साकेत मिनेनी ने जीता पहला एटीपी चैलेंजर खिताब
एशियाई खेलों में मिश्रित युगल का स्वर्ण जीतने वाले साकेत मिनेनी ने शीर्ष वरीय कजाकिस्तान के अलेक्सांद्र नेदोवयेसोव को हराकर अपना पहला एटीपी चैलेंजर टेनिस खिताब जीता.
इंदौर ओपन टेनिस खिताब जीतने पर ट्रॉफी लिए साकेत. |
एशियाड में मिश्रित युगल का स्वर्ण जीतने के बाद कामयाबी के घोड़े पर सवार भारत के साकेत ने अलेक्सांद्र पर रविवार को कड़े संघर्ष में 6-3, 6-7, 6-3 से जीत दर्ज कर पहला एटीपी चैलेंजर टेनिस खिताब अपने नाम कर लिया.
इंदौर टेनिस क्लब में अपना पहला एटीपी चैलेंजर फाइनल खेल रहे साकेत ने दो घंटे से कुछ अधिक समय में 50 हजार डालर की पुरस्कार राशि वाले एटीपी चैलेंजर टूर्नामेंट में कामयाबी का परचम लहरा दिया.
इंचियोन एशियाई खेलों में मिश्रित युगल का स्वर्ण और पुरुष युगल का रजत जीतने वाले साकेत को इस जीत से 7200 डालर और 80 एटीपी रैंकिंग अंक हासिल हुए. साकेत की यह अब तक की सबसे बड़ी पुरस्कार राशि है और इस सफलता के बाद सोमवार को जारी होने वाली एटीपी रैंकिंग में वह दुनिया के शीर्ष 300 खिलाड़ियों में पहुंच जाएंगे.
साकेत और नेदोवयेसोव के बीच मुकाबला काफी संघषर्पूर्ण रहा. निर्णायक सेट में साकेत 5-3 की बढ़त के साथ मैच के लिए सर्विस कर रहे थे. उन्होंने 10वें गेम में स्कोर 40-15 कर दिया था लेकिन खिताब की दहलीज पर पहुंच साकेत कुछ नर्वस दिखाई दिए. साकेत ने दो मैच अंक अपने हाथों से फिसलने दिए. दूसरे मैच अंक पर तो वह फुट फाल्ट कर बैठे. स्कोर अब ड्यूस हो गया लेकिन साकेत ने संभलते हुए एस लगाया और तीसरे मैच अंक पर पहुंच गए.
साकेत ने फिर दो और मैच अंक गंवाए मगर भारतीय खिलाड़ी ने आखिर अपनी सर्विस बरकरार रखी और निर्णायक सेट 6-3 से जीतकर खिताब अपने नाम कर लिया. भारतीय खिलाड़ी ने मैच के दौरान बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए शानदार सर्विस की और कोर्ट में दोनों छोर पर विनर्स लगाए. दूसरी तरफ कजाक खिलाड़ी को काफी संघर्ष करना पड़ा. नेदोवयेसोव की सर्विस तेज थी लेकिन साकेत के रिटर्न लाजवाब थे.
साकेत ने पहले सेट में जरूरी ब्रेक हासिल करते हुए यह सेट 6-3 से जीत लिया. विश्व के 118वें नम्बर के कजाक खिलाड़ी ने दूसरे सेट में तीन ब्रेक अंक बचाते हुए सेट को टाईब्रेक में खींच दिया. नेदोवयेसोव ने दूसरे सेट का टाई ब्रेक 7-4 से जीतकर मैच को 1-1 की बराबरी पर ला दिया. लेकिन भारतीय खिलाड़ी अपने पहले एटीपी चैलेंजर खिताब का मौका अपने हाथ से निकलने देने के मूड में नहीं थे और उन्होंने निर्णायक सेट में अपना खेल का स्तर ऊंचा करते हुए शानदार जीत अपने नाम की.
कजाक खिलाड़ी एकल खिताब तो नहीं जीत सके लेकिन उन्होंने शनिवार को स्पेन के एड्रियन मेनेनदेज मैकआर्यस के साथ यूकी भांबरी और दिविज शरण की भारतीय जोड़ी को 2-6, 6-4, 10-3 से हराकर युगल खिताब जीत लिया.
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