मुक्केबाज चमके, सीमा और टेटे युगल टीम को रजत
ओलंपिक कांस्य पदक विजेता विजेंदर सिंह सहित भारत के चार मुक्केबाजों ने राष्ट्रमंडल खेलों में शुक्रवार को ग्लास्गो में फाइनल में जगह बनायी.
मुक्केबाज चमके, सीमा और टेटे युगल टीम को रजत |
जबकि सीमा पूनिया ने महिलाओं की चक्का फेंक तथा टेबल टेनिस के पुरूष युगल में अचंता शरत कमल और एंथनी अमलराज ने रजत पदक जीते.
स्क्वाश में दीपिका पल्लिकल और जोशना चिनप्पा की जोड़ी ने महिला युगल के फाइनल में पहुंचकर रजत पदक पक्का करने के साथ भारतीय खेलों में नया इतिहास रचा.
भारत अभी 13 स्वर्ण, 23 रजत और 15 कांस्य सहित 51 पदक लेकर पांचवें स्थान पर है. इंग्लैंड 139 पदक के साथ शीर्ष पर है. उसके बाद आस्ट्रेलिया (123), कनाडा (74) और स्काटलैंड (48) का नंबर आता है.
मुक्केबाजी के पुरूष वर्ग में विजेंदर (75 किग्रा), एल देवेंद्रो (49 किग्रा) और मनजीत जांगड़ा (69 किग्रा) ने जबकि महिला वर्ग में सरिता देवी (60) ने फाइनल में जगह बनायी.
विजेंदर ने अपने अनुभव और दमदार मुक्कों के दम पर उत्तरी आयरलैंड के कोनोर कोएले को पराजित किया. उन्हें तीनों जजों ने विजेता घोषित किया. देवेंद्रो ने वेल्स के एशले वेल्स को हराकर फाइनल में जगह बनायी जहां उनका मुकाबला आयरलैंड के पैडी वर्न्स से होगा. मनजीत ने बेहद कड़े मुकाबले में उत्तरी आयरलैंड के स्टीवन डोनोली को हराया. उन्हें इंग्लैंड के स्काट फिट्जगार्ड का सामना करना है.
महिला मुक्केबाजी में अनुभवी सरिता देवी ने 60 किग्राभार वर्ग में मोजाम्बिक की अपनी प्रतिद्वंद्वी मारिया माचोंग्वा को आसानी से हराकर फाइनल में जगह बनायी जहां उनका मुकाबला आस्ट्रेलिया की शैली वाट्स से होगा.
इससे पहले भारतीय मुक्केबाज पिंकी 51 किग्राभार वर्ग में करीबी सेमीफाइनल में उत्तरी आयरलैंड की मिशेला वाल्श से हार गयी और उन्हें कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा.
एथलेटिक्स में सीमा पूनिया ने इस सत्र का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए महिलाओं के चक्का फेंक में आज यहां रजत पदक जीता लेकिन पिछली बार की चैंपियन कृष्णा पूनिया निराशाजनक प्रदर्शन करके पांचवें स्थान पर रही.
मेलबर्न राष्ट्रमंडल खेल 2006 में रजत और दिल्ली खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली सीमा ने 61.61 मीटर की दूरी नापी जिससे उन्होंने रजत पदक पक्का किया. दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचने वाली कृष्णा पूनिया ने हालांकि निराश किया और वह केवल 57.84 मीटर चक्का फेंक पायी और पांचवें स्थान पर रही.
टेबल टेनिस में शरत कमल और एंथनी अमलराज ने पुरूष युगल में रजत पदक हासिल किया. उन्हें युगल के फाइनल में सिंगापुर के गाओ निंग और ली हु के हाथों 11-8, 7-11, 9-11, 5-11 से हार का सामना करना पड़ा. इससे पहले सेमीफाइनल में इस जोड़ी ने सिंगापुर के ही यांग जि और झान जियान की जोड़ी को 11-7 , 12-10 , 11-3 से शिकस्त दी थी.
विश्व में 44वें नंबर के शरत के पास दूसरा पदक जीतने का मौका रहेगा. उन्होंने पुरूष एकल के क्वार्टर फाइनल में इंग्लैंड के पाल ड्रिंकाल को 43 मिनट तक चले मुकाबले में 11-7, 11-76, 12-10, 9-11, 11-6 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनायी. सौम्यजीत घोष को हालांकि इंग्लैंड के लियाम पिचफोर्ड के हाथों एक बेहद संघषर्पूर्ण मुकाबले में 11-7, 7-11, 11-9, 7-11, 10-12, 9-11 से हार का सामना करना पड़ा.
