भारतीय भारोत्तोलकों का निराशाजनक प्रदर्शन जारी
भारतीय भारोत्तोलकों का 17वें एशियाई खेलों निराशाजनक प्रदर्शन जारी रहा तथा के रवि कुमार और पूनम यादव क्रमश: पुरूष और महिला वर्ग में अपनी स्पर्धाओं में प्रभावित करने में नाकाम रहे.
भारोत्तोलन |
के रवि कुमार पुरूषों के 77 किग्राभार वर्ग के ग्रुप ए में जगह बनाने में नाकाम रहे और उन्हें ग्रुप बी में उतरना पड़ा. वह ग्रुप बी में हालांकि दूसरे स्थान पर रहे लेकिन पदक दौर (गुप ए) में जगह नहीं बना पाये.
ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता रवि कुमार ने कुल 313 किग्राभार उठाया. उन्होंने स्नैच में 141 और क्लीन एवं जर्क में 172 किग्राभार उठाया.
इस बीच सतीश शिवालिंगम बीमार होने के कारण प्रतियोगिता में भाग नहीं ले पाये. राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले शिवालिंगम का नाम शुरूआती सूची में शामिल था.
महिलाओं के 63 किग्राभार वर्ग में पूनम ने राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीता था लेकिन एशियाई खेलों में नौ भारोत्तोलकों के बीच वह सातवें स्थान पर रही.
पूनम कुल 200 किग्रा (90 और 110) भार ही उठा पायी. इस वर्ग में स्वर्ण पदक विजेता भारोत्तोलक ने 261 किग्राभार उठाकर नया विश्व रिकार्ड बनाया.
चीनी ताइपै की लिन झू ची कुल भार वर्ग के अलावा क्लीन एवं जर्क में भी वि रिकार्ड बनाया.
उन्होंने क्लीन एवं जर्क 145 किग्राभार उठाया जबकि स्नैच में उन्होंने 116 किग्राभार उठाकर एशियाई खेलों का रिकार्ड बनाया. चीन की डेंग वेई ने रजत और उत्तर कोरिया की जो पोक ह्यांग ने कांस्य पदक जीता.
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