यूपी निकाय चुनाव: वर्ष 2012 की तुलना में करीब आठ प्रतिशत वोटिंग अधिक

Last Updated 26 Nov 2017 09:48:53 AM IST

उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव के दूसरे चरण में 25 जिलों में करीब 52 फीसदी मतदान हुआ जो वर्ष 2012 की तुलना में करीब आठ प्रतिशत अधिक है.


मोहसिन रजा ने किया वोट

जिला निर्वाचन कार्यालय आयुक्त एस के अग्रवाल ने बताया कि दूसरे चरण में एक करोड़ 29 लाख मतदाताओं में से औसतन 52 फीसद ने वोट डाले. लखनऊ में करीब 34.2 फीसदी, फरूखाबाद में 68.88 फीसदी, बलिया में 60.26 फीसदी, अलीगढ़ में 47, मैनपुरी में 60 प्रतिशत और वाराणसी में 44 प्रतिशत लोगों ने वोट डाले.

उन्होने कहा कि नगर निकाय में वर्ष 2012 में हुये मतदान की तुलना में इस बार करीब आठ फीसदी की बढोत्तरी दर्ज की गयी. वर्ष 2012 में मतदान का प्रतिशत 43.67 था.
महानगरों में अपेक्षाकृत मतदान के प्रति लोगों ने कम रूचि दिखायी हालांकि अन्य क्षेत्रो में लोगों ने मतदान में बढचढ कर हिस्सा लिया. इलाहाबाद में पिछली बार 27.2 लोगों ने वोट डाले थे जो इस बार बढकर 30 से 32 प्रतिशत हो गया. लखनऊ में हालांकि विशेष परिवर्तन नही दिखायी पडा.
     
प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्वाचन क्षेा वाराणसी में वीरभद्र निषाद का नाम मतदाताओं की सूची से गायब था. निषाद वर्ष 2014 में हुये लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम के प्रस्तावकों में एक थे.
        
गाजियाबाद की एक रिपोर्ट ने कहा है कि पूर्व चुनाव आयुक्त जी वी जी कृष्णमूर्ति का नाम भी गाजियाबाद में मतदाताओं की सूची से गायब है.

इस चरण में कुल 1.29 करोड़ वोटर 24 हजार 622 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे. यूपी के मंत्री मोहसिन रजा ने वोट किया.

लखनऊ में मतदान सुबह-सुबह टहलने गये लोगों के मतदान केंद्रों पर पहुंचने से शुरू हुआ. 1.29 करोड़ मतदाताओं में से लगभग 25 प्रतिशत लोगो ने 13,777 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया. पहले चरण में निरस्त हुये बदायूं के एक पोलिंग बूथ (72) में आज दोबारा मतदान हुआ.
    
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने लखनऊ में वोट डाला. हैरानी की बात है कि बहुजन समाज पार्टी(बसपा) की प्रमुख मायावती मतदान से दूरी बनाये हुई हैं.


सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) निकाय चुनाव में बहुमत हासिल करेगी. उन्होंने 26/11 को मुंबई हमले की सालगिरह समेत किसी अन्य मुद्दों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. बाद में गृह मंत्री नई दिल्ली के लिए रवाना हो गये.
    
इस बीच प्रदेश में हो रहे नगर निकाय चुनाव के दूसरे चरण में राजधानी लखनऊ में कई वीआईपी लोगों ने मतदान किया. लखनऊ के गोमतीनगर स्थित केन्द्रीय विद्यालय में राज्य निर्वाचन आयुक्त एस के अग्रवाल ने सबसे पहले अपना वोट डाला. केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने मतदान किया जबकि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने इलाहाबाद में मतदान किया.
    
कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक तथा राज्यमंत्री आशुतोष टंडन‘गोपाल जी’ने लखनऊ में मतदान किया. निकाय चुनावों में आज लखनऊ में कई सियासी हस्तियों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. मुख्य निर्वाचन आयुक्त सतीश चंद्र अग्रवाल भी लखनऊ में मतदाता हैं. लखनऊ संसदीय सीट से सांसद और केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह अपनी पत्नी सावित्रि सिंह के साथ सुबह नौ बजकर 25 मिनट पर मतदान करने पहुंचे थे. उन्होंने विक्रमादित्य वार्ड के म्यूनिसिपल नर्सरी स्कूल में मतदान किया. उनके बाद उनके पुा एवं विधायक पंकज सिंह ने भी मतदान किया.
 
उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने ऐशबाग वार्ड के जल संस्थान ऐशबाग में मतदान किया. डॉ. शर्मा के साथ उनकी पत्नी ने भी मतदान किया. कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन‘गोपाल जी’ ने चौक बाजार वार्ड के नगर पालिका स्कूल सोंधी टोला में मतदान किया. कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक ने विवेकानंद पुरी के माउंट फोर्ट स्कूल महानगर में मतदान किया. उनके साथ उनकी पत्नी नम्रता पाठक भी थीं.
    
राज्यमंत्री (स्वतां प्रभार) महेंद्र सिंह ने गुरु नानक वार्ड के इंडियन पब्लिक स्कूल आलमबाग में मतदान किया जबकि राज्यमंत्री स्वाति सिंह ने विद्यावती वार्ड के सेंट्रल अकादमी आशियाना में वोट डाला. यहां पर ईवीएम में खराबी के कारण मतदान काफी देर तक बाधित रहा. तब तक स्वाति सिंह लाइन में खड़ी रहीं. राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने अपनी मां के साथ हुसैनाबाद वार्ड के पिश्रर गैलरी में मतदान किया. विधायक सुरेश श्रीवास्तव ने शीतला देवी वार्ड के योगानंद पब्लिक स्कूल में मतदान किया.

विधायक नीरज बोरा ने आयोध्या दास वार्ड के टाईगर्स एजुकेशन अकादमी त्रिवेणी नगर में अपना मत डाला. इनके साथ ही कांग्रेस से महापौर की उम्मीदवार प्रेमा अवस्थी ने भी अपना वोट डाला.
    
भारतीय जनता पार्टी की महापौर प्रत्याशी संयुक्ता भाटिया ने आलमबाग में अपना वोट डाला. अखिलेश यादव सरकार में मंत्री रहे अभिषेक मिश्रा ने भी अपनी पत्नी के साथ गोमती नगर के संस्कृत संस्थान में जाकर मतदान किया.
    
मतदान के बाद राज्य निर्वाचन आयुक्त एस के अग्रवाल ने लोगों से मतदान की अपील की.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह के संसदीय क्षेत्रों में मतदान होने की वजह से दूसरा चरण सत्तारूढ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. इसी तरह मुलायम सिंह यादव के पैतृक शहर इटावा में मतदान होने की वजह से सपा के लिये भी यह चरण काफी मायने रखता है. 
    
नगर निगमों के चुनाव में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का प्रयोग किया जा रहा है. नगर पालिका परिषद और नगर पंचायत का चुनाव मतपाों के जरिये किया जा रहा है. अधिकांश मतदान केन्द्रों पर सुबह से ही मतदाताओं की कतार लगनी शुरु हो गयी थी. हांलाकि कुछ मतदान केन्द्रों पर अपेक्षाकृत भीड़ कम दिखायी पड़ी. दो मतदेय स्थलों में ईवीएम में गड़बड़ी आई थी लेकिन समय रहते उसे ठीक कर लिया गया. मतदान में कोई बाधा नहीं आयी. शाम पांच बजे तक वोट डाले जायेंगे. 

निकाय चुनाव के इस चरण में 25 जिलों के छह नगर निगमों, 51 नगर पालिकाओं और 132 नगर पंचायतों में मतदान हो रहा है. इसमें कुल मिलाकर 189 निकायों के 3601 वाडरें में 13777 मतदेय स्थल हैं. 
              