स्क्वाश में पल्लिकल और चिनप्पा की जोड़ी ने सेमीफाइनल में आस्ट्रेलिया की कैसी ब्राउन और राचेल ग्रिनहम को 11-9, 7-11, 11-4 से पराजित करके खिताबी मुकाबले में प्रवेश किया. इससे उनका रजत पदक पक्का हो गया है. यह पहला अवसर है जबकि भारत राष्ट्रमंडल खेलों के स्क्वाश में पदक हासिल करेगा.
इससे पहले सौरव घोषाल और पल्लिकल मिश्रित युगल के क्वार्टर फाइनल में आस्ट्रेलिया के डेविड पामर और राचेल ग्रिनहम से 6-11, 9-11 से हारकर बाहर हो गये.
हरिंदर पाल संधू और जोशना चिनप्पा की न्यिूजीलैंड के दूसरी वरीयता प्राप्त मार्टिन नाइट और जोएले किंग के हाथों 11-7, 8-11, 6-11 से हार गयी.
बैडमिंटन में पदक के दावेदार पीवी सिंधू, पारूपल्ली कश्यप और आर वी गुरूसाईदत्त ने एकल जबकि ज्वाला गुट्टा और अिनी पोनप्पा की जोड़ी ने महिला युगल के सेमीफाइनल में प्रवेश किया.
दुनिया की 11वें नंबर की खिलाड़ी सिंधु ने न्यूजीलैंड की अन्ना रैनकिन को 24 मिनट तक चले मुकाबले में 21-10, 21-9 से पराजित किया. वहीं 22वीं रैंकिंग पर काबिज कश्यप ने 38 मिनट तक चले मुकाबले में डेरेन लियू को 21-13, 21-14 से जबकि गुरूसाईदत्त ने मलेशिया के चोंग वी फेंग को 21-15, 8-21, 21-17 से हराया.
विश्व चैम्पियनशिप की कांस्य पदकधारी सिंधु का सामना कनाडा की मिशेल ली से होगा जबकि दिल्ली खेलों के कांस्य पदक विजेता कश्यप इंग्लैंड के राजीव ओसेफ से भिड़ेंगे. गुरूसाईदत्त का मुकाबला सिंगापुर के डेरेक वोंग से होगा जिन्होंने एक अन्य भारतीय एस किदाम्बी को 50 मिनट तक चले मैच में 21-10, 12-21, 21-12 से पराजित किया.
महिला वर्ग में पी सी तुलसी ने मलेशिया की जिंग यी ली को कड़ी चुनौती दी लेकिन आखिर में उन्हें 73 मिनट तक चले मुकाबले में 21-18, 19-21, 19-21 से हार का सामना करना पड़ा.
ज्वाला और अिनी की अनुभवी जोड़ी ने महिला युगल के क्वार्टर फाइनल में अचिनी रत्नासिरी और उपुली वीरासिंघे की श्रीलंकाई जोड़ी को केवल 22 मिनट में 21-10, 21-9 से करारी शिकस्त दी.
भारतीय महिला हाकी टीम स्काटलैंड को 2-1 से हराकर पांचवें स्थान पर रही. भारत के लिये अनुपा बरला और पूनम रानी ने दूसरे हाफ में दो फील्ड गोल किये जबकि स्काटलैंड के लिये निक्की किड ने पेनल्टी कार्नर पर गोल दागा.
भारतीय जिम्नास्ट आशीष कुमार राष्ट्रमंडल खेलों से निराशाजनक ढंग से विदा हुए जो पुरूषों की वाल्ट स्पर्धा के फाइनल में मैट पर गिरने के कारण आखिरी स्थान पर रहे.
आशीष ने दिल्ली में 2010 राष्ट्रमंडल खेलों में वाल्ट में रजत और फ्लोर में कांस्य पदक जीता था.
फ्लोर में कल छठे स्थान पर रहे आशीष दूसरे वाल्ट में पैर जमीन पर रखने में नाकाम रहे. उन्होंने पहले वाल्ट में 14.333 का स्कोर किया था लेकिन हवा में कलाबाजी दिखाने की कोशिश में वह मैट पर गिर गए.
लान बाल्स में भारतीय पुरूष टीम को कांस्य पदक के मैच में अधिकतर समय बढ़त बनाये रखने के बावजूद आखिरी क्षणों के लचर खेल के कारण आस्ट्रेलिया से 14-15 से हार का सामना करना पड़ा.
कमल कुमार शर्मा, चंदन कुमार सिंह, समित मल्होत्रा और दिनेश कुमार की भारतीय टीम ने 15 चरण के मैच में आठवें चरण के बाद 11-5 से बड़ी बढ़त हासिल कर रखी थी. वह इतिहास रचने के करीब पहुंच गयी थी लेकिन आखिर में उसे करीबी अंतर से हार झेलनी पड़ी.
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