उत्तराखंड कैबिनेट में शीघ्र फेरबदल संभव, सोनिया ने दी हरी झंडी

Last Updated 27 May 2015 06:00:02 PM IST

कैबिनेट में फेरबदल से भले ही मुख्यमंत्री हरीश रावत इनकार कर रहे हैं, मगर प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के साथ वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी मिले हैं.


कैबिनेट में शीघ्र फेरबदल (फाइल फोटो)

एक सप्ताह में सोनिया गांधी से हरीश रावत की दूसरी मुलाकात हैं और इस मुलाकात को कैबिनेट में फेरबदल के रूप में ही देखा जा रहा है. इस दौरान प्रदेश प्रभारी अंबिका सोनी भी मौजूद थीं. हालांकि दोनों नेताओं की ओर से इस संबंध में कोई चर्चा न होने की बात कही जा रही है.

कांग्रेस कुमाऊं व गढ़वाल मंडल में बड़े कार्यक्रम के आयोजन की तैयारी कर रही है। इसमें पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के भाग लेने की संभावना है. गत महीने 21 अप्रैल को भगवानपुर विधानसभा उपचुनाव जीतने के बाद से अपने दम पर बहुमत के लिए 36 का आंकड़ा पा चुकी कांग्रेस में मंत्रिमंडल को लेकर खींचतान चल रही है.

पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा की ओर से मंत्रिमंडल में फेरबदल के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा है. बहुगुणा कई मंचों पर कह चुके हैं कि सरकार में शामिल पीडीएफ के मंत्रियों की संख्या कम की जानी चाहिए. गत शनिवार को इस मुद्दे को लेकर बहुगुणा ने सोनिया गांधी से मुलाकात की और मंत्रिमंडल में फेरबदल की जरूरत चर्चा की.

बहुगुणा की इस मुलाकात के बाद हरीश रावत ने भी सोनिया गांधी से मुलाकात की थी. इसके बाद मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल में फेरबदल की संभावनाओं से इनकार करते हुए कहा था कि मंत्रिमंडल में फेरबदल का फैसला पार्टी आलाकमान का होता है और वहां से जो भी आदेश आएगा, उसका पालन होगा.

फिलहाल प्रदेश कैबिनेट में एक पद रिक्त है और दिल्ली यात्रा के दौरान इस संबंध में पार्टी हाईकमान को अवगत करा दिया गया है. मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद पार्टी के भीतर विरोधी खेमे की ओर से बढ़ते दबाव के चलते दो दिन बाद फिर से मुख्यमंत्री को सोनिया गांधी के दरबार में जाना पड़ा. मंगलवार को मुख्यमंत्री प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के साथ सोनिया गांधी से मिले.

उन्होंने सोनिया गांधी को प्रदेश के वर्तमान हालात से अवगत कराया, जिसमें चारधाम यात्रा सहित विकास कायरे की जानकारी दी गई. वर्ष 2016 में हरिद्वार में होने वाले अर्धकुंभ के लिए केंद्र की ओर से कोई मदद न मिलने और नासिक व उज्जैन में पूर्व में हुए अर्धकुंभ के लिए केंद्र द्वारा सहायता देने के विषय में भी पार्टी हाईकामन को अवगत कराया गया.

इसके अतिरिक्त प्रदेश सरकार की नई पहल मेरा गांव मेरी सड़क, मेरे बुजुर्ग मेरा तीर्थ, मेरा धन मेरे पेड़ आदि योजनाओं की जानकारी दी गई. मगर सोनिया गांधी से मुख्यमंत्री की तीन दिन में दूसरी मुलाकात को इस मायने में नहीं देखा जा सकता है, जो यह दोनों नेता बता रहे हैं.

सूत्रों के की मानें तो कैबिनेट में फेरबदल और रिक्त एक सीट को लेकर सोनिया गांधी की मुहर के लिए ही यह मुलाकात हुई है.



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