महिला प्रधान को पीटा अफसरों पर फेंकी कुर्सियां

Last Updated 03 Jun 2015 06:15:42 AM IST

रुड़की के मेहवड कलां गांव में सोशल ऑडिट की खुली बैठक में जमकर बवाल हुआ.


मेहवड कलां में खुली बैठक में महिला प्रधान हमलावरों पर ही लाठी भांजती हुई.

बैठक में योजना बना कर पहुंचे कुछ बाहरी लोगों ने महिला ग्राम प्रधान से मारपीट कर डाली. कार्यवाही का रजिस्टर फाड़ दिया गया. कुर्सियां उठाकर फेंक दी गई.

पंचायत अधिकारियों से भी हाथापाई व अभद्रता की गई. बीडीओ ने डीएम को पूरे मामले की रिपोर्ट भेज कर कार्रवाई की मांग की है तो ग्राम प्रधान ने भी कलियर थाने में लिखित तहरीर हमलावर बाहरी लोगों पर केस दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की मांग की है. ग्राम प्रधान ने एक आरोपी से लाठी छीन कर उसे दौड़ा दिया. मामले की गंभीरता देखते हुए पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए जांच फरार हमलावरों की पकड़ के लिए टीम गठित कर कार्रवाई शुरू कर दी है.

जनपद में इन दिनों ग्राम पंचायत लेवल पर सोशल ऑडिट का कार्य चल रहा है. रुड़की ब्लॉक के ग्राम मेहवड़ कलां में मंगलवार को दोबारा खुली बैठक बुलाई गई थी. पंचायतघर में आयोजित बैठक में ग्राम विकास अधिकारी प्रमोद कुमार सैनी व ग्राम पंचायत अधिकारी कुलदीप सिंह चौहान ने जैसे ही इसकी कार्यवाही शुरू की तो इसी बीच योजना बना कर आये कुछ लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया.

वीडीओ और ग्राम पंचायत अधिकारी ने उन्हें शालीनता से अपनी बात रखने को कहा. इतना सुनते ही इन लोगों ने अधिकारियों के साथ गाली गलौज शुरू कर दी. ग्राम प्रधान सरिता सैनी की कुर्सी से उठाकर नीचे गिरा दिया गया. उनके साथ मारपीट कर दी गई. कार्यवाही का रजिस्टर भी फाड़ दिया गया. देखते ही देखते हमलावरों ने कुर्सियां उठाकर फेंकनी शुरू कर दी. खुद को पिटते देख प्रधान सरिता ने भी मोर्चा संभाल लिया.

एक दबंग हमलावर से ही लाठी छीनकर प्रधान ने उसे गिरा लिया और जमकर उसकी धुनाई कर डाली. बैठक में झगड़ा व मारपीट होती देख पड़ोसी ग्रामीण भी  वहां जमा हो गये. प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार हमलावरों से जान बचाकर निकल रही ग्राम प्रधान का रास्ता रोकने का प्रयास भी हुआ, लेकिन वह हिम्मत कर पंचायतघर से बाहर निकल आई. इसके बाद हंगामे के कारण बैठक स्थगित करते हुए बीडीओ ने डीएम को पूरे प्रकरण की रिपोर्ट भेजी. बामुश्किल बचकर निकली ग्राम प्रधान सरिता सैनी ने पिरान कलियर थाने में आरोपियों के खिलाफ तहरीर दी. जिसमें गाली गलौज, मारपीट, अश्लील हरकत करने जैसे तमाम आरोप लगाए गए हैं. पुलिस ने मामले की पडताल शुरू कर दी है.

उत्पीड़न से तंग आकर ‘दुर्गा’ बनी ग्राम प्रधान : ग्राम प्रधान सरिता सैनी की मानें तो आरोपी उसे आरटीआई के जरिये काफी दिनों से ब्लैकमेल कर रहे थे. यही वजह है कि गांव के निवासी न होने के बावजूद आरोपी सोशल ऑडिट की खुली बैठक में भाग लेने चले आए. महिला प्रधान के पति नीरज सैनी कई साल से बीमार होने के कारण प्रधान को घर और पंचायत दोनों जगहों पर खुद ही मोर्चा संभालना पड़ रहा है. लगातार उत्पीड़न झेल रही महिला प्रधान के सब्र का बांध सोमवार को टूट गया और उसने आरोपियों से लाठी छीनकर उन्हें दौड़ाया.

बैठक में बाहरी लोगों के पहुंचने पर उठे सवाल : सोशल ऑडिट की खुली बैठक में बाहरी लोगों के पहुंचने और हंगामा खड़ा करने पर तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं. सोशल ऑडिट का उद्देश्य होता है कि ग्रामीण निडर होकर निष्पक्ष माहौल में विकास योजनाओं का आंकलन कर सकें. बैठक में बवाल होने पर सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर बाहरी व्यक्ति किस इरादे से बैठक में पहुंचे और किस के इशारे पर पूरा बवाल किया गया. पूरे प्रकरण में ग्राम प्रधान को मेन टारगेट क्यों किया गया. ग्रामीणों ने एक सुर में मांग की है कि आरटीआई से ब्लैकमेल कर ग्राम प्रधान पर हमला करने वालों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.

बीडीओ ने भी तहरीर : मामले में खंड विकास अधिकारी ने भी कलियर थाने में आरोपियों के खिलाफ तहरीर दी है. जिसमें ग्राम प्रधान की ओर से लगाए गए सभी आरोपों की पुष्टि करने के साथ साथ सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने का आरोप लगाया गया है.

‘मेहवड में सोशल ऑडिट की खुली बैठक में कुछ बाहरी व्यक्तियों ने हंगामा कर कार्यवाही को बाधित किया, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी व ग्राम प्रधान पर हमला कर अभद्रता की गई है. मामले में जिलाधिकारी को पूरी रिपोर्ट भेजते हुए कलियर थाने में तहरीर दे दी गई है.



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