सचिवालय पर उत्तरांचल कर्मचारी और शिक्षक का विरोध प्रदर्शन

Last Updated 09 Feb 2016 05:57:57 AM IST

उत्तरांचल (पर्वतीय) कर्मचारी-शिक्षक महासंघ ने महारैली निकालकर सचिवालय के निकट प्रदर्शन किया.


सचिवालय कूच करते उत्तरांचल पर्वतीय शिक्षक महासंघ के सदस्य.

सचिवालय से पहले पुलिस द्वारा रोके जाने पर महासंघ ने प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला. साथ ही 38 सूत्री मांगों पर कार्रवाई न होने पर 23 फरवरी से कार्य बहिष्कार व जरूरत पड़ने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी है.
कर्मचारी शिक्षक महासंघ ने लम्बित मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. सोमवार को महासंघ के आह्वान पर विभिन्न विभागों व संगठनों से जुड़े सैकड़ों लोग परेड ग्राउंड में एकत्र हुए जहां से उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तिब्बती मार्केट, लैंसडौन चौक, कनक चौक से होते सचिवालय कूच किया. पुलिस मुख्यालय से पहले रैली को रोके जाने पर शिक्षकों व कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया.

इस मौके पर महासंघ के अध्यक्ष मनोहर कुमार मिश्रा व महामंत्री सुनील दत्त कोठारी ने सरकार को जमकर खरीखोटी सुनाई. उन्होंने कहा कि लम्बे समय से समूह घ, वाहन चालक संवर्ग, सींचपाल, नलकूप चालक, वैयक्ति अधिकारी, सींच अधिकारी, सहायक समाज कल्याण अधिकारी व सुपरवाइजर के ग्रेड पे में बढ़ोत्तरी समूह घ, वाहन चालक संवर्ग, सींचपाल, नलकूप चालक, वैयक्ति अधिकारी, सींच अधिकारी, सहायक समाज कल्याण अधिकारी व सुपरवाइजर के ग्रेड पे में बढ़ोतरी समेत 38 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन चल रहा है.

इस दौरान शासन के साथ कई दौर की वार्ताएं भी हो चुकी हैं जिसमें कई बिन्दुओं पर सहमति भी बन गई थी, लेकिन आज तक किसी भी मांग का शासनादेश जारी नहीं हुआ. इससे जाहिर होता है कि सरकार व शासन कर्मचारियों व शिक्षकों की मांगों को लेकर गंभीर नहीं है. इसके चलते कर्मचारियों व शिक्षकों को अपनी आवाज उठाने के लिए सड़कों पर उतरने के लिए बाध्य होना पड़ा. उन्होंने कहा कि आंदोलन के अगले चरण में 23 से 25 फरवरी तक कार्य बहिष्कार कर जिला मुख्यालयों व उप मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन दिया जाएगा. साथ ही 25 फरवरी को केन्द्रीय समिति की बैठक होगी जिसमें आगे के आंदोलन की रणनीति का ऐलान होगा. इस मौके पर प्रताप सिंह पंवार, पूर्णानन्द नौटियाल, केएल बलूनी, राजपाल सिंह, आनन्द सिंह रावत, टीएस पुण्डीर, योगेश उपाध्याय, रमेश रमोला, बीएस कलूड़ा, बीएस पयाल, हरीश नौटियाल,  सुनील नौटियाल, सुभाष देवलियाल, केएन भट्ट समेत अनेक लोगों ने विचार व्यक्त किये.

मौके पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट ललित नारायण मिश्रा को महासंघ ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित 38  सूत्री मांग पत्र सौंपा. ज्ञापन में मांगों पर शीघ्र सकारात्मक कार्रवाई होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी गई है. सिटी मजिस्ट्रेट ने अपर मुख्य सचिव से वार्ता करने का न्यौता भी दिया. इसके बाद महासंघ के नेताओं का गुस्सा शांत हुआ.
रैली में मिनिस्ट्रीयल फैडरेशन, वाहन चालक संघ, वैयक्तिक अधिकारी महासंघ, इंजीनियरिंग ड्राइंग सर्विसेज फैडरेशन, डिप्लोमा फाम्रेसिस्ट एसोसिएशन, जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ, सिंचाई विभाग कर्मचारी महासंघ समेत विभिन्न विभागों व संगठनों के कर्मचारियों व शिक्षकों ने हिस्सा लिया.



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