40 साल बाद कार्बन उत्सर्जन में आई कमी
अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी ने कार्बन डाइआक्साइड के उत्सर्जन में लगातार हो रही बढ़ोतरी पर 2014 में रोक लगने का खुलासा किया है.
कार्बन उत्सर्जन में आई कमी (फाइल फोटो) |
आईईए ने नियंत्रण तापवृद्धि के लिए प्रमुख रूप से जिम्मेदार गैस कार्बन डाइआक्साइड के उत्सर्जन में दुनिया भर में पिछले चार दशकों से लगातार हो रही बढ़ोतरी पर 2014 में रोक लगने का खुलासा किया है.
आईईए के अनुसार कार्बन डाइआक्साईड गैस का उत्सर्जन वर्ष 2013 की तुलना में घटकर 2014 में 32.3 अरब टन रह गया है.
आईएई के मुख्य अर्थशास्त्री फातिह बिरोल ने शुक्रवार को कहा कि यह आंकड़े बेहद चौकाने वाले लकिन स्वागतयोग्य और बेहद महत्वपूर्ण भी हैं. इन आंकड़ों से मुझे उम्मीद जगी है कि मानवता के सामने आज जलवायु परिवर्तन का जो सबसे बड़ा खतरा मौजूद है, उससे हम मिलकर निपट सकते हैं.
विकासशील देशों की पेरिस स्थित सलाहकारी संस्था आईईए ने कहा कि कार्बन उत्सर्जन में यह कमी इसके प्रमुख उत्सर्जक देश चीन में बिजली पैदा करने के लिए नवीकरणीय स्त्रोतों का इस्तेमाल की करने की प्रवृत्ति बढ़ने के कारण आई है.
चीन ने 2014 में बिजली बनाने के लिए कोयले पर निर्भरता को कम करने के साथ जल, वायु और पवन ऊर्जा का इस्तेमाल बढ़ाया है. बिरोल ने कहा कि दिसम्बर में पेरिस में होने वाले नियंतण्र जलवायु सम्मेलन में इसके उत्सर्जन में कमी को लेकर समझौते पर सहमति बननी चाहिए.
ब्रिटेन के ऊर्जा एवं जलवायु परिवर्तन सचिव ईडी दवे ने कहा कि ये आंकड़े दिखाते हैं कि सिर्फ ब्रिटेन ही नहीं बल्कि पूरा विश्व हरित विकास को प्राप्त कर सकता है.
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