हरकी पैड़ी पर अशोक सिंघल की अस्थियां विसर्जित

Last Updated 30 Nov 2015 07:35:52 PM IST

विश्व हिन्दू परिषद के संरक्षक अशोक सिंघल की अस्थियां हरिद्वार में हरकी पैड़ी पर गंगा में विजर्सित कर दी गई.


अशोक सिंघल की अस्थियां विसर्जित

इससे पूर्व कनखल संन्यास रोड स्थित श्रीपूर्णानन्द आश्रम में उनको संत-महंत, महामंडेश्वरों और गणमान्य व्यक्तियों ने श्रद्धांजलि दी. अस्थि कलश को शंकराचार्य चौक, डाम कोठी, तुलसी चौक, शिवमूर्ति, ललातरौपुल, पोस्ट आफिस व अपर रोड होते हुए हरकी पैड़ी पर लाया गया. मार्ग में लोगों ने स्व. सिंघल के अस्थि कलश पर पुष्पाजंलि अर्पित की.

अस्थि कलश यात्रा के दौरान कई स्थानों पर पुष्प वर्षा की गई. हजारों कार्यकर्ताओं की अगुआई में अस्थि कलश यात्रा हरकी पैड़ी पहुंची. बजरंग दल के युवा मोटर-साइकिल, स्कूटरों पर सवार होकर श्रीराम, जय राम, जय जय राम का उद्घोष कर रहे थे.

इसके पीछे भजन और राम धुन चल रही थी. अस्थि कलश रथ में वेदपाठी व विद्यार्थियों द्वारा वेद मंत्रों का उच्चारण किया जा रहा था. सैकडों गाड़ियां, रिक्शा व पैदल कार्यकर्ता भी यात्रा में शामिल थे.

हरकी पैड़ी पहुंचने पर वैदिक परम्परा के अनुसार श्रीगंगा सभा के तत्वावधान में स्व. सिंघल की अस्थियां गंगा में विसर्जित की गई.

इससे पूर्व श्रद्धाजंलि सभा में महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव रविन्द्र पुरी महाराज ने कहा कि स्व. सिंघल का महानिर्वाणी अखाड़े से पुराना संबंध रहा है. वह हरिद्वार आने पर महानिर्वाणी अखाड़े में ही रुकते थे. गुरुमंडल आश्रम में भगवद्स्वरूप महाराज ने कहा अशोक सिंघल नें पूरे विश्व में हिन्दुओं का मान बढ़ाया है.

महंत विष्णुदास महाराज ने कहा कि स्व. सिंघल ने हिन्दुओं को एकजुट करने में जीवन समर्पित कर दिया. महामण्डेश्वर सोमेश्वरानंद गिरी ने कहा कि उन्होंने राममन्दिर आन्दोलन का प्रारंभ संतों की अगुआई में ही किया था. महामण्डेश्वर गिरीधर गिरी ने कहा कि सिंघल का पूरा जीवन संत के रूप में गुजरा. बड़ा अखाड़े के मोहन दास महाराज ने कहा कि अशोक सिंघल कोई भी कार्य करने से पूर्व संतों की राय लेते थे.

महामण्डेश्वर हरिचेतनानंद महाराज ने कहा कि अशोक सिंघल हमारे दिलों में जिन्दा रहेंगे. श्रद्धाजंलि देने वाले में महामंडेश्वर डा. रामेश्वर दास, रामाधाराचार्य, महामंडेश्वर प्रेमानंद, माता पूर्णा गिरी, स्वामी ललितानंद, आनन्द गिरी, हरिबल्लभ शास्त्री, साध्वी गंगादास, जागेराम शास्त्री, सोमेश्वरानंद गिरी, गुरुशरणानंद महाराज, राजेन्द्र देवाचार्य महाराज, पुष्पानंद महाराज, विसोकानंद महाराज, मां पूर्ण प्रज्ञा, संविद सोमगिरी, देवानंद ब्रह्मचारी, देवानंद सरस्वती, ज्ञानानंद महाराज आदि शामिल थे.

इस मौके पर विहिप के अंतरराष्ट्रीय संगठन महामंत्री दिनेश चन्द्र, केन्द्रीय मंत्री राजेन्द्र सिंह पंकज, हरिशंकर, अशोक तिवारी, क्षेत्रीय संगठन मंत्री करुणोश प्रकाश, अशोक प्रकाश, भाजपा के राष्ट्रीय संगठन सहमंत्री शिव प्रकाश, पूर्व मुख्यमंत्री व सांसद डा.रमेश पोखरियाल निशंक, नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट, पूर्व मंत्री प्रकाश पंत, मदन कौशिक, विधायक यतीश्वरानंद, संजय गुप्ता, चन्द्रशेखर भट्टे वाले, संघ के क्षेत्रीय प्रचारक आलोक कुमार, प्रांत संघ कार्यवाह लक्ष्मी प्रसाद जायसवाल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत, विहिप क्षेत्रीय संगठन मंत्री ईरी प्रसाद, विभाग प्रचारक सुनील, प्रांत संगठन मंत्री संजय कुमार, ऋषि कण्डवाल, चिन्तामणि, रामअवतार भारद्वाज, संध्या कौशिक, भाजपा प्रदेश महामंत्री नरेश अग्रवाल, जिलाध्यक्ष सुरेश राठौड़, पूर्व जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश जमदग्नि, ब्रजमोहन गौड, राकेश, डा. संदीप कपूर, प्रदीप कालरा, कार्यक्रम संयोजक राकेश बजरंगी, अनुज वालिया, सौरभ चौहान, पंकज चौहान, वीरसेन मानव व अमित शर्मा आदि मौजूद थे.

अस्थि विसर्जन वीरेन्द्र कीर्तिपाल, आशीष गौतम, हरिओम जायसवाल ने कराया. श्रीगंगा सभा की ओर से महामंत्री रामकुमार मिश्रा व आशुतोष शर्मा भी उपस्थित थे.



Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment