मंगल ग्रह की टोह लेने जा रहा मंगलयान 95 प्रतिशत यात्रा पूरी
मंगल ग्रह की टोह लेने जा रहा भारत का मंगलयान अपनी 95 प्रतिशत यात्रा पूरी कर चुका है.
Mangalyan (file photo) |
मंगलयान अपने गंतव्य पर पहुंचने के लिए अब उसे 40 लाख किलोमीटर से भी कम दूरी तय करनी है. मंगलयान 24 सितंबर को अपने गंतव्य पर पहुंचेगा.
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधन संगठन ने सोशल नेटवर्किंग साइट पर जारी पोस्ट में बताया कि मंगलयान 95 प्रतिशत यात्रा पूरी कर चुका है. इसरो के सामने अब सबसे बडी समस्या मंगलयान के तरल इंजन को फिर से चालू करने की है जो पिछले दस महीने से बंद है.
इस इंजन को एक दिसंबर को 22 मिनट के लिए चालू किया गया था और तब मंगलयान की गति को 648 मीटर प्रति सेकंड बढाकर पृथ्वी की आखिरी कक्षा से बाहर किया गया था.
मंगलयान अभी 22 किलोमीटर प्रति सेकेंड की रफ्तार से चल रहा है और मंगल की कक्षा में प्रवेश के लिए इस रफ्तार को कम करके 1.6 किलोमीटर प्रति सेकेंड करना जरूरी है.
इसरो 22 सितंबर को तरल इंजन का परीक्षण कर सकता है ताकि 24 सिंतबर को सब कुछ ठीकठाक रहे. कुल 450 करोड रुपए की लागत से तैयार मंगलयान को पिछले साल पांच नवंबर को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा प्रक्षेपण स्थल से ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान पीएसएलवी सी-25 के जरिए प्रक्षेपित किया गया था. उसके बाद पांच बार इसे ऊंची कक्षाओं में स्थापित किया गया था.
इस यान के साथ पांच प्रयोगात्मक उपकरण, लाइमैन अल्फा फोटोमीटर, मीथेन सेंसर, मार्स कलर कैमरा, थर्मल इंफ्रारेड इमेजिंग स्पेक्ट्रोमीटर और मार्स एक्सोफेरिक न्यूट्रल कंपोजीशन एनालाइजर भेजे गए हैं जो मंगल के वातावरण के बारे में जानकारी जुटाएंगे.
यह जानकारी इस लाल ग्रह के रहस्यों पर से पर्दा उठाने में वैज्ञानिकों के लिए मददगार साबित हो सकती है.
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