उत्तराखंड के पहाड़ों पर गिरी बर्फ, मैदान बारिश से तर

Last Updated 14 Dec 2014 02:32:36 PM IST

हिमालयी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी के कारण रुद्रप्रयाग जिला शीतलहर की चपेट में आ गया है.


पहाड़ों पर गिरी बर्फ मैदान बारिश से तर (फाइल फोटो)

केदारनाथ, द्वितीय केदार मद्महेश्वर, तृतीय केदार तुंगनाथ सहित अन्य क्षेत्रों में भी बर्फबारी हुई है, जबकि शनिवार की सुबह निचले क्षेत्रों में बूंदाबांदी होने से ठंड बढ़ गई है. चमोली जिले में भी उच्च हिमालयी क्षेत्रों में हल्का हिमपात हुआ.

हरकीदून, केदारकांठा व मोरी की ऊंची पहाड़ियों पर बारिश के साथ बर्फबारी हुई. पिथौरागढ़ में भी धारचूला व मुनस्यारी के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में हिमपात तो अन्य जगहों पर हल्की बारिश हुई. दिन भर सर्द हवाएं चलने से कामकाजी लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ा.

उधर, शनिवार तड़के शुरू हुई बारिश से दून में अधिकतम तापमान सात डिग्री गिर गया. इससे समूची दूनघाटी में ठिठुरन बढ़ गई. अभी और दो तीन दिन तक मौसम का रुख यही रहेगा. रविवार व सोमवार को तीन हजार मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी व निचले इलाकों में बारिश की संभावना बनी हुई है.

शनिवार सुबह रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय सहित अन्य क्षेत्रों के मौसम का मिजाज बदला सा दिखा. सुबह के समय निचले क्षेत्रों में हल्की बूंदाबांदी हुई. साथ ही दिनभर आसमान में बादल छाये रहे. बारिश न होने के कारण कई क्षेत्रों में काश्तकारों की फसल सूखने के कगार पर पहुंच गई थी, मगर अब हल्की बारिश होने से काश्तकारों को कुछ राहत मिली है. शनिवार को दिनभर रुद्रप्रयाग, तिलवाड़ा, अगस्त्यमुनि, मयाली, जखोली व गुप्तकाशी सहित अन्य बाजारों की रौनक फीकी रही.

वहीं केदारनाथ सहित अन्य उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी होने के कारण केदारनाथ में तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. चमोली जिले में मौसम आज लुका छुपी का खेल खेलता रहा. इसके बावजूद उच्च हिमालयी क्षेत्रों में हल्का हिमपात हुआ. शनिवार की सुबह आसमान में बादल छाने और पहाड़ों पर हल्का हिमपात होने लगा.

इसके बाद सर्द हवाएं चलने लगीं। मगर कुछ समय बाद ही धूप खिल उठी। इसके बीच बदरीनाथ, फूलों की घाटी, हेमकुंड, नंदादेवी, रुद्रनाथ, अनुसूया देवी आदि की पहाड़ियों पर हल्का हिमपात हुआ. हालांकि शाम को फिर आसमान पर बदली छाने लगी. उच्च हिमालयी क्षेत्रों में लोग ठिठुरन भरी ठंड की चपेट में आ गए हैं. शुक्रवार देर रात से बदले मौसम के मिजाज से जहां हरकीदून, केदारकांठा व मोरी की ऊंची पहाड़ियों में बारिश के साथ बर्फवारी शुरू हो गई.

इससे निचले इलाकों में ठंड बढ़ गई है. प्रदेशभर के साथ कुमाऊं मंडल मुख्यालय नैनीताल में भी शनिवार को पहली शीतकालीन बारिश हुई. इससे नगर एवं क्षेत्र में कड़ाके की ठंड हो गई. नगर में मध्य रात्रि करीब एक डेढ़ बजे से हल्की बारिश शुरू हो गई थी और यह सिलसिला सुबह नौ बजे तक रुक-रुक कर जारी रहा. बीच में हल्के हिमकण, छोटे ओले भी गिरी. सर्द मौसम ने लोगों को गर्म कपड़े निकालने पर मजबूर कर दिया.

मौसम विभाग के अनुसार इस दौरान सुबह आठ बजे तक 3.5 से चार मिमी तक बारिश रिकार्ड की गई. नगर में सैलानियों की संख्या में भी अन्य दिनों के मुकाबले काफी वृद्धि देखी गई. शनिवार तड़के समूची दूनघाटी में कड़क-चमक के साथ बारिश शुरू हुई. बहुत दिनों के बाद बारिश होने से किसानों की बांछें खिल गई. समूची दून घाटी शीतलहर के चपेट में आ गई.

यकायक एक दिन बाद ही अधिकतम तापमान में सात डिग्री की गिरावट आई है. शुक्रवार को जहां राजधानी का अधिकतम तापमान 22 डिग्री था, वह शनिवार को गिरकर 15 पर आ गया. जबकि न्यूनतम तापमान आठ डिग्री तक आ गया है.

मौसम विभाग के निदेशक आनंद शर्मा ने बताया कि 16 दिसंबर के बाद मौसम में बदलाव होगा और न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी.



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