उत्तराखंड में देह व्यापार का खुलासा, दो लड़कियों समेत चार गिरफ्तार

Last Updated 25 Feb 2015 12:32:05 PM IST

हरिद्वार में देह व्यापार के धंधे में काफी समय से लिप्त पति- पत्नी का पीछा करने के दौरान पुलिस को सफलता मिली है.


देहरादून में देह व्यापार का खुलासा, दो लड़कियों समेत कई मिले (फाइल फोटो)
हरिद्वार मानव तस्करी टीम ने डालनवाला क्षेत्र में स्थानीय पुलिस के साथ छापा मार कर दो युवकों को गिरफ्तार किया तथा दो लड़कियों को मुक्त कराया. इस मामले में मुख्य सरगना पति फरार बताया जा रहा है.
 
एसओ डालनवाला अनिल जोशी ने बताया कि पुलिस आरोपितों का काफी समय से पीछा कर रही थी. हरिद्वार के क्षेत्र में ऐसी हरकतों में जेल की हवा खा चुके पति-पत्नी की पुलिस तलाश कर रही थी.
 
इस दौरान हरिद्वार मानव तस्करी निरोधक टीम को सूचना मिली कि उक्त पति-पत्नी देहरादून में सक्रिय हैं. मामले की और तफ्तीश करने के बाद पता चला कि उनका थाना डालनवाला क्षेत्र में स्थित भारतीय स्टेट बैंक मुख्य शाखा के पास स्थित अपार्टमेंट के एक फ्लैट में आना-जाना है.
 
इधर हरिद्वार पुलिस ने थाना डालनवाला पुलिस के साथ मिलकर कार्रवाई की योजना बनायी. पुलिस की संयुक्त टीम ने मंगलवार को जब वहां छापा मारा तो दो युवक व दो युवती मिली. पुलिस ने दोनों युवतियों को देह व्यापार की पीड़िता के रूप में पेश किया तथा युवकों को आरोपित तथा संचालक के रूप में गिरफ्तार किया.
 
उधर पुलिस की कार्रवाई के दौरान वहां हड़कंप मच गया. रिहाइशी इलाके में ऐसी हरकतों की सूचना सार्वजनिक होने के बाद स्थानीय लोग वहां इकठ्ठा हो गये. उधर पुलिस ने दोनों पीड़िता युवतियों के साथ आरोपितों को लेकर थाने पहुंची.
 
तय कानूनी प्रावधानों के मुताबिक युवतियों को गैर सरकारी संगठन के कार्यकर्ताओं के माध्यम से काउंसलिंग करायी गयी तथा युवकों को देह व्यापार के आरोप में गिरफ्तार किया गया. दो गिरफ्तार आरोपितों की पहचान मानव सिंह रावत पुत्र बीएस सिंह रावत निवासी कैनाल रोड तथा अनिस पुत्र मोहन सिंह निवासी क्लेमेंनटाउन के रूप में हुई है. मानव सिंह बीए की पढ़ाई कर रहा है तथा उसके पिता सेना में सूबेदार हैं. उसका दोस्त अनीस सेलाकुई में स्थित फैक्टरी में काम करता है. अनिस घर से नौकरी खोजने की बात बताकर निकला था. 
 
पुलिस ने बताया कि आरोपित युवकों को लड़कियों को होटल तथा अन्य तय स्थान पर पहुंचाने के लिए 500-500 रुपये मिलते थे. आरोपितों की तरफ से पुलिस को दिये गये बयान के मुताबिक उन्हें इस मामले में ज्यादा जानकारी नहीं है. वह लड़कियों को तय स्थान पर पहुंचा देते थे तथा लड़कियों के सुरक्षित पहुंचने के बाद ही उन्हें पैसे दिये जाते थे.
 
