सरवत करीम अंसारी मामला : स्टिंग मामले की होगी जांच

Last Updated 25 Nov 2014 06:32:24 AM IST

मंगलौर से बसपा विधायक व आवास विकास परिषद के अध्यक्ष सरवत करीम अंसारी से जुड़े स्टिंग ऑपरेशन प्रकरण ने तूल पकड़ लिया है.


सरवत करीम अंसारी, बसपा विधायक (फाइल फोटो)

सोमवार को विधानसभा सत्र के पहले दिन भाजपा ने इसी प्रकरण को लेकर हंगामा किया और सदन की कार्यवाही नहीं चलने दी.

विपक्ष विधायक अंसारी के इस्तीफे और हाईकोर्ट के सिटिंग जज से प्रकरण की जांच की मांग पर अड़ा रहा. चार बार सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद स्पीकर गोविंद सिंह कुंजवाल ने विधानसभा से प्रकरण की जांच कराने के निर्देश दिए. सोमवार पूर्वाह्न 11 बजे राष्ट्रीय गान के बाद भाजपा सदस्यों ने एक टीवी चैनल पर बसपा विधायक सरवत करीम अंसारी के स्टिंग ऑपरेशन का प्रकरण उठाते हुए नियम 310 के तहत चर्चा की मांग की.

\"\"साथ ही इस प्रकरण का हाईकोर्ट के सिटिंग जज से जांच कराने की मांग की. नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट ने कहा कि बसपा विधायक से जुड़ा प्रकरण काफी गंभीर है. जांच प्रभावित न हो इसके लिए बसपा विधायक की सदस्यता समाप्त की जाए. अजय भट्ट ने कहा कि स्टिंग ऑपरेशन में सरकार का तख्ता पलटने, पिटकुल के प्रबंध निदेशक सहित ऊंचे पदों पर नियुक्ति कराये जाने की बात दिखाई गई है, उससे यह झलकता है कि सरकार में भ्रष्टाचार का बोलबाला है.

अजय भट्ट ने कहा कि सदन में इस पर चर्चा होनी चाहिए. स्पीकर द्वारा चर्चा की मांग स्वीकार न किए जाने पर विपक्षी सदस्य वेल में आ गए और हंगामा करने लगे. विपक्षी सदस्यों के हंगामे को देखते हुए स्पीकर को 11 बजकर 10 मिनट से 12 बजकर 30 मिनट तक चार बार सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी.

इस बीच स्पीकर ने मुख्ममंत्री हरीश रावत, विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ. अनुसूया प्रसाद मैखुरी, संसदीय कार्य मंत्री डॉ. इंदिरा हृदयेश, नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट, पंचायती राज मंत्री प्रीतम सिंह, उक्रांद विधायक दल के नेता व काबीना मंत्री प्रीतम सिंह पंवार, बसपा विधायक दल के नेता हरिदास, भाजपा विधायक हरबंस कपूर, मदन कौशिक व बिशन सिंह चुफाल ने अपील की कि सदन की कार्यवाही चलाने में सहयोग करें. उन्होंने कहा कि विधायक से जुड़ा मामला काफी गंभीर है.

इसकी जांच होनी चाहिए. विधानसभा इस प्रकरण पर जांच की पक्षधर है. भोजनावकाश के बाद जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो स्पीकर ने उपरोक्त प्रकरण पर भाजपा द्वारा लाए गए कार्य स्थगन प्रस्ताव को नियम 58 के तहत चर्चा के लिए स्वीकार किया. पक्ष व विपक्ष द्वारा उठाए गए बिंदुओं के बाद विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने सदन को बताया कि इस मामले की जांच सदन द्वारा ही कराई जाएगी. उन्होंने कहा कि सरबत करीम अंसारी पर जो भी  आरोप लगाए गए हैं वे बेहद गंभीर होने के साथ संवेदनशील भी हैं. कुंजवाल ने कहा कि जल्द ही इसकी जांच कराई जाएगी और उसकी रिपोर्ट सदन में रखी जाएगी.

सीबीआई जांच के लिए तैयार

कुछ विरोधियों ने मुझे फंसाने की साजिश की है. मैं मामले की सीबीआई जांच के लिए तैयार हूं. दोषी पाए जाने पर इस्तीफा दे दूंगा. जून 2014 में लिए गए फुटेज को सत्र के दौरान दिखाना संदेहास्पद है. चैनल की बात सत्य है तो उसे उस व्यक्ति को भी दिखाना चाहिए जिससे कथित तौर पर पैसे लिए गए हैं. ---सरवत करीम अंसारी, बसपा विधायक 



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