उल्का पिंड का राज जानने गया हायबुसा

Last Updated 04 Dec 2014 09:24:40 PM IST

उल्कापिंडों में जीवन की उत्पत्ति के राज का पता लगाने के लिए जापान का हायबुसा-2 अंतरिक्ष यान अपनी लंबी यात्रा पर रवाना हुआ.


हायबुसा-2

जापानी भाषा में ‘हायबुसा’ ऊंची उड़ान भरने वाले पक्षी फाल्कन को कहा जाता है, हायबुसा उल्कापिंड 1999 जेयू थ्री की खोज खबर लेने के लिए भेजा गया है. 

उल्कापिंड पर उतरने से पहले यह यान उसकी कक्षा में चक्कर काटते हुए उसकी भौगोलिक संरचना का आंकलन करेगा और इसके बाद उसकी सतह पर छोटा विस्फोट करके वहां बनने वाले गड्ढे से मिट्टी के नमूने इकठ्ठा करेगा. 
 
हायबुसा संभवत 2018 के मध्य में उल्कापिंड पर पहुंचेगा और इसके बाद वहां से नमूने इकठ्ठा करके धरती पर वर्ष 2020 तक लौटेगा. 
 
वैज्ञानिकों का मानना है कि उल्कापिंड दरअसल अंतरिक्ष में मलबे के रूप में मौजूद ऐसे खगोलीय पिंड है जो सौर मंडल की सरंचना के शुरुआती दिनों में अस्तित्व में आए थे. 
 



Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment