यूपी निकाय चुनाव: हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बीच तीसरे चरण में लगभग 54 फीसदी मतदान
मतदाता सूची में गड़बड़ी और फर्जी मतदान को लेकर हिंसा की छिटपुट वारदातों के बीच उत्तर प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव के तीसरे और आखिरी चरण में आज लगभग 54 फीसदी मतदान हुआ.
यूपी निकायों में तीसरे चरण की वोटिंग जारी |
निकाय चुनाव की मतगणना एक दिसम्बर को होगी और संभवत: उसी दिन सभी परिणाम सामने आ जायेंगे.
तीसरे चरण में राज्य के 26 जिलों में 94 लाख पांच हजार मतदाताओं में से करीब 54 फीसदी ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. मतदान शाम पांच बजे समाप्त हुआ हालांकि मतदान की प्रक्रिया समाप्त होने के समय भी कई मतदान केन्द्रों पर सैकडो लोग कतारबद्ध दिखायी पड़े. राजधानी लखनऊ के बालागंज क्षेा में एक बूथ पर आज पुर्नमतदान भी हुआ.
कई मतदान केंद्रों पर लोगों ने अपना नाम मतदाता सूची में नहीं होने की शिकायत की. बरेली के वार्ड 54 में बड़ी लापरवाही सामने आई. यहां 1,250 मतदाताओं में करीब 600 लोगों के नाम वोटर लिस्ट में नहीं थे और जिन लोगों के नाम लिस्ट में हैं उनमें से कई या तो मर चुके हैं या वार्ड को छोड़कर किसी अन्य स्थान पर जाकर बस चुके हैं.
बरेली के वार्ड नंबर 66 में मतदाता सूची में गड़बड़ी होने पर मतदाताओं ने हंगामा कर दिया. मतदाताओं का आरोप है कि वोटर लिस्ट में उनकी जाति पटवा लिखी है, लेकिन पर्ची में देवल लिखकर आई है. बूथ अधिकारी ने 10-12 लोगों को वोट डालने से रोक दिया, जिसको लेकर विरोध हुआ. लोगों का आरोप है कि बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) ने पहले ही जांच नहीं की, जिस कारण गड़बड़ी हो रही है.
बाराबंकी में एक पोलिंग बूथ के पास दो सौ मीटर के अंदर मतदाताओं को पर्ची (मतदान पर्ची) बांटने के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया. हालांकि स्थिति को काबू में कर लिया गया.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली समेत उत्तर प्रदेश के 26 जिलों में नगर निकाय के अन्तिम और तीसरे दौर का मतदान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह साढ़े सात बजे शुरु हुआ. मतदान शाम पांच बजे तक चलेगा.
सुबह से ही मतदान केन्द्रों पर चहल पहल शुरु हो गयी थी. कुछ मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं की लम्बी कतारें लग गयी थी. हालांकि, कुछ पर इक्का दुक्का मतदाता ही दिखाई पड़ रहे थे. दो मतदेय स्थलों में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन(ईवीएम) में गड़बड़ी आयी थी लेकिन समय रहते ही उसे ठीक कर लिया गया.
मतदान के दौरान कानून व्यवस्था को चाकचौबंद रखने की जिम्मेदारी 80 हजार सुरक्षाकर्मियों पर है जिनमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 40 कंपनियां भी शामिल हैं.
इस चरण में सहारनपुर, बागपत, बुलंदशहर, मुरादाबाद, संभल, बरेली, एटा, फिरोजाबाद, कन्नौज, औरैया, कानपुर देहात, झांसी, महोबा, फतेहपुर, रायबरेली, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, बाराबंकी, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, कुशीनगर, मऊ, चंदौली, जौनपुर तथा मिर्जापुर जिलों में मतदान हो रहा है.
इस चरण में पांच नगर निगमों सहारनपुर, मुरादाबाद, बरेली, फिरोजाबाद, झांसी के अलावा 76 नगर पालिका तथा 152 नगर पंचायत में वोट डाले जा रहे हैं. इसके साथ ही कुल 233 निकायों के 4,299 वाडरें के लिये मतदान हो रहा है.
तीसरे तथा अंतिम चरण में बागपत, सहारनपुर और बुलंदशहर में एक-दो स्थानों पर फर्जी वोटिंग को लेकर हंगामे को छोड़ तीनों जिलों में शांतिपूर्वक मतदान जारी है. बागपत के अग्रवाल मंडी टटीरी में फर्जी वोट डालने को लेकर कुछ देर हंगामा हुआ.
इस चरण में सहारनपुर और फिरोजाबाद में पहली बार नगर निगम के लिये चुनाव हो रहा है. झांसी के महापौर पद के लिये पूर्व केन्द्रीय मंी और कांग्रेस नेता प्रदीप जैन आदित्य के प्रत्याशी बनने से वहां चुनाव दिलचस्प हो गया है. तीनों चरणों में चुनाव सम्पन्न हो जाने के बाद आगामी एक दिसम्बर को मतगणना होगी. उम्मीद की जा रही है कि उसी दिन सभी परिणाम मिल जायेंगे.
इस चरण में भी भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने चुनाव प्रचार के लिये कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है. प्रचार अभियान की बागडोर मुख्यमंी योगी आदित्यनाथ ने स्वयं संभाल रखी थी. इसके अलावा दोनों उप मुख्यमंी दिनेश शर्मा, केशव प्रसाद मौर्य और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पाण्डेय चुनाव प्रचार में जुटे थे.
इस बीच सहारनपुर के बेहट क्षेा में नगर निकाय चुनाव में रूपये बांटने के आरोप में पुलिस ने अध्यक्ष पद के दावेदार कांग्रेस प्रत्याशी को गिरफ्तार किया है.
पुलिस सूत्रों के अनुसार कांग्रेस प्रत्याशी संजीव कर्णवाल अध्यक्ष पद के लिये चुनाव मैदान में हैं. कल उन्हें मतदाताओं को नोट बांटने के आरोप में पुलिस बेहट क्षेा से गिरफ्तार किया. उनके पास से पुलिस ने 37 हजार रूपये बरामद किये हैं. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
जौनपुर के मल्हनी विधायक एवं समाजवादी पार्टी सरकार में पूर्व कैबिनेट मंी पारस नाथ यादव के पूरे परिवार का नाम मतदाता सूची से गायब रहा, जिससे उन्हें बिना मतदान किये ही वापस लौटना पड़ा.
विधायक एवं पूर्व मंत्री पारस नाथ यादव आज उमरपुर में वार्ड नम्बर नौ में मतदान के लिए गये थे. मतदाता सूची से उनका नाम गायब था. उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि इस तरह की हरकत जिस अधिकारी या कर्मचारी ने की है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए.
इसी तरह कई मतदान केन्द्रों में मतदाताओं के नाम कटने से उनमें आक्रोश है. लोग मतदान किये बगैर अपने घरों को वापस लौट गए. जिले के मियांपुर बूथ पर तैनात किये गये पीठासीन अधिकारी की तबियत अचानक ख़्ाराब होने से उनके स्थान पर दूसरे पीठासीन अधिकारी को तैनात किया गया है.
एटा से मिली रिपोर्ट के अनुसार निकाय चुनाव में किसी भी बीएलओ को नई मतदाता सूची नहीं दी गई. पुरानी मतदाता सूची से काम चला रहे हैं. मतदाता वोट डालने के लिये घंटों मतदान केंद्रों पर भटक रहे हैं. पुरानी मतदाता सूची में नाम नहीं मिलने से लोगों में आक्रोश है.
बाराबंकी से मिली रिपोर्ट के अनुसार बाराबंकी नगर परिषद वार्ड नंबर 26 में 200 मीटर के अंदर पर्ची बांट रहे एजेंटों को हटाने के लिए पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज किया जिससे भगदड़ मच गई. सपा समर्थित लोगों ने आरोप लगाया है कि
भाजपा के प्रत्याशी को जिताने और लोगों में दहशत फैलाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया है.
फिरोजाबाद में वार्ड संख्या 53 में ईवीएम में खराबी के कारण मतदान दो घंटे तक बाधित रहा. इस बूथ में साढ़े नौ बजे से मतदान शुरू हो पाया. वार्ड संख्या 31 में वोटर लिस्ट से एक हजार लोगों का नाम गायब होने से अपरा तफरी मच गयी.
टूण्डला और जौनपुर में फर्जी मतदान करने के आरोप में पुलिस ने एक-एक युवक को गिरफ्तार किया है.
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