अर्जुन पुरस्कार की सिफारिश सूची में कोई बदलाव नहीं
अर्जुन पुरस्कारों के लिए सिफारिश पर हुए विवाद के बाद कपिल देव की अगुआई वाली चयन समिति ने दोबारा बैठक की और इस सूची में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया.
साइ के महानिदेशक जिजी थामसन (फाइल फोटो) |
मुक्केबाज जय भगवान और स्क्वाश खिलाड़ी अनाका अलंकामोनी के नाम की सिफारिश अर्जुन पुरस्कार के लिए किए जाने पर हुए विवाद के बाद कपिल देव की अगुआई वाली चयन समिति ने मंगलवार को दोबारा बैठक की और 15 खिलाड़िसों की सूची में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया.
भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) के महानिदेशक जिजी थामसन ने कहा कि उन्होंने समीक्षा बैठक में सात खिलाड़ियों के नामों पर चर्चा की लेकिन अंतत: सर्वसम्मति बनी की पहली सूची में बदलाव करने की कोई जरूरत नहीं है. खेल मंत्रालय के पैनल की सिफारिशों से इनकार करने की संभावना नहीं है. मंत्रालय को अब इसी महीने होने वाले समारोह के लिए नामों को स्वीकृति देनी है.
थामसन ने बताया, ‘‘समिति ने पुरस्कार के लिए किसी और का नाम नहीं जोड़ने का फैसला किया. यह एक घंटे की बैठक थी और हम सब इस पर सहमत थे कि शुरू में चुने गए 15 नाम सम्मान के हकदार हैं. ऐसा कहने के साथ ही हमेशा ऐसा मामला रहता है जब हकदार उम्मीदवार छूट जाता है और उसकी बारी बाद में आती है.’’
जय भगवान को चुनने और 2010 राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता मुक्केबाज मनोज कुमार की अनदेखी करने से विवाद हुआ था जिसके बाद समिति को अपने फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए बाध्य होना पड़ा. बीस वर्षीय स्क्वाश खिलाड़ी अनाका को शामिल करने पर भी लोगों ने सवाल उठाए जबकि हाकी इंडिया के महासचिव नरिंदर बत्रा ने तो अपने सात खिलाड़ियों की अनदेखी पर पैनल को फटकार तक लगाई.
थामसन ने कहा कि मनोज के आवेदन पर पहले गलत पहचान के कारण विचार नहीं किया गया और आज इस पर चर्चा की गई. समिति को हालांकि लगा कि भगवान भी पुरस्कार के हकदार हैं इसलिए उनके नाम को बरकरार रखा गया.
उन्होंने कहा, ‘‘समिति ने सोचा कि मनोज भी इसके हकदार उम्मीदवार हैं लेकिन एक खेल से एक खिलाड़ी को चुनने का फैसला किया गया. हमने मंत्रालय से भी सिफारिश की है कि भविष्य में एक खेल से केवल एक खिलाड़ी को पुरस्कार दिया जाए.’’
थामसन ने खुलासा किया कि मंत्रालय को सिफारिश की गई है कि एक साल में 15 से अधिक अर्जुन पुरस्कार नहीं दिए जाएं. केरल के थामसन ने पक्षपात के आधारहीन आरोप लगाने के लिए बत्रा पर भी निशाना साधा. अर्जुन पुरस्कार के लिए की गई सिफारिश में पांच नाम केरल के हैं.
थामसन ने कहा, ‘‘मैं केरल का साइ महानिदेशक नहीं हूं, मैं भारत का साइ महानिदेशक हूं. बत्रा के आधारहीन आरोपों ने कपिल देव सहित पूरी समिति को नाराज किया है.’’
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