उत्तराखंड में केंद्रीय टीम ने किया आग प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण
केंद्र सरकार के चार सदस्यीय दल ने नरेंद्रनगर वन प्रभाग के अंतर्गत आग से प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण किया.
(फाइल फोटो) |
जनपद में वनाग्नि की घटनाओं को देखते हुए केंद्र सरकार के चार सदस्यीय दल ने नरेन्द्र नगर वन प्रभाग अंतर्गत आग से प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर वन विभाग एवं जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे अग्नि नियंतण्रकायरे का जायजा लिया.
दल ने स्थानीय लोगों से सम्पर्क कर जिला कार्यालय सभागार में जिलाधिकारी व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की.
केंद्र से आई चार सदस्यीय टीम के अधिशासी निदेशक राष्ट्रीय आपदा नियंत्रण संस्थान के संतोष कुमार ने जिला प्रशासन द्वारा अग्नि पर काबू पाने के लिए किए गए प्रयासों पर संतोष जताते हुए कहा कि ग्राम स्तर पर वन पंचायतों तथा ग्रामीणों के साथ बैठक कर जागरूकता अभियान चलाया जाए और जनता से सामंजस्य बनाकर आग पर नियंत्रण के लिए प्रभावी कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की आवश्यकताओं को केंद्र सरकार पूर्ण करेगी.
नई तकनीकी के उपयोग के लिए चिह्नित कर्मचारियों को भी प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा. उन्होंने माना कि चारे की समस्याओं के लिए सरकार को ग्रामीणों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए.
इस अवसर पर जिलाधिकारी ज्योति नीरज खैरवाल ने बताया कि गत दिवस जनपद के नरेन्द्र नगर क्षेत्र में 31 आग की घटनाएं हुई थी. इस पर वन विभाग, स्थानीय प्रशासन व पुलिस ने अभियान चलाकर प्रभावी नियंत्रण किया. 21 स्थानों पर आगजनी रोकी गई तथा आठ स्थानों पर आग पर नियंत्रण के लिए संयुक्त टीम कार्य कर रही है.
उन्होंने बताया कि जनपद के लिए एसडीआरएफ की टीम के सदस्य भी मंगाए गए हैं. इस दौरान पुलिस अधीक्षक बीजे सिंह ने बताया कि पुलिस द्वारा भी तीन लोगों के खिलाफ आगजनी के मामले दर्ज किए गए हैं. नरेन्द्रनगर, घनसाली में फायर सर्विस को सतर्क व गतिमान किया गया. इसके अलावा दो टैंकर टीएचडीसी एवं केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल से लिए गए हैं.
बैठक में केंद्रीय समिति के सदस्य निदेशक दिल्ली अग्निशमन विभाग डीसी मिश्रा, निदेशक केंद्रीय रक्षा मंत्रालय, पर्यावरण एवं अग्नि नियंत्रण संस्थान डा. केसी बाधवा, डीआईजी वन एवं पर्यावरण मंत्रालय एसपी वशिष्ठ के अलावा मुख्य विकास अधिकारी डा. अहमद इकबाल, डीएफओ आरपी मिश्रा, अपर जिलाधिकारी जगदीश लाल, उपजिलाधिकारी बृजेश कुमार तिवाडी और उप वन प्रभागीय अधिकारी डीपी बलूनी आदि रहे.
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