उत्तराखंड : चार महीने के लिए मांगे 2121 करोड़
सत्र के दूसरे दिन संसदीय कार्य व वित्त मंत्री इंदिरा हृदयेश ने 2121.42 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया.
संसदीय कार्य व वित्त मंत्री इंदिरा हृदयेश (फाइल फोटो) |
इसमें आयोजनगत पक्ष (प्लान) के लिए 1217.69 करोड़ और आयोजनेत्तर (नान प्लान) के लिए 903.73 करोड़ की व्यवस्था है. मुख्यमंत्री की घोषणाओं के लिए 50 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है.
भोजनावकाश के बाद वित्त मंत्री इंदिरा हृदयेश ने वित्तीय वर्ष की अतिरिक्त आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए अनुपूरक बजट पेश करते हुए राजस्व पक्ष में 1115.61 करोड़ और पूंजीगत पक्ष में 1005.81 करोड़ रुपये की आवश्यकता बताते हुए कुल 2121.42 करोड़ रुपये की मांग रखी.
इंदिरा हृदयेश ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2014-15 के बजट अनुमानों में 682.43 करोड़ रुपये के राजस्व अधिशेष और 4075.83 करोड़ रुपये का राजकोषीय घाटा था. उन्होंने कहा कि अनुपूरक मांगों की पूर्ति के लिए भी राजस्व के अनुमान लगाए गए हैं.
वित्तीय वर्ष में कर राजस्व( टैक्स रवेन्यू) की मद में 8023.26 करोड़ की प्राप्ति के अनुमान के सापेक्ष अक्टूबर 2014 तक 4807.42 करोड़ रुपये की प्राप्ति हो चुकी है, जो कि आय-व्ययक का लगभग 59.92 प्रतिशत है. इस प्रवृत्ति को दृष्टिगत रखते हुए वित्तीय वर्ष में कुल 8241 करोड़ की प्राप्ति संभावित है.
उन्होंने कहा किकरेत्तर राजस्व (नान टैक्स) मद में आय-व्ययक अनुमान के सापेक्ष वर्तमान प्रगति के दृष्टिगत करीब 500 करोड़ की कम प्राप्ति होने का अनुमान है. इसी प्रकार वर्तमान वित्तीय वर्ष में वेतन मद में आय-व्ययक में 9193.89 करोड़ रुपये का खर्च होने का अनुमान था, जिसके सापेक्ष गत अक्टूबर तक 5153.91 करोड़ खर्च हो चुका है. जो कि बजट अनुमान का लगभग 56.06 प्रतिशत है.
उन्होंने बताया कि राज्य योजना के अंतर्गत और अन्य मदों में भी व्यय की इस प्रवृत्ति को देखते हुए पर्याप्त बचत परिलक्षित हो रही हैं.
इसे देखते हुए अनुपूरक मांग के कारण बढ़े हुए व्यय को वर्ष में प्राप्त होने वाले अतिरिक्त प्राप्तियों, आयोजनागत और आयोजनेत्तर व्यय में संभावित बचत और स्वयं के राजस्व प्राप्तियों में वृद्धि व अतिरिक्त संसाधनों की व्यवस्था से पूरा किया जाएगा.
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