीत हासिल करने की रही सही उम्मीद भी टूट गई. पारी के 14वें ओवर में वरूण आरोन की गेंद पर विराट कोहली ने दूसरी स्लिप में उनका कैच टपकाया. इशांत (38 रन पर तीन विकेट) ने इसके बाद रोजर्स को पवेलियन भेजा.
     
शान मार्श (17) स्मिथ के साथ चौथे विकेट के लिए तेजी से 29 रन जोड़ने के बाद उमेश यादव (46 रन पर दो विकेट) का शिकार बने.
     
स्मिथ भी इसके बाद रन आउट हुए जबकि यादव ने ब्रेड हैडिन (01) को फाइन लेग में कोहली के हाथों कैच कराके ऑस्ट्रेलिया का स्कोर छह विकेट पर 122 रन किया. मार्श :नाबाद 06: और मिशेल जानसन (नाबाद 02) ने हालांकि टीम को लक्ष्य तक पहुंचा दिया.
     
इससे पहले लंच के बाद धवन कलाई की चोट के बावजूद खेलने उतरे और अर्धशतक बनाया. उन्होंने 49वें ओवर में 101 गेंद में अर्धशतक पूरा किया.
     
सुबह के सत्र में भारत की शुरूआत खराब रही. टीम एक विकेट पर 71 रन से आगे खेलने उतरी और जल्द ही उसका स्कोर पांच विकेट पर 87 रन हो गया.
     
धवन को खेल की शुरूआत से पूर्व नेट पर बल्लेबाजी करने के दौरान कलाई में गेंद लगी जिससे वह खेलने नहीं उतर पाए. कोहली के बायें हाथ में भी चोट लगी लेकिन इसके बावजूद वह पुजारा के साथ खेलने उतरे.
     
जानसन ने भारतीय बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त करते हुए 11 गेंद में 10 रन के भीतर तीन विकेट चटकाए. सबसे पहले कोहली ने पारी के 27वें ओवर में जानसन की गेंद को विकेटों पर खेला.
     
आठ गेंद बाद 29वें ओवर में जानसन ने अजिंक्य रहाणे (10) को बैकर्वड प्वाइंट पर कैच कराया जबकि दो गेंद बाद रोहित शर्मा (00) विकेटकीपर हैडिन को कैच दे बैठे.
     
अगले ही ओवर में हेजलवुड ने कप्तान धोनी (00) को पगबाधा आउट करके भारत की मुशकिलें बढ़ा दी. भारत ने सुबह सिर्फ 16 रन के भीतर चार विकेट गंवाए.
     
अश्विन और पुजारा ने कुछ देर विकेटों के पतन पर विराम लगाया. दोनों ने छठे विकेट के लिए 30 रन जोड़े.
     
स्टार्क ने अश्विन को विकेट के पीछे कैच कराके इस साझेदारी को तोड़ा.
     
धवन इसके बाद कलाई पर पट्टी बांधकर और ‘पेन किलर’ इंजेक्शन लगाकर बल्लेबाजी करने उतरे. उन्होंने पुजारा के साथ 26 रन और जोड़ों लेकिन हेजलवुड ने पुजारा को आउट करके इस साझेदारी को तोड़ दिया. पुजारा ने 93 गेंद में सात चौकों की मदद से 43 रन बनाए.
     
धवन ने यादव (42 गेंद में 30 रन, दो चौके, दो छक्के) के साथ आठवें विकेट के लिए 60 रन की साझेदारी की और टीम का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई.
     
धवन हालांकि 81 रन बनाने के बाद पारी के 60वें ओवर में लियोन की गेंद पर पगबाधा हो गए. उन्होंने 145 गेंद का सामना करते हुए आठ चौके मारे.
     
लियोन ने वरूण आरोन (03) को भी हेजलवुड के हाथों कैच कराया जबकि जानसन ने यादव को विकेटकीपर हैडिन के हाथों कैच कराके भारत की पारी का अंत किया.
 



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