उत्तराखंड में 69 सीटों पर मतदान संपन्न, तीन बजे तक 53.29 फीसदी मतदान, 75,13,547 मतदाता, 628 उम्मीदवार
उत्तराखंड में चौथी विधानसभा के लिए 70 में से 69 पर बुधवार को मतदान संपन्न हो गया है. एक सीट पर 9 मार्च को चुनाव होगा.
उत्तराखंड में 69 सीटों पर मतदान संपन्न (फाइल फोटो) |
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को हुए मतदान में दोपहर तीन बजे तक 53.29 फीसद मतदान दर्ज किया गया.
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को मतदान जारी है, राज्य के 70 में से 69 सीटों पर हो रहा मतदान शुरुआत में धीमा रहा, लेकिन दोपहर बाद इसमें तेजी आई. राज्य में सत्ताधारी कांग्रेस तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच सीधा मुकाबला है.
प्रदेश निर्वाचन कार्यालय से मिली सूचना के अनुसार, प्रदेश में अब तक सबसे ज्यादा मतदान हरिद्वार जिले में दर्ज किया गया है जहां तीन बजे तक 62 प्रतिशत मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके हैं.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने देहरादून में बूथ नं 45 पर वोट डाला.
निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी के मुताबिक, अपराह्न दो बजे तक 13 जिलों में औसत 48 फीसदी मतदान दर्ज किया गया.
राज्य के गठन के बाद यह चौथा विधानसभा चुनाव है, जहां 75 लाख मतदाता 628 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे.
कोटद्वार में अधिकतम (51 फीसदी) मतदान की खबर है, जहां से पूर्व कांग्रेसी और अब भाजपा नेता बने हरक सिंह रावत मैदान में हैं. उन्होंने पिछले साल कांग्रेस से बगावत किया था.
इसके अलावा, दोपहर तीन बजे तक उत्तरकाशी और उधमसिंह नगर में 60 फीसदी, नैनीताल में 54, चंपावत में 51, बागेर और रूद्रप्रयाग में 50, देहरादून में 49, पिथौरागढ में 48, चमोली में 47, टिहरी में 46, पौडी में 45 और अल्मोड़ा में 43 फीसदी मतदान दर्ज हुआ है.
कुछ जगहों पर खराब मौसम के बावजूद पुरुष व महिला मतदाता मतदान में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं.
राज्य निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी के अनुसार, उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए 11 जिलों की 69 सीटों के लिए सुबह आठ बजे शुरू हुए मतदान के पहले दो घंटों में आठ प्रतिशत वोट डाले गए.
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' और भुवन सिंह खंडूरी शुरुआती घंटों में मतदान करने वाले प्रमुख नेताओं में शामिल रहे.
उत्तराखंड की 69 विधानसभा सीटों पर बुधवार को सुबह मतदान शुरू हो गया जहां 74 लाख से ज्यादा मतदाता मताधिकार का प्रयोग करके चुनाव में किस्मत आजमा रहे 628 प्रत्याशियों के भविष्य का फैसला ईवीएम में बंद करेंगे.
उत्तराखंड निर्वाचन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, पूरे प्रदेश में सभी जगह सुबह आठ बजे मतदान शुरू हो गया और शाम पांच बजे तक मतदाता मतदान केंद्र पहुंचकर अपना वोट डाल सकेंगे.
कर्णप्रयाग सीट पर 12 फरवरी को बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी कुलदीप कान्वासी की सड़क दुर्घटना में मृत्यु होने के कारण वहां स्थगित हो गये चुनाव के मद्देनजर आज प्रदेश की 70 में से 69 सीटों पर ही मतदान हो रहा है. कर्णपयाग सीट पर मतदान के लिये चुनाव आयोग ने अब नौ मार्च की नयी तारीख घोषित की है.
आज हो रहे मतदान के लिये सभी तैयारियां चाक चौबंद कर ली गयी हैं और मतदान सुचारू ढंग से संपन्न कराने के लिये राज्य पुलिस सहित करीब 30,000 सुरक्षा कर्मियों की नियुक्ति की गयी है. सुरक्षाकर्मियों के अलावा करीब 60,000 मतदानकर्मियों को भी तैनात किया गया है.
प्रदेश में इन विधानसभा चुनावों में पहली बार तीन विधानसभा क्षेत्रों हरिद्वार जिले के भेल रानीपुर, देहरादून जिले के धर्मपुर और उधमसिंह नगर जिले के रूद्रपुर में वीवी पैट मशीन का भी प्रयोग किया जा रहा है जिसके जरिये मतदाता खुद यह देख सकेंगे कि उनका वोट उसी प्रत्याशी को गया है जिसके लिये उन्होंने ईवीएम पर बटन दबाया था.
उत्तराखंड में ज्यादातर सीटों पर कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला है लेकिन करीब एक दर्जन सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों के रूप में खड़े दोनों राजनीतिक दलों के बागी नेता अपनी पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के चुनावी गणित को खराब करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं.
प्रदेश में 12 कांग्रेस विधायकों के दल-बदल कर भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने और दो भाजपा विधायकों के कांग्रेसी नाव पर सवार होने से विधानसभा चुनाव काफी रोचक हो गये हैं.
वर्तमान विधानसभा में पिथौरागढ़ जिले की धारचूला सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले मुख्यमंत्री इस बार दो जगह से किस्मत आजमा रहे हैं जिनमें हरिद्वार (ग्रामीण) के अलावा उधमसिंह नगर जिले की किच्छा सीट शामिल है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय सहसपुर सीट से चुनावी मैदान में हैं जहां उनके मुकाबले
में भाजपा के सहदेव पुंडीर के साथ ही उनकी पार्टी के बागी नेता आयेंद्र शर्मा से भी है .
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रानीखेत से चुनाव लड. रहे हैं जबकि पार्टी के एक अन्य दिग्गज नेता सतपाल महाराज चौबट्टाखाल से किस्मत आजमा रहे हैं.
अधिकारियों के मुताबिक, 11 मार्च की सुबह तक डाक मतपत्र प्राप्त किए जाएंगे और उसी दिन उत्तराखंड सहित पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव की मतगणना होगी.
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