गॉड पार्टिकल पर सवालिया निशान,खोज में मिला कण 'टेक्नी हिग्स'

Last Updated 10 Nov 2014 12:42:35 PM IST

गॉड पार्टिकल की खोज पर सवालिया निशान लग गया है.


गॉड पार्टिकल की खोज पर सवालिया निशान (फाइल फोटो)

लंदन से मिली जानकारी के अनुसार एक नए शोध के अनुसार पिछले साल नाभिकीय अनुसंधान के यूरोपीय संगठन (सर्न) ने जिस प्रसिद्ध गॉड पार्टिकल की खोज की थी दरअसल यह वह कण नहीं है.

वैसे कई गणितीय गणनाओं के अनुसार पिछले साल स्विटजरलैंड में हुए सर्न के प्रयोग में मिला कण हिंग्स बोसोन ही है.

ताजा विश्लेषण में अनुसंधानकर्ताओं ने सर्न प्रयोग पर ये सहमति भी जता दी है कि इसके पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं कि हिग्स बोसोन (गॉड पार्टिकल) की खोज हुई है. इस प्रयोग में इस बात के सबूत जरूर मिले कि खोज में मिला कण \'टेक्नी हिग्स\' कण है लेकिन ये गॉड पार्टिकल नहीं है.

बोसोन कण (गॉड पार्टिकल) स्टैंडर्ड मॉडल सिद्धांत का अब तक नहीं पहचाना गया हिस्सा है. ये सिद्धांत प्रकृति की चार शक्तियों (गुरुत्व, इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फोर्स, क्षीण परमाणु शक्ति और शक्तिशाली परमाणु शक्ति) में से तीन शक्तियों की व्याख्या करता है. लेकिन इस सिद्धांत से डार्क मैटर का पता नहीं चलता.

समूचे ब्रह्माांड का अधिकांश भाग इस डार्क मैटर से ही बना है. सदर्न डेनमार्क यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर मैड्स टाउडल फ्रैंडसन के अनुसार सर्न के प्रयोग से मिले आंकड़ों को आमतौर पर बोसोन कण माना गया था. ये भी सच है कि इस प्रयोग में मिले तथ्य बोसोन कण के तथ्यों का विश्लेषण करते हैं, लेकिन सर्न से मिले ये आंकड़े तो अन्य कणों के विश्लेषण में भी पाए जा सकते हैं.

लिहाजा, ये अब तक पुख्ता नहीं हो सका है कि ये बोसोन कण को खोजने वाले आंकड़े ही हैं. हालांकि सर्न प्रयोग के ताजा विश्लेषण में तथ्यों को बोसोन कण होने की संभावना से पूरी तरह नकारा भी नहीं गया है.

फ्रैंडसन ने बताया कि मौजूदा आंकड़े ये तय करने के लिए पर्याप्त नहीं हैं कि ये कौन सा कण है. ये कई अन्य कणों में से एक हो सकता है. सर्न प्रयोग के नए विश्लेषण में ये भी कहा गया है कि ये हिग्स कण न होकर टेक्नी हिग्स कण हो सकता है.

टेक्नी हिग्स कण की खूबियां बहुत हद तक हिग्स जैसी ही हैं. सर्न जैसे किसी प्रयोग के दौरान हिग्स और टेक्नी हिग्स के बीच में संशय संभव है. ये दोनों ही कण ब्रह्माांड के निर्माण के दो अलग-अलग सिद्धांतों को समझने के लिए बताए गए दो अलग-अलग कण हैं.

टेक्नी हिग्स कण ब्रह्माांड की संरचना का प्रारंभिक कण नहीं है. लेकिन इसमें कई ऐसी खूबियां है जो कि प्रारंभिक कणों में पाई जाती हैं. ये शोध जरनल फिजिक्स रीव्यू में प्रकाशित हुआ है.



Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment