उत्तराखंड में आपदा पीड़ित दस वर्षीय बालिका का यौन उत्पीड़न
उत्तराखंड के केदारनाथ आपदा में अपने परिजनों को खो चुकी एक दस साल की बालिका के साथ महीनों से लगातार दुष्कर्म होता रहा.
उत्तराखंड में आपदा पीड़ित बालिका का यौन उत्पीड़न. (फाइल फोटो) |
एक कबाड़ी उससे दिन में कूड़ा बीनने का काम करवाता रहा और उसकी अस्मत भी लूटता रहा.
कबाड़ी ने बालिका को यह बात बताने पर जान से मारने की धमकी दी थी. चम्बा में यह लड़की मंगलवार को कूड़ा बीनते मिली. पुलिस ने बुधवार को बालिका का मेडिकल करवाया. मेडिकल में बालिका के साथ दुष्कर्म की पुष्टि हो गयी.
इसके बाद नई टिहरी पुलिस ने पोस्को और दुष्कर्म की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया. पुलिस की टीम देर रात को आरोपित कबाड़ी को गिरफ्तार करने के लिए रवाना हो गयी. बालिका का मजिस्ट्रेट के सामने बयान बृहस्पतिवार को होंगे.
चम्बा की कोटी कालोनी में मंगलवार को लोगों को कबाड़ बीनने वाले बच्चों के साथ एक बालिका मिली. बालिका से जब पूछताछ की गई तो पता लगा कि वह केदारनाथ के आसपास की रहने वाली है. आपदा में उसने अपने परिजनों को खो दिया. बालिका अपना नाम रीता (काल्पनिक नाम) बताती है.
उसे गांव का नाम याद नहीं है. उसके अनुसार सेना की मदद से वह बच गयी और मेरठ का एक परिवार उसे साथ ले गया और फिर उस परिवार ने उसे हरिद्वार छोड़ दिया. चार माह पहले अजय नाम का एक कबाड़ी कोटी कालोनी के पास कबाड़ बीनने के लिये ले आया.
स्थानीय लोगों ने रीता की व्यथा सुनकर उसे पुलिस को सौंप दिया. पुलिस थाना इंचार्ज सुखपाल ने बताया कि कानूनी प्रावधान के अनुसार बच्ची बाल कल्याण समिति को सौंपा जायेगा, जिससे देहरादून स्थित बाल कल्याण गृह भेजा गया है.
बुधवार को जब पुलिस ने रीता से जानकारी ली तो दिल दहला देनी वाली जानकारी मिली. अजय पिछले चार माह से रीता के साथ दुष्कर्म कर रहा था. वह उसे धमका कर रखता था कि यह बात किसी को बताई तो जान से हाथ धोना पड़ेगा. बालिका काफी डरी हुई थी. पुलिस ने बुधवार को रीता का मेडिकल कराया. सीओ चौहान के अनुसार आरोपित कबाड़ी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
Tweet |