दिल मिले न मिले, हाथ मिलाते रहिए : मायावती
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावाती ने समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस के गठबंधन को स्वार्थ की राजनीति का परिणाम करार दिया. गठबंधन पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि दिल मिले न मिले, हाथ मिलाते रहिए.
(बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावाती (फाइल फोटो) |
रविवार को बसपा की ओर से जारी एक बयान में मायावती ने कहा, "ऐसा गठबंधन सिर्फ भाजपा को ही फायदा पहुंचाने की साजिश है. आम जनता इनसे सतर्क रहे. वास्तव में ये नपाक गठबंधन है, जो भाजपा के इशारे पर बसपा को रोकने के लिए सपा के प्रयास से किया गया है."
मायावती ने कहा कि वैसे तो इस गठबंधन को भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के रूप में प्रचारित किया जा रह है, लेकिन यह छलावा है.
उन्होंने कहा, "सब जानते हैं कि सपा का नेतृत्व सीबीआई के मार्फत भाजपा के शिकंजे में है. खुद मुलायम सिंह सार्वजनिक तौर पर यह कह चुके हैं. सपा सरकार में काम कम और अपराध व सांप्रदायिक दंगे ज्यादा बोलते रहे हैं, फिर भी कांग्रेस मुंह की खाने को तैयार है, इसे अवसरवाद की राजनीति नहीं तो क्या कहा जाए."
मायावती ने कहा कि कांग्रेस सपा सरकार के दागी चेहरे और मुखिया के आगे घुटने टेककर गठबंधन कर रही है. 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों की दोषी सपा सरकार से कांग्रेस का गठबंधन, उसी तरह की घिनौनी राजनीति है, जैसा 2002 के गुजरात दंगे के दोषी नरेंद्र मोदी को माफ कर उनकी पार्टी के साथ समझौता करना.
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