इंचियोन एशियाई गेम्स: बैडमिंटन में भारतीय चुनौती पेश करेंगी साइना और सिंधू

Last Updated 19 Sep 2014 05:01:37 PM IST

ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साइना नेहवाल, पी वी सिंधू और पारूपल्ली कश्यप की अगुवाई में भारत 17वें एशियाई खेलों की बैडमिंटन टीम स्पर्धाओं में अपने अभियान की शुरुआत करेगा.


साइना नेहवाल, पारूपल्ली कश्यप और पी वी सिंधू (फाइल फोटो)

ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साइना नेहवाल, पी वी सिंधू और पारूपल्ली कश्यप की अगुवाई में भारत 17वें एशियाई खेलों की बैडमिंटन टीम स्पर्धाओं में कल अपने अभियान का आगाज करेगा तो उसका इरादा 28 साल पुराना पदक का सूखा खत्म करने का होगा.

भारत ने एशियाड में बैडमिंटन में आखिरी बार पदक 1986 में जीता था जब पुरूष टीम को कांस्य मिला था.

एशियाड में 1966 में बैडमिंटन को शामिल किये जाने के बाद से भारत सिर्फ सात कांस्य जीत सका है और एकल वर्ग में आखिरी पदक 1982 में सैयद मोदी ने जीता था. मुख्य कोच पुलेला गोपीचंद के मार्गदर्शन में खिलाड़ी इस इंतजार को खत्म करना चाहेंगे.

विश्व चैम्पियनशिप में क्वार्टर फाइनल की हार को भुलाकर साइना महिला टीम वर्ग में पदक जीतना चाहेगी जिसके बाद वह व्यक्तिगत स्पर्धा में खेलेगी. साइना ने अपने पूर्व कोच विमल कुमार के साथ बेंगलूर में इन खेलों के लिये तैयारी की है.

वहीं दुनिया की 10वें नंबर की खिलाड़ी सिंधू विश्व चैम्पियनशिप में लगातार दूसरा कांस्य जीतकर बुलंद हौसलों के साथ आई है.

सिंधू ने अप्रैल में गिमचियोन में एशियाई चैम्पियनशिप में भी कांस्य जीता था. वहीं ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण की दावेदार मानी जा रही इस खिलाड़ी को कांस्य से संतोष करना पड़ा था. युगल में ज्वाला गुट्टा के नहीं खेलने से अश्विनी पोनप्पा ने सिंधू के साथ खेलने की इच्छा जताई है लेकिन इससे 19 वर्षीय इस खिलाड़ी पर काफी दबाव बन जायेगा.

पहले दौर में महिलाओं को चीनी मकाउ के रूप में आसान चुनौती मिली है लेकिन थाईलैंड से खेलना उनके लिये आसान नहीं होगा. व्यक्तिगत वर्ग में भी भारतीय महिलाओं को दुनिया की शीर्ष दो चीनी खिलाड़ियों लि शूरूइ और शिजियान वांग से खेलना है.

पुरूष वर्ग में राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता पी कश्यप वि चैम्पियनशिप के खराब प्रदर्शन को भुलाकर जीत के साथ आगाज करना चाहेंगे. भारत को शनिवार को दक्षिण कोरिया से खेलना है जिसने थामस कप में उसे 2-3 से हराया था.

पुरूष टीम की नजरें बदला चुकता करने पर होगी जो के श्रीकांत, आरएमवी गुरूसाइदत्त और कश्यप के प्रदर्शन पर निर्भर होगा.

ग्लास्गो में स्वर्ण पदक जीतने वाले कश्यप पदक उम्मीदों में होंगे. उनके लिये हालांकि ओलंपिक चैम्पियन लिन डैन, मौजूदा विश्व चैम्पियन चेन लोंग और मलेशिया के ली चोंग वेइ को हराना आसान नहीं होगा.



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