इसरो ने स्क्रैमजेट रॉकेट इंजन का सफल परीक्षण किया
इसरो ने रविवार सुबह आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से स्क्रैमजेट इंजन का सफल परीक्षण किया.
स्क्रैमजेट इंजन का सफल परीक्षण (फाइल फोटो) |
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने रविवार (28 अगस्त) को श्रीहरिकोटा स्थित अंतरिक्ष केंद्र से स्क्रैमजेट रॉकेट इंजन का सफल परीक्षण कर अपनी कामयाबी के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ दिया. यह इंजन वायुमंडल में मौजूद ऑक्सीजन का प्रयोग करने में सक्षम होगा, जिससे प्रक्षेपण की लागत में कमी आयेगी.
अंतरिक्ष एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि स्क्रैमजेट रॉकेट इंजन ने ‘श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से सुबह करीब छह बजे परीक्षण के लिए उड़ान भरी, जो सफल रही.’
आम तौर पर दहन के लिए रॉकेट इंजन ईंधन और ऑक्सीकारक साथ ले जाते हैं लेकिन हाल में विकसित ये इंजन वायुमंडल से ऑक्सीजन लेने में सक्षम हैं और इससे लागत में कमी आयेगी.
इसरो ने कहा कि इससे उड़ान के समय प्रक्षेपण यान के वजन में भी कमी आती है.
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सफल परीक्षण के लिए इसरो को बधाई दी है.
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘भविष्य के स्क्रैमजेट रॉकेट इंजन के परीक्षण के लिए इसरो को हार्दिक बधाई. भारत को आप पर गर्व है.’
इसकी खासियत यह है कि इससे आगामी लांचिंग की कीमत करीब 10 गुना तक कम हो सकती हैं.
परीक्षण से आगामी अंतरिक्ष कार्यक्रम एवं शोध में काफी मदद मिलेगी और यह तुलनात्मक रूप से काफी सस्ता भी होगा.
इसरो के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘यह मिशन सफल रहा. इस दौरान दो स्क्रैमजेट इंजनों का परीक्षण किया गया. इस परीक्षण को लेकर अंतिम जानकारी बाद में साझा की जाएगी.’
उन्होंने बताया कि तय समयानुसार दो स्टेज/इंजन आरएच-56 साउंडिंग रॉकेट ने आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) से उड़ान भरी. इन इंजनों का सिर्फ छह सेकंड के लिए ही परीक्षण किया गया.
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