उत्तराखंड में भारत-चीन सीमा पर शुरू हुआ पुल
पिथौरागढ़ के नाभिधांक में एक पुल की शुरुआत के साथ सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने भारत-चीन सीमा पर स्थित सामरिक रूप से अहम 75 किलोमीटर लंबे घाटियाबागर-लिपुलेख मोटर मार्ग के 31 किलोमीटर लंबे भाग को पूरा कर लिया है.
फाइल फोटो |
21 जून को इस 100 मीटर लंबे पुल को जनता के लिए शुरुआत हुई थी.
धारचूला में बीआरओ के एक अधिकारी ने बताया, गरबाधार से बूंधी तक के बेहद पथरीले मार्ग पर शेष सड़क का निर्माण कार्य एक निजी कंपनी करेगी, जिसे 2018 तक पूरा कर लिया जाएगा.
नाभिधांक में हाल में शुरू किए गए पुल के अलावा गूंजी-नपलाचू और गरबियांग में भी तीन अन्य पुलों का निर्माण किया गया है और हाल में इन पर भी परिचालन शुरू हुआ है.
इन तीनों पुलों को शुरू करने के बाद सीमा का यह मार्ग पूरा हो गया है, जिससे यहां परिचालन अधिक सुगम्य हो गया है. काली घाटी में घाटियाबागर कस्बे से नाभिधांक के 75 किलोमीटर मोटर मार्ग का कार्य 2007 से चल रहा है.
बीआरओ में सड़क प्रभारी मनीष नारायण ने बताया, इन हालिया घाटी पुलों के शुरू होने से अब हम यह कहने की स्थिति में हैं कि घाटियाबागर से नाभिधांक के लिए 12 मीटर चौड़ी सड़क 2018 तक तैयार हो जाएगी.
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