नाडा की सुनवाई समाप्त, नरसिंह पर फैसला शनिवार या सोमवार को

Last Updated 28 Jul 2016 10:15:29 PM IST

पहलवान नरसिंह यादव के ओलंपिक में भाग लेने को बना संशय गुरुवार को भी समाप्त नहीं हो पाया क्योंकि राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने दो दिन की सुनवाई के बाद इस खिलाड़ी से जुड़े डोपिंग मामले में अपना फैसला शनिवार या सोमवार तक टाल दिया.


पहलवान नरसिंह यादव (फाइल फोटो)

नरसिंह और उनके वकीलों ने कल इस पहलवान के डोपिंग में नाकाम रहने पर अपना पक्ष रखा था. उनके अनुसार नरसिंह के खिलाफ षडयंत्र रचा गया. इसके बाद नाडा की कानूनी टीम ने अनुशासन समिति के सामने आज अपना पक्ष रखा.

नाडा के वकील गुरंग कांत ने आज सुनवाई समाप्त होने के बाद पत्रकारों से कहा, \'\'सुनवाई आज समाप्त हो गयी. फैसला शनिवार या सोमवार को आ जाएगा.\'\'

उन्होंने कहा, \'\'नाडा का तर्क था कि वह छूट का हकदार नहीं है जैसा कि वह कह रहा है. नरसिंह ने गड़बड़ी किये जाने के संबंध में प्रासंगिक परिस्थितिजन्य सबूत पेश नहीं किये जैसा कि पहले उन्होंने दावा किया था.\'\'

वकील ने कहा, \'\'उन्होंने हलफनामा पेश किया है कि उसके पानी या अन्य पेय पदार्थ में कुछ मिलाया गया था लेकिन उन्होंने इसे साबित करने के लिये कोई सबूत पेश नहीं किये जिससे नाडा या वाडा संतुष्ट हो सके.\'\'

इस पहलवान ने अपने साथी पहलवानों पर साजिश करने का आरोप लगाया है. उनकी जगह ओलंपिक टीम में प्रवीण राणा को शामिल कर दिया गया है लेकिन यदि नाडा का फैसला उनके अनुकूल रहा तो उन्हें फिर से टीम में शामिल किया जा सकता है.

नाडा के वकील ने हालांकि आज कहा कि नरसिंह का साजिश का दावा साबित करने के लिये पर्याप्त सबूत नहीं हैं.  कांत ने कहा, \'\'हमारी दलील थी कि सजा से बचने के लिये जो उचित सावधानी बरतने की जरूरत है उसे वाडा संहिता के अनुरूप पूरा नहीं किया गया. इसलिए हमने कहा कि उसे वह सजा दी जानी चाहिए जो यह पैनल उचित मानता है.\'\'

उन्होंने कहा, \'\'हमने इसका भी विरोध किया कि वह लापरवाह नहीं था और एक खिलाड़ी के रूप में उचित देखभाल नहीं करके उसने कोई गलती नहीं की. हमने कहा कि अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी होने के कारण उसे अपने खाने और पेय पदार्थों के प्रति सतर्क होना चाहिए. लेकिन उसने पैनल के सामने उचित देखभाल करने के संबंध में कुछ भी पेश नहीं किया.\'\'

कांत ने कहा, \'\'वाडा संहिता के तहत यदि वह उचित सावधानी बरतने की बात को साबित नहीं कर पाता है तो उसे छूट नहीं मिलनी चाहिए और उसे सजा मिलनी चाहिए. जिरह खत्म हो गयी है और देखते हैं कि पैनल क्या फैसला करता है.\'\'

इससे पहले कल नरसिंह और उनके कई वकीलों ने अपना पक्ष रखा था. नरसिंह के वकील विदुषपत सिंहानिया ने कहा, \'\'हमने नरसिंह का पक्ष रख दिया है. हमें नाडा पैनल पर पूरा विश्वास है. हम उन्हें समझाने की कोशिश कर रहे हैं. हमें उम्मीद है कि उसे निर्दोष साबित कर दिया जाएगा. नाडा पैनल का रवैया मददगार रहा. हमने आज अपना पक्ष रखा और पैनल ने धैर्य से हमारी बात सुनी. सुनवाई बहुत अच्छी रही. नाडा कल अपना पक्ष रखेगा.\'\'

लगातार दूसरे दिन नाडा मुख्यालय में अफरातफरी का माहौल बना रहा. नरसिंह के समर्थक उसके पक्ष में नारे लगाकर न्याय की मांग कर रहे थे. इस पहलवान ने आरोप लगाया है कि उनके विरोधियों ने उन्हें डोपिंग में फंसाया है जिन्होंने उन्हें रियो जाने से रोकने के लिये उनके भोजन और पूरक आहार में कुछ प्रतिबंधित पदार्थ मिलाया. रिपोटरें के अनुसार उनका पूरक आहार हालांकि साफ पाया गया.



नरसिंह ने सोनीपत थाने में एफआईआर दर्ज कराई जिसमें दो साथी पहलवानों के नाम हैं जिनमें से एक 17 बरस का है. उसने मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग दोहराई है. इस बीच पुलिस दल ने आज सोनीपत में भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) केंद्र का दौरा किया. अपराध जांच विभाग के अधिकारी और इस मामले की जांच कर रहे इंदरवीर ने कहा, \'\'पुलिस के एक दल ने नरसिंह यादव की शिकायत पर दर्ज की गयी प्राथमिकी को देखते हुए गवाहों, कोचों और वार्डन्स से पूछताछ की.\'\'

पुलिस अधिकारी ने कहा कि नरसिंह के साथी पहलवान जितेश से बाद में पूछताछ की जाएगी. नरसिंह ने अपनी शिकायत में जितेश का नाम दर्ज कराया है. भारतीय कुश्ती महासंघ ने नरसिंह का समर्थन जारी रखा है.

दूसरी ओर खेलमंत्री विजय गोयल ने दोहराया है कि सरकार नरसिंह के रियो जाने पर फैसला अंतरराष्ट्रीय नियमों के आधार पर लेगी.

उधर भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने आज कहा कि अगर नरसिंह को डोपिंग प्रकरण में नाडा द्वारा हरी झंडी मिल जाती है तो रियो ओलंपिक में प्रवीण राणा की जगह उसके खेलने से उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी.

आईओए के महासचिव राजीव मेहता ने कहा, \'\'आईओए डाकखाने की तरह है. हम सुविधा मुहैया कराने वाले हैं. हमने डब्ल्यूएफआई की इच्छा पर नरसिंह की जगह प्रवीण राणा को नामांकित किया, जिसे यूनाईटेड वि कुश्ती ने भी स्वीकार कर लिया है.\'\'

उन्होंने कहा, \'\'अगर डब्ल्यूएफआई नरसिंह को दोबारा भेजना चाहता है, बशत्रे इस पहलवान को नाडा पैनल से पसंदीदा फैसला मिल जाता है और अंतरराष्ट्रीय महासंघ इस पर सहमत होता है तो हम पर आपत्ति क्यों करेंगे. हमें इसमें कोई परेशानी नहीं है और ऐसे में हम नरसिंह को ओलंपिक में जाने की अनुमति दे देंगे.\'\'

 

 



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