गुरुत्वीय तरंगें खोल सकती हैं ब्लैक होल के रहस्य

Last Updated 01 Jul 2016 11:41:39 AM IST

गुरुत्वीय तरंगों का उपयोग जल्द ही ब्रह्मांड के सबसे बड़े ब्लैक होल के जन्म से जुड़े सवालों को सुलझाने में किया जाएगा.


गुरुत्वीय तरंगें खोल सकती हैं ब्लैक होल के रहस्य

समें ब्लैक होल की उत्पत्ति कब और कैसे हुई जैसे सवाल शामिल हैं, ब्रिटेन में डरहम विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं की अगुवाई में वैज्ञानिकों ने वृहद पैमाने पर ब्रह्मांड से जुड़े सिमुलेशन किए, जिसका उपयोग अब इस दिशा में किया जाएगा कि विशालकाय ब्लैक होल की टक्कर किस दर से होती है, जिससे गुरुत्वीय तरंग उत्पन्न होते हैं. 

अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि इन तरंगों के आयाम और आवृत्ति से उस चीज का शुरुआती द्रव्यमान पता चलेगा जिससे पहले ब्लैक होल की उत्पत्ति हुई थी क्योंकि उनका जन्म 13 अरब वर्ष पहले हुआ था, इससे यह जानकारी भी मिलेगी कि उनकी उत्पत्ति कैसे और कहा हुई. 
 
अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि ‘इवॉलव्ड लेजर इंटरफेरोमीटर स्पेस एंटीना डिटेक्टर’  के 2034 तक काम शुरू करने की संभावना है और इसके बाद बहुत बड़े आकार के ब्लैक होल के बीच की टक्कर से उत्पन्न गुरुत्वीय तरंगों का वर्ष में कम-से-कम दो बार पता लगाया जा सकेगा. 
 
फरवरी में अंतरराष्ट्रीय लिगो और विर्गो ने पहली बार गुरुत्वीय तरंग का पता लगाने की घोषणा की थी, इस महीने में दूसरी बार गुरुत्वीय तरंग का पता लगाया गया था, अल्बर्ट आइंस्टीन ने अपने सापेक्षता के सिद्धांत के तहत 100 वर्ष पहले गुरुत्वीय तरंगों की परिकल्पना की थी. 
 



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