इस चरण में लगभग एक करोड 29 हजार मतदाता हैं. इसमें छह महापौर पद के लिए 42 महिलाओं समेत 83 उम्मीदवारों के भाज्ञ का फैसला होना है.  51 नगर पालिकाओं के अध्यक्ष पद के लिए 638 उमीदवार मैदान में हैं.    


      
दूसरे चरण में मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, अमरोहा, रामपुर, पीलीभीत, शाहजहांपुर, अलीगढ़, मथुरा, मैनपुरी, फरूखाबाद, इटावा, ललितपुर, बांदा, इलाहाबाद, लखनऊ, सुल्तानपुर, अम्बेडकर नगर, बहराइच, श्रावस्ती, संतकबीरनगर, देवरिया, बलिया, वाराणसी और भदोही में मतदान हो रहा है.    
      
इसी चरण में समाजवादी पार्टी (सपा) संस्थापक मुलायम सिंह यादव और उनके पुा तथा पूर्व मुख्यमंी अखिलेश यादव के पैतृक जिले इटावा में भी मतदान है, इसलिये यह चरण सपा के लिये भी महत्वपूर्ण है. केंद्रीय मंी वी के सिंह के संसदीय क्षेा गाजियाबाद के साथ साथ संगम शहर इलाहाबाद में महापौर पद का चुनाव भी इसी चरण में शामिल हैं.

राज्य चुनाव आयुक्त एस के अग्रवाल ने बताया कि सुरक्षा के मद्देनजर कई बूथों की निगरानी सीसीटीवी कैमरे से की जा रही है. सभी चुनाव क्षेाों में सुरक्षा के लिये चाक चौबंद व्यवस्था की गयी है. दस प्रतिशत मतदान केन्द्रों की वीडियो रिकॉर्डिंग की जायेगी. प्रशासन ने शराब की दुकानों को बंद करने के आदेश दिये हैं. जिन जिलों में चुनाव होना है उनकी सीमाओं को सील किया गया है.    
          
कानून व्यवस्था को चाकचौबंद रखने की जिम्मेदारी 80 हजार सुरक्षाकर्मियों पर है, जिनमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 40 कंपनियां भी शामिल हैं.    
   
यह निकाय चुनाव भाजपा के लिए कितना महत्वपूर्ण है, इस बात को इसी से समझा जा सकता है कि चुनाव के दौरान प्रचार की कमान खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने हाथों में ले रखी है और वह चुनावी रैलियों को लगातार सम्बोधित कर रहे हैं. इसलिये राजनीतिक प्रेक्षक इस चुनाव को योगी की अग्निपरीक्षा के रुप में देख रहे हैं.
       
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडे के साथ साथ सभी वरिष्ठ भाजपा नेता प्रचार अभियान में पूरी सक्रियता के साथ शामिल हैं.

समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने निकाय चुनाव में प्रचार की बागडोर पार्टी में दूसरी कतार के नेताओं को दे रखी है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और राजबब्बर ने राज्य के कुछ ही हिस्सों में चुनावी जनसभाओं को सम्बोधित किया है.   
     
तीन चरणों की चुनाव प्रक्रिया में अन्तिम चरण का मतदान 29 नवम्बर को होगा.  एक दिसम्बर को मतों की गिनती की जायेगी और उसी रोज सभी परिणाम आने की संभावना है.
     
इससे पहले निकाय चुनाव के प्रथम चरण में पांच महापौर सीटों के साथ 24 जिलों में बुधवार को हुए मतदान में  52़ 68 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था.    
     
वाराणसी नगर निगम के चेतगंज वार्ड से कांग्रेस प्रत्याशी अनिल कुमार श्रीवास्तव की मृत्यु के कारण वहां मतदान नहीं हो रहा है. उस क्षेा में बाद में मतदान कराया जायेगा. मतदान केन्द्रो के आसपास पान मसाला आदि के खाने पर सख्ती से पाबन्दी लगायी गयी है.
 

 

वार्ता


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