धूमकेतु पर पहली बार पहुंचा अंतरिक्ष यान
अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में मानवजाति को बुधवार को एक बड़ी कामयाबी हासिल हुई है.
धूमकेतु पर पहली बार पहुंचा अंतरिक्ष यान |
यूरोपीय स्पेस सेंटर के वैज्ञानिकों ने पुष्टि की है कि रोसेटा नामक अंतरिक्ष यान से ले जाए गए फिला नामक प्रोब उपग्रह की धूमकेतु 67पी/चुयरूमोव-गेरासिमेंको पर ऐतिहासिक लैंडिंग सफल रही है.
पहली बार किसी धूमकेतु या पुच्छले तारे पर अंतरिक्ष यान को उतारने में कामयाबी मिली है. पृथ्वी से लगभग 50 करोड़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित पुच्छलतारे पर यान उतरा है. इस धूमकेतु की परिधि दो किलोमीटर की है.
यूरोपीय स्पेस सेंटर के मुताबिक इस अंतरिक्षयान के धूमकेतु पर पहुंचने से धूमकेतु पर मौजूद बर्फ और मिट्टी के करीब साढ़े चार अरब साल पुराने रहस्यों के बारे में जानने में मदद मिलेगी.
यह अध्ययन सौरमंडल के निर्माण और ब्रह्मांड के अध्ययन को नई पहचान देगा.
इस अभियान की भूमिका 1980 के दशक में बनी थी, और उपग्रह को 10 साल पहले 2004 में प्रक्षेपित किया गया था. इस अभियान पर अभी तक एक अरब डॉलर से ज्यादा की रकम खर्च हुई. यान ने धूमकेतु पर फिला को उतारने के लिए 7 घंटे का अवतरण किया.
इस उपलब्धि के बाद यूरोपियन स्पेस एजेंसी के निदेशक जीन जैम्स डोरेन ने भावुक होते हुए कहा-‘यह मानव सभ्यता की एक बड़ी छलांग है.’
धूमकेतु पर उतरने की तस्वीरों को धरती पर अज्रेटीना और मैड्रिड के स्थापित केंद्रों पर प्राप्त किया गया. डोरेन ने कहा- हमने आज एक अद्भुत उपलब्धि हासिल की है. लैंडिंग से पहले रोसेटा 10 साल तक धूमकेतु के पीछे लगा रहा.
रोसेटा ने अंतरराष्ट्रीय समय के अनुसार बुधवार सुबह 9:30 बजे फिला को मुक्त किया 3.30 बजे यह धूमकेतु पर पहुंच गया और रात 11 बजे के करीब जर्मनी के डार्मस्ट्रेड में पहला संकेत प्राप्त हुआ कि फिला ने ठीक ठाक काम शुरू कर दिया है.
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