जब मेरा दिन होता है तो किसी को भी हरा सकता हूं: लाहिड़ी
भारतीय गोल्फर अनिर्बान लाहिड़ी ने कहा कि जिन संस्कारों में वह पले, उन्होंने उनके आगे बढने में अहम भूमिका निभायी.
भारतीय गोल्फर अनिर्बान लाहिड़ी |
लाहिड़ी ने कहा, ‘‘मेरा रवैया और मैं कैसे आगे बढ़ा यह भारतीय संस्कारों की देन हैं जो मेरे अंदर भरे हुए हैं. मैं एर्नी (एल्स) और जीव (मिल्खा सिंह) जैसे खिलाड़ियों से काफी प्रेरणा लेता हूं, लेकिन जब मैं कोर्स पर होता हूं तो मुझे लगता है कि जब मेरा दिन होता है तो किसी को भी हरा सकता हूं. मैं उनका सम्मान करता हूं और मैं यहां गोल्फ खेलने के लिये आया हूं.’’
लाहिड़ी ने कहा कि वह यहां कई स्टार गोल्फरों के बीच अच्छा प्रदर्शन करने के प्रति आश्वस्त हैं.
वर्ष की आखिरी विश्व गोल्फ चैंपियनशिप छह से नौ नवंबर के बीच शेशान इंटरनेशनल गोल्फ क्लब में आयोजित की जाएगी जिसमें आस्ट्रेलिया के एडम स्काट, जर्मनी के मार्टिन केमर और अमेरिका के बुब्बा वाटसन सहित चोटी के कई खिलाड़ी हिस्सा लेंगे.
इस 27 वर्षीय खिलाड़ी ने अपनी वर्तमान स्थिति के आधार पर इसमें जगह बनायी. वह अभी एशियन टूर आफ मेरिट में दूसरे स्थान पर हैं.
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