सौरमंडल में ‘बृहस्पति के उत्तरी ध्रुव जैसा कुछ भी नहीं’
नासा के जूनो अंतरिक्ष यान ने बृहस्पति के उत्तरी ध्रुव की पहली तस्वीरें भेजी हैं. ये तस्वीरें कुछ ऐसे तूफानों और मौसम संबंधी गतिविधियों को दिखाती हैं, जो हमारे सौर मंडल के गैसीय ग्रहों में से किसी भी ग्रह पर इससे पहले नहीं देखी गई हैं.
(फाइल फोटो) |
ये तस्वीरें सौर ऊर्जा से संचालित अंतरिक्ष यान ने ग्रह की उस पहली यात्रा में ली हैं, जब उसके यंत्र चालू किए गए थे.
बृहस्पति के चक्करदार बादलों से लगभग 4200 किलोमीटर ऊपर आए अंतरिक्ष यान जूनो ने 27 अगस्त को कक्षा की 36 उड़ानों में से पहली उड़ान को सफलतापूर्वक पूरा किया.
अमेरिका में साउथवेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट में जूनो के प्रमुख जांचकर्ता स्कॉट बोल्टन ने कहा, ‘बृहस्पति के उत्तरी ध्रुव की पहली झलक मिली. यह कुछ ऐसा दिखता है, जिसे हमने पहले कभी न तो देखा है और न ही इसकी कल्पना की है.’
बोल्टन ने कहा कि यह ग्रह के अन्य हिस्सों की तुलना में नीला है. वहां बहुत से तूफान हैं. इस तस्वीर से बृहस्पति को मुश्किल ही पहचाना जा सकता है.
उन्होंने कहा, ‘हमें बादलों की छाया के संकेत मिल रहे हैं. इससे संभवत: ये संकेत मिल रहे हैं कि बादल अन्य चीजों की तुलना में जरा ऊंचाई पर हैं.’
नासा ने कहा, बृहस्पति के उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव की पहली तस्वीरों में जो सबसे अहम जानकारी मिली है, उसे जूनोकैम इमेजर देख नहीं सका.
बोल्टन ने कहा, ‘शनि का उत्तरी ध्रुव पर एक षटकोण है. बृहस्पति पर ऐसा कुछ नहीं है, जिससे कोई समानता रखता हो. हमारे सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह वास्तव में अलग है. इसके अनूठेपन का अध्ययन करने के लिए हमें 36 अन्य उड़ानों का अध्ययन करना है.’
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