इसरो के अब तक के सबसे भारी वाणिज्यिक मिशन के लिए उल्टी गिनती शुरू
ब्रिटेन के पांच उपग्रहों को प्रक्षेपित करने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 8 जुलाई से अपने सबसे भारी वाणिज्यिक मिशन की उल्टी गिनती शुरू कर दी है.
इसरो (फाईल फोटो) |
ब्रिटेन के पांच उपग्रहों को प्रक्षेपित करने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने आज (8 जुलाई) से अपने सबसे भारी वाणिज्यिक मिशन की उल्टी गिनती शुरू कर दी है. इसे आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा प्रक्षेपण स्थल से 10 जुलाई को भारत के पीएसएलवी-सी28 प्रक्षेपण यान से प्रक्षेपित किया जाएगा.
इसरो के एक अधिकारी ने को बताया कि साढ़े बासठ घंटे लंबा यह इंतजार आज सवेरे सात बजकर 28 मिनट से शुरू हुआ और इसकी तैयारियां सुचारू रूप से चल रही हैं.
संगठन ने बताया कि इन पांचों उपग्रह का कुल वजन 1440 किलोग्राम है. इसरो और इसकी वाणिज्यिक इकाई एंट्रिक्स द्वारा अपने हाथ में लिया गया यह अब तक का सबसे भारी मिशन है.
अधिकारी ने बताया कि मिशन रेडिनेस रिव्यू कमेटी और लॉन्च ऑथोराइजेशन बोर्ड ने मंगलवार पीएसएलवी-सी28-डीएमसी3 मिशन को हरी झंडी दे दी थी.
ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) का यह 30वां मिशन है. यह तीन एक जैसे डीएमसी3 ऑप्टिकल पृथ्वी अवलोकन उपग्रह को प्रक्षेपित करेगा. इनका निर्माण ब्रिटेन की स्युरे सैटेलाइट टेक्नोलॉजी लिमिटेड ने किया है. इसके अलावा दो सहायक उपग्रहों को भी प्रक्षेपित किया जाएगा.
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