आंगनबाड़ी वर्कर बनेंगी नर्सरी और केजी की टीचर!
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने घोषणा की है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भविष्य में नर्सरी व केजी कक्षाओं की शिक्षिकाओं के रूप में समायोजित किया जाएगा.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत (फाइल फोटो) |
हालांकि अभी राज्य के सरकारी प्राइमरी स्कूलों में ये कक्षाएं वजूद में नहीं हैं, लेकिन बताया जा रहा है कि भविष्य में सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को प्राथमिक विद्यालयों से जोड़कर चलाने की जो योजना है. लेकिन शिक्षक बनने का मौका उन्हींकार्यकर्ताओं को मिलेगा, जो बीएड व टीईटी परीक्षा पास होंगी.
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नर्सरी एवं केजी की शिक्षक बनाने की घोषणा शिक्षा मंत्री, मंत्रीप्रसाद नैथानी के नेतृत्व में गये एक शिष्टमंडल से भेंट में की गई. आंगनबाड़ी कर्मचारी महापंचायत का यह शिष्टमंडल दो बार मानदेय बढ़ाने पर मुख्यमंत्री का आभार जताने गया था. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार एक कोष बना रही है, जिसका लाभ आंगनबाड़ीकार्यकर्ताओं को मिलेगा.
आंगनबाड़ीकार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को सामाजिक सुरक्षा के अन्तर्गत ईपीएफ, पेंशन एवं बीमा योजना से लाभान्वित करने की योजना भी सरकार बना रही है. नैथानी के सुझाव पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राथमिक शिक्षा को आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से और अधिक प्रभावी बनाया जायेगा. शैक्षिक योग्यता रखने वाली और प्रशिक्षित आंगनबाड़ीकार्यकर्ताओं को इसमें स्थान दिया जायेगा. प्राथमिक विद्यालय आंगनबाड़ी केन्द्रों में ही संचालित हों इस पर विचार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि नौनिहालों को बेहतर वातावरण मिले इसके लिए दूसरे संभावित उपाय भी किये जायेंगे.
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को दो बार मानदेय बढ़ाये जाने पर पंचायत की प्रांतीय अध्यक्ष उमारानी, कार्यकारी अध्यक्ष सुषमा पंचपुरी, संयोजक जगदीश बहुगुणा, महामंत्री ऊमा देवी ने राज्य सरकार का आभार जताया तथा मुख्यमंत्री का आभार जताने के लिए आगामी 16 अगस्त को देहरादून में सम्मेलन आयोजित करने की बात कही. प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से कहा कि सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं को आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से आमजन तक पहुंचाया जायेगा. इस अवसर पर इंटक के प्रदेश अध्यक्ष व विधायक डोईवाला हीरा सिंह बिष्ट भी उपस्थित थे.
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