अमेरिकी अंतरिक्षयान ने प्लूटो के सबसे करीब से गुजरकर रचा इतिहास
अमेरिका के न्यू हॉरिजंस अंतरिक्ष यान ने मंगलवार को सौरमंडल के क्षुद्रग्रह प्लूटो के अत्यंत निकट पहुंचकर एक नया इतिहास रच दिया.
नासा द्वारा लिया गया प्लूटो का चित्र. |
करीब एक दशक की या के बाद यह अंतरिक्ष यान मंगलवार को प्लूटो की सतह से 7750 मील ऊपर से गुजरा.
यह दूरी न्यूयॉर्क और मुंबई के बीच की दूरी के बराबर है. करीब तीन अरब मील की दूरी तय कर यह यान जब प्लूटो और उसके पांच चंद्रमाओं के बीच से गुजरा तो उस समय उसकी गति 14 किमी प्रति सेकेंड यानी करीब 58 हजार किमी प्रति घंटे थी.
प्लूटो को कभी सौर मंडल का सबसे छोटा और दूरस्थ ग्रह माना जाता था लेकिन इसे 2006 में क्षुद्र ग्रह की श्रेणी में शामिल किया गया था. इसकी खोज फरवरी 1930 में क्लाइव टोमबाग ने की थी.
यह सूर्य से 5.9 अरब किमी दूर स्थित है और इसे सूर्य का एक चक्कर पूरा करने में 248 साल लगते हैं. इसका तापमान शून्य से 223 डिग्री सेल्सियस कम तक है और इस पर जीवन की कोई संभावना नहीं है.
न्यू हॉरिजोंस को जनवरी 2006 में प्रक्षेपित किया गया था. यह उसी साल मार्च में मंगल के करीब से गुजरा था.
फरवरी 2007 में उसने बृहस्पति को पार किया जबकि जून 2008 में शनि से आगे निकला और जुलाई 2011 में यूरेनस को पार किया. अगस्त 2014 में यह नेपच्यून के पास से गुजरा.
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने न्यू हॉरिजंस द्वारा भेजी गयी प्लूटो की कई तस्वीरें जारी की हैं. नियंत्रण कक्ष की इस यान से अंतिम संकेत उस समय मिले थे जब उसने अपना एंटीना पृथ्वी की तरफ से घुमाकर प्लूटो की तरफ मोड़ा था.
पृथ्वी से इस यान तक संदेश पहुंचने में नौ घंटे का समय लगता है.
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