हरक सिंह के खिलाफ कथित दुष्कर्म मामले में भाजपा ने मांगा मुख्यमंत्री का इस्तीफा
उत्तराखंड के पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत के खिलाफ कथित दुष्कर्म के मामले में आरोप लगाने वाली महिला के नए खुलासों के बाद भाजपा ने मुख्यमंत्री हरीश रावत का त्यागपत्र मांगते हुए कहा है कि षडय़ंत्रकारियों को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है.
भाजपा उत्तराखंड अध्यक्ष अजय भट्ट (फाइल फोटो) |
हरक सिंह पर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ दिल्ली के सफदरजंग थाने में मामला दर्ज कराने वाली महिला ने बुधवार को अचानक अपने बयान से पलटते हुए नया सनसनीखेज खुलासा किया कि उसने ऐसा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री और उनके करीबियों के दबाव में आकर किया था.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कल देर शाम देहरादून में जारी एक वक्तव्य में कहा, \'\'मुख्यमंत्री को अपने पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए और उन्हें अब सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं रह गया है.\'\'
महिला के नये खुलासे से भाजपा के रूख की पुष्टि होने का दावा करते हुए भट्ट ने कहा कि मामला सामने आने के पहले ही दिन से भाजपा को राज्य की कांग्रेस सरकार के किसी षडय़ंत्र की आशंका थी.
उन्होंने कहा कि नये खुलासे से षडय़ंत्र की बात सिद्ध हो गई है और अब कानून को अपना काम करना चाहिये, क्योंकि इस प्रकार षडय़ंत्र किया जाना भी अपने आप में गंभीर अपराध है.
भट्ट ने यह भी आरोप लगाया कि रावत अपने खिलाफ बगावत करने वाले तत्कालीन कांग्रेस विधायकों और मंत्रियों के खून के प्यासे हो गये हैं. बगावत करने वाले सभी 10 विधायक अब भाजपा में शामिल हो गये हैं.
उन्होंने कहा, इससे हमारे इन आरोपों की भी पुष्टि होती है कि खिलाफत कर भाजपा में आये नेताओं, कुँवर प्रणव चौम्पीयन, प्रदीप बतरा, रेखा आर्य के पति गिरधारीलाल साहू के खिलाफ भी षडय़ंत्र कर झूठे मुकदमे दर्ज कराये जा रहे हैं.
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