सपा-बसपा गठबंधन झूठे वादों वाली भाजपा का सूपड़ा साफ करेगा: मायावती

Last Updated 15 Jan 2019 12:06:03 PM IST

देश की जनता से आगामी लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के झूठे वादों और प्रलोभन से सावधान रहने की नसीहत देते हुये बसपा सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार को कहा कि सपा से किया गया गठबंधन केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार का सूपड़ा साफ कर देगा।


बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती

अपने 63वें जन्मदिन के मौके पर पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में मायावती ने कहा कि सपा-बसपा गठबंधन से भाजपा के होश उड़े हुये हैं। इस गठबंधन की मजबूती के लिये दोनों दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं को कड़ी मेहनत और एकजुटता का प्रदर्शन करना होगा ताकि आगामी चुनाव में पूंजीपतियों का भला चाहने वाली सरकार से निजात मिल सके।

उन्होंने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देश की जनता से किये गये वादे हवा हवाई साबित हुये हैं जबकि इस बार चुनाव की आहट होते ही मोदी देश भर में जनसभायें कर वादे और प्रलोभन की कवायद में जुट गये हैं।

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में सिर्फ मुट्ठी भर पूंजीपतियों का ही भला हुआ है जबकि मजदूर, किसान नौजवान और अल्पसंख्यक खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। मोदी ने पिछले चुनाव में वादा किया था कि उनकी सरकार आते ही विदेशों से काला धन लाया जायेगा और हर एक के खाते में 15-15 लाख रूपये डाले जायेंगे जिसने गरीब एवं किसानों की उम्मीदों पर पानी फेरा है।

किसानों की पूर्ण कर्ज माफी की वकालत करते हुये मायावती ने कहा कि इस संबंध में सरकार को स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को ईमानदारी से लागू करना चाहिये। छोटी छोटी कर्जमाफी से किसानों का भला होने वाला नहीं है। सरकार को इस दिशा में स्पष्ट कार्यप्रणाली और नीतियों के साथ चलने की जरूरत थी जिस पर वह नाकाम साबित हुयी है।

मायावती ने कहा कि भाजपा ने अपने शासनकाल में सरकारी एजेंसियों का जमकर दुरूपयोग किया है। खनन के झूठे मामले में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का नाम सीबीआई जांच के लिये उछालना इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है। भाजपा के कार्यकाल में भ्रष्टाचार चरम पर है। यह सरकार संसद से लेकर आम जनता तक अपनी बेगुनाही की सफाई देने में लगी है। यदि सरकार की नीयत पाक साफ होती तो वह सफाई देने की बजाये सरकारी धन और ऊर्जा का उपयोग जनकल्याणकारी कार्यों में लगाने का काम करती।

उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य की भाजपा सरकार कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार और महंगाई समेत सभी मोर्चों पर विफल रही है। किसानों का सच्चा हितैषी होने का नाटक करने वाली भाजपा के कार्यकाल में 70 फीसदी किसान सूदखोरों के जाल में फंसे हुये हैं।

आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णों को दस फीसदी आरक्षण देने के सरकार के फैसले का स्वागत करते हुये बसपा प्रमुख ने कहा कि गरीब सवर्णों के उत्थान के लिये उनकी पार्टी पहले से ही आरक्षण की मांग करती रही है हालांकि उन्हें संदेह है कि संकीर्ण धार्मिक भावना रखने वाली भाजपा सरकार के कार्यकाल में आरक्षण का लाभ अल्पसंख्यकों खासकर मुस्लिम वर्ग के लोगों को ईमानदारी से मिल सकेगा।

उन्होंने कहा कि आजादी के समय सरकारी नौकरियों में मुस्लिमों की हिस्सेदारी 33 प्रतिशत थी जो मौजूदा समय में घट कर दो से तीन फीसदी रह गयी है। उनकी पार्टी मुस्लिमों के लिये आर्थिक आधार पर आरक्षण की मांग करती है और करती रहेगा।

पार्टी कार्यकर्ताओं से सभी गिले शिकवे भुलाकर सपा-बसपा गठबंधन को पूरे तन मन से जिताने की अपील करते हुये मायावती ने कहा कि चुनाव के बाद देश और प्रदेश की जनता यह तय करेगी कि देश में किसकी सरकार बनेगी और प्रधानमंत्री कौन बनेगा।

मायावती ने जन्मदिन पर कार्यकर्ताओं से मांगा यह तोहफा

कांग्रेस पर भी हमलावर बसपा सुप्रीमो ने कहा कि देश में सबसे ज्यादा राज कांग्रेस पार्टी ने किया है जिसकी गलत कार्यशैली और नीतियों के चलते 1984 में बसपा का राजनीतिक दल के तौर पर उदय हुआ। इसके बाद भी कई पार्टियां बनीं लेकिन दुर्भाज्ञ से उनकी सोच कांग्रेस से अलग नहीं है। इस चुनाव में बसपा और उससे जुड़े दल कांग्रेस एंड कंपनी को सबक सिखायेंगे।

उन्होंने कहा कि समाज को धर्म और जाति के नाम पर अलग-थलग करने वाले भाजपा के लोग अब चुनावी फायदे के लिये भगवान को अपनी-अपनी जाति का बताने में लग गये हैं। इन्होंने जुमे की नमाज पर भी सरकारी मशीनरी का उपयोग करना शुरू कर दिया है।

मायावती ने कहा लोकसभा चुनाव में किसान विरोधी भाजपा के कुशासन से मुक्ति के लिये वह गरीब पीड़ित लोगों से अपील करती है कि पूरे देश में बसपा के गठबंधन का साथ दें। यही उनके लिये जन्मदिन का तोहफा होगा। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी गरीब, पिछड़ों की मदद के लिए हमेशा कार्य करती है और करती रहेगी।

इससे पहले जन्मदिन के मौके पर बसपा प्रमुख ने केक काटा जबकि प्रेस कांफ्रेंस के बाद उन्होंने बीते वर्ष पार्टी की गतिविधियों पर लिखी गई अपनी किताब ‘ब्लू बुक-मेरे संघर्षमय जीवन और बीएसपी मूवमेंट का सफरनामा’ का विमोचन किया। ब्लू बुक का यह 14वां संस्करण है। यह किताब हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषा में है।

वार्ता
लखनऊ


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