कुछ अर्जुन पुरस्कार समय से पहले दिए गए: हीना सिद्धू
अर्जुन पुरस्कार और विवाद एक साथ चलते हैं लेकिन भारत की शीर्ष महिला निशानेबाज हीना सिद्धू का मानना है कि कुछ खिलाड़ियों को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार समय से पहले दिए गए.
भारत की शीर्ष महिला निशानेबाज हीना सिद्धू (फाइल फोटो) |
शुक्रवार को दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में 13 अन्य खिलाड़ियों के साथ अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किए जाने के बाद हीना ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हर साल पुरस्कार को लेकर विवाद होता है और कोई ना कोई हकदार खिलाड़ी इससे महरूम रह जाता है. कुछ फैसले जल्दी में लिए जाते हैं. मुझे यकीन है कि खिलाड़ियों को चुनने की अधिक प्रभावी प्रक्रिया है.’’
अप्रैल में 10 मीटर पिस्टल में दुनिया की नंबर एक निशानेबाजी बनी हीना पिछले महीने राष्ट्रमंडल खेलों में प्रभावी प्रदर्शन नहीं कर पाई थी. उन्होंने कहा कि अर्जुन पुरस्कार उन्हें अगले महीने होने वाली विश्व चैम्पियनशिप और इंचियोन एशियाई खेलों में अतिरिक्त प्रेरणा देंगे.
मुक्केबाज जय भगवान को एक अन्य मुक्केबाज मनोज कुमार पर तरजीह देते हुए अर्जुन पुरस्कार के लिए चुना गया जिस पर विवाद हुआ. जय भगवान ने कहा कि वह विवाद की परवाह नहीं करते. उन्होंने हालांकि कहा कि वह चाहते हैं कि उनके साथी मुक्केबाज की उपलब्धि को भी मान्यता मिले.
जयभगवान ने कहा, ‘‘विवाद होते हैं और आप इस बारे में अधिक कुछ नहीं कर सकते. पिछले साल इससे भी बड़े विवाद हुए.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि मुझे लगता है कि मेरे साथ मनोज को भी पुरस्कार मिलना चाहिए था.’’
अर्जुन पुरस्कार के लिए नहीं चुने जाने के बाद मनोज पहले ही कपिल देव की अगुआई वाली चयन समिति के फैसले के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय की शरण में जा चुके हैं.
राष्ट्रीय खिताब नहीं जीतने के बावजूद अर्जुन पुरस्कार के लिए चुनी गयी स्क्वाश खिलाड़ी अनाका अलंकामोनी ने कहा कि वह अतीत के बारे में अधिक नहीं सोचना चाहती.
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि लोगों ने मेरे बारे में क्या कहा. लेकिन अगर समिति सोचती है कि मैं इसकी हकदार हूं तो यह मेरे लिए पर्याप्त है. यह पुरस्कार मुझे मेरे लक्ष्यों के लिए और कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित करेगा.’’
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