पीएसएलवी सी 26 के दूसरे चरण में ईधन भरने का काम पूरा
प्रक्षेपण के लिए राकेट पीएसएलवी सी26 के दूसरे चरण में ईधन भरने का काम पूरा हो चुका है.
PSLV C26 में ईधन भरने का काम पूरा (फाइल फोटो) |
तीसरे दिशासूचक उपग्रह आईआरएनएसएस1 सी के 16 अक्टूबर को श्रीहरिकोटा से प्रक्षेपण होना है
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने ट्विटर पर जारी एक पोस्ट में बताया कि पीएसएलवी सी26 के दूसरे चरण में प्रणोदक डाईनाइट्रोजन टेट्राक्साइड भरने का काम पूरा हो गया है. कुल 1425 किग्रा वजनी आईआरएनएसएस1 सी को 16 अक्टूबर को तडके एक बजकर 32 मिनट पर प्रक्षेपित किया जाएगा और दूरदर्शन पर इसका सीधा प्रसारण किया जाएगा.
आईआरएनएसएस1 सी के प्रक्षेपण की 67 घंटे की उल्टी गिनती सोमवार सुबह छह बजकर 32 मिनट पर शुरू हुई थी और यह सुचारू ढंग से चल रही है. इस उपग्रह को पहले दस अक्टूबर को प्रक्षेपित किया जाना था लेकिन इसका प्रक्षेपण एक सप्ताह के लिए टाल दिया गया था.
भारतीय क्षेत्रीय नेविगेशन उपग्रह प्रणाली के लिए सात उपग्रहों को अंतरिक्ष में स्थापित करने की योजना हैय इसके लिए पहले उपग्रह आईआरएनएसएस-1ए और दूसरे उपग्रह आईआरएनएसएस-1बी का प्रक्षेपण हो चुका है.
इसरो ने कहा है कि यह प्रणाली अगले साल तक तैयार हो जाएगी. यह प्रणाली अमरीका के ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस), रूस के ग्लोनास और यूरोप के गैलीलियो के समान है. चीन और जापान के पास भी इस तरह की प्रणालियां हैं जिन्हें क्रमश: बिदोउ और क्वासी जेनिथ सैटेलाइट सिस्टम के नाम से जाना जाता है.
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