भारतीय-अमेरिकी व्यक्ति को मिला चंद्रमा पर यान भेजने का मौका
संघीय विमान प्रशासन ने अंतरिक्ष में यान भेजने और उसे चंद्रमा पर उतारने के लिए पहली बार एक निजी अमेरिकी कंपनी को लाइसेंस जारी किया है.
नवीन जैन (फाइल फोटो) |
कंपनी इस यान के प्रक्षेपण और इसे चंद्रमा पर उतारने का काम साल 2017 में करेगी.
इस कंपनी का सह-संस्थापक एक भारतीय-अमेरिकी व्यक्ति है. कंपनी ने मीडिया को भेजी एक विज्ञप्ति में बताया है कि अमेरिका के इस महत्वपूर्ण नीतिगत फैसले के बाद ‘मून एक्सप्रेस’ को चंद्रमा की सतह पर पहला रोबोटिक यान भेजने का अधिकार मिल गया है.
इससे पहले कोई भी निजी अतंरिक्ष यान धरती की कक्षा से बाहर नहीं भेजा गया है और बाह्य अंतरिक्ष में अभी तक जो भी अंतरिक्ष यान गए हैं वे सरकारी एजेंसियों की ओर से ही भेजे गए हैं.
‘मून एक्सप्रेस’ के सह संस्थापक और अध्यक्ष नवीन जैन ने कहा, ‘मून एक्सप्रेस’ के लिए अब आकाश भी सीमा नहीं रहा. यह तो शुरुआत है. अपने भविष्य को सुरक्षित करने और अपने बच्चों के लिए अंतहीन संभावनाओं के साथ खोलने के लिए अंतरिक्ष यात्रा ही एक रास्ता है. भविष्य में हम वहां से बहुमूल्य संसाधन, धातु और चंद्रमा के पत्थरों को यहां धरती पर लाने का सपना देखते हैं.
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