मौजूदा सत्र में फिटनेस सबसे महत्वपूर्ण होगी: गोपीचंद

Last Updated 30 Jan 2018 03:35:14 PM IST

राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों के कारण मौजूद सत्र काफी व्यस्त है और ऐसे में भारत के मुख्य बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने इस साल खिलाड़ियो की फिटनेस को अहम बताते हुए कहा कि फिजियो और कोचों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण होगी.


बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद (फाइल फोटो)

इंडिया ओपन 2018 की लांच प्रेस कांप्रेंस में संवाददाताओं के सवालों का जवाब देते हुए गोपीचंद ने कहा, ‘‘यह व्यस्त कार्यक्रम के बारे में बात करने का सही मंच नहीं है. कोचों का काम काफी मुश्किल हो गया है क्योंकि खिलाड़ियो को फिट रखना है. शीर्ष खिलाड़ियो से काफी उम्मीदें हैं और उनके लिए यह चुनौती है. आपको नयी चुनौतियों से अच्छी तरह सामंजस्य बैठाना होगा.’’

उन्होंने कहा, ‘‘जैसा कि किदांबी श्रीकांत ने कहा काफी बडे टूर्नामेंट होने वाले हैं और फिट रहना महत्वपूर्ण है और ऐसे में कोच और फीजियो की भूमिका काफी महत्वपूर्ण हो जाती है जो फैसला करता है कि आपको क्या खाना है, कैसी ट्रेंनिंग करनी है.’’

भारत के शीर्ष खिलाड़ियो दुनिया के नंबर तीन किदांबी श्रीकांत, नंबर तीन पीवी सिंधू और नंबर 12 साइना नेहवाल ने भी कोच के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि मौजूदा सत्र में फिटनेस का स्तर बरकार रखना चुनौती होगी.
      
पिछले कुछ समय से चोटों से परेशान श्रीकांत ने कहा, ‘‘मैं नवंबर में चोटिल हो गया था जिसके कारण मुझे चीन ओपन से हटना पडना जिससे कि सुपर सीरीज फाइनल्स के लिए समय पर उबर सकूं. सुपर सीरीज के बाद पीबीएल के दौरान भी मैं चोटिल हो गया और इंडोनेशिया मास्टर्स में नहीं खेल पाया.’’

उन्होंने कहा, ‘‘अब आल इंग्लैंड, राष्ट्रमंडल खेल और एशियाई खेल जैसे बडी प्रतियोगिताएं होनी हैं और ऐसे में फिट रहना महत्वपूर्ण है.’’


 
इंडोनेशिया मास्टर्स के फाइनल में पहुंची साइना से जब इस टूर्नामेंट में प्रदर्शन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘मैं सिर्फ फिट रहने के बारे में सोच रही हूं. फिट रहना और कडी ट्रेनिंग करना सबसे महत्वपूर्ण है.’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं गोपी सर की आभारी हूं कि पीबीएल के बाद पांच से छह सत्र में हमने कडी ट्रेनिंग की. जो संभव था हमने ट्रेनिंग के दौरान वह किया जिसका फायदा मिला और मुझे इसकी खुशी है. अभी इतने सारे टूर्नामेंट होने हैं और सिर्फ एक नतीजे से संतोष नहीं किया जा सकता.’’

यह पूछने पर कि क्या व्यस्त कार्यक्रम को देखते हुए उन्होंने मौजूदा सत्र में किसी विशेष टूर्नामेंट में खेलने की रणनीति बनाई है, साइना ने कहा, ‘‘मैंने किसी निश्चित टूर्नामेंट में खेलने के बारे में नहीं सोचा है और प्रत्येक टूर्नामेंट को लेकर उत्सुक हूं और बस फिट रहना चाहता हूं.’’

खेलो इंडिया स्कूल खेलों के बारे में पूछने गोपीचंद ने कहा, ‘‘यह काफी अच्छी परियोजना है. यह अच्छा है कि देश में खेलों पर ध्यान दिया जा रहा है.’’

ओलंपिक चैंपियन स्पेन की कैरोलिन मारिन मौजूद सत्र में लगातार तीन बडे टूर्नामेंट खेल चुकी है और उन्होंने कहा कि वह लगातार खेलने को लेकर सहज हैं और उनका लक्ष्य आल इंग्लैंड चैंपियनशिप है. मारिन ने कहा, ‘‘यह काफी व्यस्त साल है. मैं लगातार तीन टूर्नामेंट में खेली और ऐसा शायद इसलिए हो सकता है कि मैं बाकी टूर्नामेंट को लेकर उतनी सहज
नहीं हूं. मैं लगातार खेलने को लेकर सहज हूं और मेरा ध्यान पूरी तरह से आल इंग्लैंड चैंपियनशिप पर है.’’
 
साइना और सिंधू दोनों को पिछले कुछ समय में दुनिया की नंबर एक खिलाडी ताइ जूयिंग के खिलाफ निराशाजनक नतीजों का सामना करना पडा है लेकिन इन दोनों ने ही कहा कि वे जल्द ही चीनी ताइपे की इस खिलाडी का तोड ढूंढ लेंगे.

साइना को इंडोनेशिया मास्टर्स के फाइनल में ताइ जू के खिलाफ ही 9-21, 13-21 से हार के साथ रजत पदक से संतोष करना पडा था.

साइना ने कहा, ‘‘वह काफी अच्छी फार्म में है और फिलहाल दुनिया की सर्वश्रेष्ठ खिलाडी है. हम सभी उसे हराना चाहते हैं और निश्चित तौर पर ऐसा करने का तरीका ढूंढ लेंगे.’’उन्होंने कहा, ‘‘शीर्ष 10-15 खिलाडयिों में अधिक अंतर नहीं है. बस वह अभी शानदार बैडमिंटन खेल रही है. लेकिन इंडोनेशिया ओपन के पहले दौर में मिशेल ली ने उसे लगभग हरा ही दिया था.’’

सिंधू ने कहा, ‘‘मैंने उसे पीबीएल में हराया था लेकिन यह अधिक मायने नहीं रखता. वह लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही है और उसके प्रदर्शन में निरंतरता है. ऐसा नहीं है कि हम उसे हरा नहीं सकते, बस वह अभी काफी अच्छा खेल रही है. उतार-चढाव आते रहते हैं और मैच के दिन अच्छा प्रदर्शन करने वाला जीत दर्ज करता है.’’

 

भाषा


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