देहव्यापार में शामिल लड़कियां दिल्ली व पंजाब की रहने वाली हैं. पुलिस के मुताबिक उन लड़कियों को पहली बार ऐसी हरकतों में इस्तेमाल किया गया. पुलिस की जांच तथा लड़कियों से पूछताछ के दौरान अन्य मामलों में उनकी संलिप्तता का पता नहीं चला है.
 
हालांकि पुलिस मामले के सभी पहलुओं की जांच कर रही है. पुलिस ने बताया कि छापेमारी के दौरान मिली युवतियों की उम्र 18 साल से ज्यादा है. वे एक रात के लिए 15-15 हजार रुपये लेती थीं. एक सप्ताह के लिए 30 हजार रुपये का भुगतान करना पड़ता था. 
 
लड़कियों को इसके अलावा लाने, ले जाने रहने तथा खाने के लिए पैसा अलग से मिलता था. लड़कियों को एक शहर से दूसरे शहर में ले जाने के लिए कारों का इस्तेमाल किया जाता था. शहर के अंदर घूमने के लिए उन्हें स्कूटी व बाइक दी जाती थी. तीन से चार घंटे के सफर के दौरान आरोपित दो कारों का इस्तेमाल करते थे. ऐसा होने से पुलिस उन्हें नहीं पकड़ पाती थी. मसलन दिल्ली जाने के लिए वह कार बुक कराते थे. उस कार को रास्ते में ही छोड़ देते थे. फिर बीच रास्ते से वह दूसरी कार से दिल्ली पहुंचते थे. फिर दिल्ली की सीमा में दाखिल होते ही वहां दूसरी टैक्सी या कैब लेते थे.
 
उधर इस पूरे रैकेट का संचालन करने वाली पति-पत्नी रिहान व रानी खान की पुलिस तलाश कर रही है. दोनों पति-पत्नी पहले भी जेल की हवा का चुके हैं. उन्हें बीते दिसंबर में ही कोर्ट से जमानत मिली थी. जमानत पर छूटने के बाद से ही वह इस धंधे में लिप्त हैं. इस बात की जानकारी पुलिस को मिल गयी थी. पुलिस फिर पति-पत्नी के तलाश में जुट गयी थी. पति- पत्नी के लिए पहले काम कर चुकी लड़कियों ने पुलिस को सुराग दिया था. उसके बाद पुलिस मोबाइल नम्बर के आधार पर उनकी तलाश कर रही थी.
 
दून में छापेमारी के दौरान भी पुलिस ने उन्हें गच्चा दिया. पुलिस ने उन्हें बतौर ग्राहक फोन किया. हलांकि छापेमारी की कार्रवाई से ठीक पहले रिहान मौके से भागने में सफल रहा. उधर गिरफ्तार आरोपितों में से किसी ने भी फ्लैट के मालिक के बारे में जानकारी नहीं दी. पड़ोसियों ने भी पुलिस को संतोषजनक जवाब नहीं दिया. इसके बाद पुलिस ने फ्लैट को सील कर दिया. अब उस फ्लैट के मालिक की तलाश की जा रही है.
 
देह व्यापार में शामिल लड़कियां राजपुर रोड के एक होटल में ठहरी थीं. उन्हें दो दिन पहले दिल्ली व पंजाब से बुलाया गया था. उसके बाद उन्हें होटल में रुकवाने की व्यवस्था की गयी. जांच के दौरान पुलिस जब मिली जानकारी को पुख्ता करने होटल पहुंची तो वहां चौंकाने वाले तथ्य मिले.
 
पुलिस को पता चला कि जब उन लड़कियों को होटल में लाया गया तो वहां का सीसीटीवी कैमरा बंद था. साथ ही वहां के किसी रजिस्ट्रर में उसकी इंट्री तक नहीं है. उसके बाद पुलिस ने होटल के मालिक पंकज अग्रवाल निवासी अबू लेन मेरठ तथा मैनेजर अमित गोयल निवासी न्यू मोहनपुरी मेरठ के खिलाफ भी कार्रवाई की है. 



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