भारत में टेनिस की अच्छी परंपरा है : वीनस विलियम्स

Last Updated 21 Nov 2014 10:15:48 PM IST

सात बार की ग्रैंडस्लैम चैम्पियन वीनस विलियम्स का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विजय अमृतराज, लिएंडर पेस और सानिया मिर्जा को मिली सफलता ने साबित कर दिया है कि भारत में टेनिस की अच्छी परंपरा है.


अमेरिकन टेनिस खिलाड़ी वीनस विलियम्स पीली साड़ी में रैप पर जल्वे बिखेरती हुई.

भारत के कुछ महान टेनिस सितारों का उदाहरण देते हुए वीनस ने कहा कि उसे उम्मीद है कि भविष्य में यह परंपरा कायम रहेगी.

उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा, \'\'भारत में टेनिस की बहुत अच्छी परंपरा है. आपके पास विजय अमृतराज, लिएंडर पेस और सानिया मिर्जा हैं. मुझे उम्मीद है कि यह परंपरा कायम रहेगी.\'\'

सात एकल खिताब के अलावा वीनस ने महिला युगल में अपनी बहन सेरेना के साथ 13 ग्रैंडस्लैम जीते हैं. दुनिया की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी वीनस ने अपनी और सेरेना की सफलता का श्रेय एक दूसरे के प्रति सम्मान को दिया.

उन्होंने कहा, \'\'मेरा मानना है कि हम दोनों साथ में अच्छा खेलते हैं और हमारे संबंध बहुत अच्छे हैं. युगल में आपसी तालमेल और एक दूसरे के लिये सम्मान जरूरी है. यदि ऐसा नहीं होता तो संबंध बिगड़ने लगते हैं.\'\'

इस साल अपने प्रदर्शन से संतुष्ट वीनस ने कहा कि वह अपनी गलतियों में सुधार करना चाहती है.

उन्होंने कहा, \'\'वर्ष 2014 मेरे लिये बहुत अच्छा रहा. मुझे काफी सफलता मिली. आप सीखते रहते हैं और यह सतत प्रक्रिया है. मुझे लगता है कि 2015 में भी बहुत कुछ सीखने को मिलेगा. मैं बेहतर प्रदर्शन करना चाहती हूं.\'\'

दो दशक से अधिक समय तक खेलने के बाद किसी भी खिलाड़ी के जेहन में संन्यास का सवाल स्वाभाविक होता है लेकिन वीनस तब तक खेलना चाहती है जब तक खेल की ललक उसके भीतर रहेगी.

उन्होंने कहा, \'\'मुझे नहीं पता. देखते हैं. मैं काफी लंबे समय से उच्चतम स्तर पर खेल रही हूं लेकिन तब तक खेलूंगी जब तक मैं खेलना चाहती हूं.\'\'

उन्होंने भविष्य में कोच बनने की संभावना से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, \'\'मैं कोच नहीं बनूंगी. मुझे किसी की मदद करने से इनकार नहीं है. मैं लंबे समय से टेनिस खेल रही हूं और टेनिस मेरी जिंदगी है. इसके बाद मेरे लिये दूसरी चुनौतियां हैं.\'\'

 



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