यूपी नगरीय निकाय चुनाव : हजारों नाम मतदाता सूची से गायब, हुआ हंगामा

Last Updated 23 Nov 2017 05:18:46 AM IST

नगर निकाय चुनाव में इस बार बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम सूची से गायब रहे. इनमें भी उनकी संख्या अधिक है जिनके नाम पिछले निकाय चुनाव की सूची में दर्ज थे.


मेरठ : नगर निकाय चुनाव के लिए वोट डालने के लिए कतार में लगी मुस्लिम महिलाएं.

मतदान से वंचित रहने पर ऐसे मतदाताओं का गुस्सा सातवें आसमान पर रहा. हद तो ये हुई कि राज्यसभा सांसद व विधान परिषद के पूर्व सभापति सुखराम सिंह यादव तक का नाम सूची से इस बार गायब था.वह मतदान केंद्र से बगैर वोट डाले लौट गए.

कहीं कहीं तो पूरे अहाते या पूरी कॉलोनी के नाम ही मतदाता सूची से गायब होने से सैकड़ों मतदाता मतदान से वंचित रहे. आक्रोशित मतदाताओं ने मतदान केंद्रों पर जमकर हंगामा किया. पुलिस ने पहले तो समझाया लेकिन हंगामा बंद न करने पर ऐसे लोगों को बलपूर्वक खदेड़ा.  इसके बाद ही मतदान की प्रक्रिया जारी हो सकी. सूची में गड़बड़ी के कारण कई बूथों व केंद्रों पर मतदान भी प्रभावित रहा. नगर निकाय चुनाव में इस बार अधिकांश वॉर्डों की मतदाता सूची में खामियां ही खामियां रहीं. मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से गायब रहने के कारण बड़ी संख्या में लोग केंद्रों पर इधर से उधर भटकते रहे.

मतदान कर्मियों द्वारा जब उन्हें सही जवाब नहीं मिला तब मतदान से वंचित मतदाताओं ने मतदान केंद्रों पर जमकर हंगामा किया. इस कारण मतदान प्रक्रिया भी दर्जनों स्थानों पर प्रभावित रही. तमाम वार्डों  में ऐसे लोगों तक के नाम मतदाता सूची से गायब मिले, जो सामाजिक रूप से क्षेत्र में खासी पहचान रखते हैं. हद तो यह है कि विधानपरिषद के पूर्व सभापित व राज्यसभा सांसद सुखराम सिंह यादव का नाम भी मतदाता सूची से गायब मिला. श्री यादव ने बताया कि वह पिछले 20 वर्षो से रह एचआईजी रतनलाल नगर में निवास कर रहे हैं.


 

पिछले चुनावों में वार्ड-3 रतनलाल नगर के पते से वोट भी डाल चुके हैं लेकिन इस बार उनका नाम सूची में नहीं मिला. पोलिंग सेंटर पर वोट डालने पहुंचे तो सूची से नाम ही गायब मिला. वहां मौजूद बीएलओ ने बताया कि सूची में नाम नहीं है. बीएलओ ने गंभीरता दिखाने के बजाय जवाब दिया कि सांसद का प्रभाव दिल्ली में होता है. यह निकाय चुनाव है. बहरहाल, बीएलओ के जवाब से सांसद सुखराम सिंह यादव क्रोधित होकर मतदान केंद्र से बिना वोट डाले लौट गए. उन्होंने यह जरूर कहा कि अनपढ़ कर्मचारियों की डय़ूटी लगाना ही गलत है. 

इसी प्रकार वार्ड-5 जवाहर नगर में गृह संख्या 107/117 में शुभम पांडेय का वोट मतदाता सूची से गायब था. फिर भी वह अपने समर्थक  के पोलिंग ऐजेंट बने थे. शुभम के घर के पांचों मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से गायब थे. ऐसे ही द्वारिकापुरी निवासी सुमन व उनके पुत्र विशाल गुप्ता के नाम मतदाता सूची में नहीं थे. वहीं  107/3 सीसामऊ निवासी रिन्की सोनकर समेत उसके घर के 8 मतदाताओं के सूची से नाम गायब थे. इसी क्षेत्र के एक अन्य मकान में रहने वाली पिन्की सोनकर का भी नाम भी मतदाता सूची में नहीं था.

वार्ड-59 गांधी नगर निवासी जगमोहन का नाम मतदाता सूची में जय मोहन नाम छप कर आया. इससे वह मतदान से वंचित रह गये. आनन्द बाग 105/503 निवासी सुशील कुमार व विजय कुमार समेत पांच लोगों के नाम गायब रहे. गांधी नगर स्थित जीवन लाल हाता 106/262 के सभी लोगों के नाम गायब थे. हाते में करीब एक सैकड़ा लोग रहते हैं. वार्ड 78 सिविल लाइंस में भी दर्जनों मतदाताओं के नाम सूची से गायब रहने के कारण मतदाताओं में आक्रोश व्याप्त रहा. ऐसे मतदाताओं ने मतदान केंद्रो पर जमकर हंगामा किया.

वार्ड-10 बेनाझाबर स्थित 112/92 व 112/93 नम्बर के मकानों में रहने वाले दर्जनों मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से गायब रहे.  इसी क्रम में पुराना कानपुर वार्ड-13, आजाद नगर क्षेत्र के वार्ड-43 के चक नम्बर 4/120 के मकान निवासियों के नाम मतदाता सूची से गायब रहे. इसी क्रम में वार्ड 44, 40 व 41 नम्बर में भी दर्जनों मतदाताओं के नाम मतदाता सूची ने गायब रहे. कमोवेश यही हालत वार्ड-16 जूही, बंसती नगर, परमपुरवा, वार्ड-66 यशोदानगर आर्यावृत इंटर कॉलेज, वार्ड-95 यशोदानगर के प्रैग्मा पब्लिक स्कूल पर भी मतदाताओं के नाम सूची में गायब रहने के कारण लोगों को इधर से उधर भटकना पड़ा.

इसी प्रकार बर्रा वार्ड के सेंट लारेंस कान्वेंट स्कूल, गुजैनी वार्ड, नवाबगंज, चकेरी, मछरिया, रावतपुर, काकादेव, स्वरूप नगर, कर्नलगंज, अनवरगंज, ग्वालटोली, सिविल लाइन्स में जीएनके, शास्त्री नगर, विजय नगर, चटाई मोहाल वार्ड तथा मनीराम बगिया स्थित बम्बईया हाता में भी दर्जनों मतदाताओं ने नाम सूची से गायब मिले तथा वार्ड 17 नारामऊ स्थित सरस्वती इंटर कालेज एवं इंद्रा नगर वॉर्ड के एक बूथ पर एलआईजी-1 से लेकर एलआईजी 1/3 में रहने वाले करीब 6 सौ मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से गायब रहने के कारण उनको भटकना पड़ा. बीएलओ से शिकायत की गयी. परंतु उन्होंने भी हाथ खड़े कर दिये. आखिरकार आक्रोशित मतदाताओं ने मतदान केंद्रो पर जमकर हंगामा कि या. मतदान केंद्रो पर हंगामा होने की सूचना पाते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने लाठी पटककर भीड़ को हटाया.

आनंद मिश्र
सहारा न्यूज ब्यूरो


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