झिल्लीदार पंजे वाला होगा भविष्य का मानव
जलवायु परिवर्तन के कारण एक बार फिर बर्फीले युग की शुरूआत होगी जिसकी वजह से इंसानों की हथेलियां और पंजे झिल्लीदार होने लगेंगे.
फाइल फोटो |
जलवायु परिवर्तन के दुष्परिणामों के बारे में जारी बहसों में कई बार ऐसी बातें की जाती हैं, जिन पर एकबारगी यकीन नहीं होता. ऐसे ही एक भयंकर दुष्परिणाम की भविष्यवाणी करते हुए केंट विविद्यालय के प्रोफेसर डॉ मैथ्यू स्कीनर ने बताया है कि जलवायु परिवर्तन के कारण एक बार फिर बर्फीले युग की शुरूआत होगी जिसकी वजह से इंसानों की हथेलियां और पंजे झिल्लीदार होने लगेंगे.
डॉ स्कीनर के अनुसार जलवायु परिवर्तन के कारण बदलती परिस्थितियों के अनुकूल ढ़लने की प्रक्रिया के तहत भविष्य के मानव झिल्लीदार पंजे और हथेलियों वाले हो सकते हैं तथा ही उनमें गलफेड़े भी विकसित हो सकते हैं.
उनके अनुसार समुद्र का जलस्तर बढ़ने पर इंसान को पानी के अंदर रहने के लिए मजबूर होना पड़ेगा, जिसके कारण इंसान को भविष्य में मछली की तरह पानी के अंदर ही रहना होगा.
जलवायु परिवर्तन के दौरान होने वाले बदलावों के अनुसार खुद को ढालने की कोशिश में लगा इंसान धीरे धीरे जलजीव ही बन जाएगा.
उनके अनुसार सबसे पहले पानी के अंदर रहने वाले इंसानों के सांस लेने के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति मानवनिर्मित गलफेड़े से होगी और साथ ही वह पानी के अंदर देखने के लिए पारदर्शी पलकों का इस्तेमाल करेगा. गलफेड़े पर इंसानों की निर्भरता की वजह से फेफड़े की जरूरत घटती जाएगी जिसके कारण धीरे धीरे इंसानों का अस्थिपंजर सिकुड़ता जाएगा.
Tweet |