उमा की नजर में हरीश संवेदनशील मुख्यमंत्री

Last Updated 18 Sep 2014 03:12:01 AM IST

राजनीति में विरोध के लिए विरोध होता है, लेकिन जब विरोध के लिए किए जा रहे विरोध को केंद्रीय नेतृत्व खारिज कर दे तो स्थानीय नेताओं के लिए असहज हालात पैदा हो जाते हैं.


उमा भारती एवं हरीश रावत (फाइल फोटो)

इन दिनों प्रदेश में भाजपा की लीडरशिप भी इसी राजनीति का शिकार हो रही  है. प्रदेश भाजपा की ओर से इन दिनों मुख्यमंत्री हरीश रावत की सरकार को असफल बताकर मोर्चा खोल दिया गया है, इसके उलट भाजपा के केंद्रीय नेता मुख्यमंत्री के कार्यों की जमकर तारीफ कर उन्हें क्लीन चिट दे रहे हैं.

केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने मुख्यमंत्री हरीश रावत की  विकास के प्रति सोच को केंद्र के समान बता उन्हें विजनरी मुख्यमंत्री की संज्ञा दे दी है. सीएम हरीश रावत फरवरी 2014 में प्रदेश की बागडोर संभालने के बाद से ही वह विपक्ष के निशाने पर रहे हैं. विगत कुछ दिनों से भाजपा नेता आपदा राहत, चारधाम यात्रा, नंदा राजजात, खनन, तबादलों, सड़क निर्माण और गैरसैंण में विधान सभा भवन निर्माण आदि मामलों को लेकर मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत सहित कई नेता लगातार मुख्यमंत्री पर हमला बोल रहे हैं.

इसके उलट उमा भारती ने मंगलवार को कहा कि हरीश रावत बहुत ही संवेदनशील मुख्यमंत्री हैं. विकास कार्यों को लेकर वह केंद्र के सामान कार्य कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश की समस्याओं को हरीश रावत बहुत बेहतर तरीके से केंद्र के समक्ष रख रहे हैं. वह संबंधित मंत्रालयों से सीधे सम्पर्क पर विकास कार्य में तेजी लाने का काम कर रहे हैं. वहीं बुधवार को अधिकारियों की बैठक लेने के बाद केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री हरीश रावत को एक विजनरी मुख्यमंत्री बताकर उनकी जमकर तारीफ की. केंद्र सरकार प्रदेश सरकार की परफोर्मेंस के आधार पर ही उसका आकलन करती है.

यही वजह रही की पहले केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और अब केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने मुख्यमंत्री हरीश रावत के काम की तारीफ की है. मुख्यमंत्री की विकास कार्यों के प्रति सजगता स्थानीय भाजपाइयों के लिए चिंता का कारण बना हुआ है. विगत दिनों भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में भी विधायकों ने यह बात उठायी थी कि हरीश के मुख्यमंत्री रहते वर्ष 20.7 में विधानसभा चुनाव जीतना भाजपा के लिए मुश्किल हो जाएगा. अपनी जमीन खिसकती देख ही प्रदेश भाजपा के नेता प्रदेश सरकार के कार्यों का विरोध कर रहे हैं. इससे साफ है कि भाजपा के स्थानीय व केंद्रीय नेताओं के बीच भी संवादहीनता है.
किशोर उपाध्याय, अध्यक्ष प्रदेश कांग्रेस

जिस तरह से विकास होना चाहिए नहीं हो रहा है, केवल राजनीति हो रही है. विधानसभा क्षेत्रवार विकास कार्यों की समीक्षा के नाम पर मुख्यमंत्री नाराज विधायकों को खुश कर सत्ता बचाने की कोशिश में लगे है. जबकि भाजपा विधायकों की विधानसभा क्षेत्रों को छोड़ दिया गया है. इससे साफ है कि विकास कार्यों का कांग्रेसीकरण किया जा रहा है. प्रदेश में जो थोड़ बहुत विकास हुआ वह भी  केंद्र की मोदी सरकार के चलते हो पा रहा है. विगत सौ दिनों में केंद्र के कई मंत्री उत्तराखंड का दौरा कर कई सौगात दे गए हैं. उमा भारती ने यदि प्रदेश सरकार के कार्यो की तारीफ की है तो उन्हें वास्तविकता का ज्ञान नहीं हो पाया होगा. उन्हें जल्द ही हकीकत से वाकिफ कराया जाएगा.
तीरथ सिंह रावत, अध्यक्ष प्रदेश भाजपा

जितेंद्र नेगी
एसएनबी


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