बुलंदशहर में हिंसा के लिये भाजपा सरकार की गलत नीतियां जिम्मेदार: मायावती
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने कानून व्यवस्था को लेकर उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुये कहा कि भाजपा शासन में कानून के रखवाले ही अब अराजकता का शिकार हो रहे हैं।
बसपा अध्यक्ष मायावती (फाइल फोटो) |
मायावती ने मंगलवार को यहां जारी बयान में कहा कि देश की राजधानी दिल्ली के नजदीक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में हुई हिंसा के लिये भाजपा सरकार की गलत नीतियां जिम्मेदार हैं।
उन्होंने कहा कि हर प्रकार की अराजकता को संरक्षण देने का ही परिणाम है कि विकास के लिये तरस रहे देश के सबसे बड़े राज्य में भाजपा का जंगलराज कायम है। क़ानून के रखवाले भी बलि चढ़ रहे हैं। यह बड़ी चिन्ता की बात है।
बुलंदशहर में हिंसक घटना का शिकार हुये पुलिस अधिकारी और एक निर्दोष युवक की मौत पर गहरा दु:ख व्यक्त करते हुये मायावती ने कहा कि अब अराजकता के राज को खत्म करने को समय आ गया है। देश में कानून का राज स्थापित करने के लिये पूरी ईमानदारी से प्रयास करना चाहिये ताकि संविधान और लोकतंत्र को भीड़तंत्र की बलि चढ़ने से रोका जा सके।
राजधानी लखनऊ में भाजपा के एक और युवा नेता प्रत्युष मणि त्रिपाठी की हत्या का जिक्र करते हुये मायावती ने कहा कि भाजपा की बढ़ती हुई भीड़तंत्र की उग्र और हिंसक स्थिति का शिकार अब स्वयं इनके लोग ही होने लगे हैं। पहले दलितों, पिछड़ों, मुस्लिम और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों को अपनी हिंसा और उग्रता का शिकार बनाने वाले ये अराजक लोग अब अपनी आदतों से मजबूर लगते हैं। ऐसी स्थिति में भी भाजपा की सरकारें सख्त कदम उठाने का अपना कर्तव्य निभाने में पूरी तरह से विफल साबित हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि बुलन्दशहर की घटना में मृतकों के परिवारों को केवल समुचित अनुग्रह राशि देना ही उत्तर प्रदेश भाजपा सरकार के लिये काफी नहीं होना चाहिये बल्कि इस हिंसा के लिये सभी दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाना भी सुनिश्चित किया जाना चाहिये ताकि देश को ऐसा महसूस हो कि प्रदेश में कोई सरकार भी है।
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