अयोध्या लौटी अतीत में, त्रेता युग की याद हुई ताजा

Last Updated 18 Oct 2017 09:55:36 AM IST

मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या त्रेता युग का अहसास दिलाने के लिये गाजे-बाजे के साथ और जय श्रीराम नारो के बीच साकेत महाविद्यालय से निकली ज्ञारह झांकियों का रामकथा पार्क में राज्यपाल राम नाईक तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वागत किया.


दीपोत्सव से सजी अयोध्या का विहंगम दृश्य

राज्यपाल राम नाईक तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में वैदिक मत्रोच्चारण के बीच भगवान श्रीराम का रामकथा पार्क में राज्याभिषेक किया. इस शोभा यात्रा में भगवान श्रीराम के जन्म से लेकर राज्याभिषेक तक की ज्ञारह झांकियां निकाली गयी. बड़ी खूबसूरती के साथ ज्ञारह झांकियों को रथों पर सजाया गया था.
        
इसमें भगवान राम, लक्ष्मण, सीता सहित उनसे सम्बन्धित विग्रहों को सजाया गया था. राम लक्ष्मण और सीताजी के रुप में सजाये गये बालकों की छटा अनूठी लग रही थी. लग रहा था त्रेता युग की तरह वास्तव में भगवान श्रीराम की वन से वापसी हो रही है. शोभा यात्रा में सबसे आगे बैण्ड-बाजा और उसके पीछे संत-धर्माचार्य के साथ-साथ झांकियां चल रही थीं. शोभा यात्रा प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर से होते हुए रामकथा पार्क पहुंची. जगह-जगह श्रद्धालुओं ने झांकियों पर फूल वर्षा की.
        
प्रशासन ने सुरक्षा के पोख्ता इंतजाम किया है. रामकथा पार्क में भगवान राम की झांकी पहुँचने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल रामनाईक राज्याभिषेक करेंगे जो यह अयोध्या के इतिहास में पहली बार होगा क्योंकि लंका विजय कर अयोध्या वापस लौटे प्रभु श्रीराम की अगवानी का यह अछ्वुत दृश्य सम्पन्न हो रहा है.
        
इस शोभा यात्रा में रामदरबार के साथ रामायण के विविध प्रसंगों की झाँकियां सजायी गयी थीं. श्रीलंका से पुष्पक विमान से श्रीराम की वापसी हुई थी. उसी की तरह हवाई पट्टी फैजाबाद से भगवान राम, सीता व अनुज लक्ष्मण के स्वरूपों के साथ रामकथा पार्क में हेलीकाप्टर से लाया गया. हेलीकाप्टर को पुष्पक विमान का स्वरुप दिया गया था. हवाई पट्टी पर ही श्रीराम अपने छोटे भाई भरत से मिले. हवाई पट्टी को नंदीग्राम (भरतकुंड) माना गया. मान्यताओं के अनुसार अयोध्या के दक्षिणी छोर पर स्थित भरतकुंड पर ही राम भरत मिलाप हुआ था.  

भगवान राम का राजतिलक महंतों के साथ मुख्यमंत्री ने भी किया.



 

समारोह को राज्यपाल रामनाईक कार्यक्रम को सम्बोधित करेंगे. शाम को नये घाट पर सरयू की आरती तथा दीप प्रज्ज्वलित किया जाएगा और फिर रामकथा पार्क व रामलीलाओं का मंचन किया जाएगा.

मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम का निषादराज से संवाद, शबरी के बेर और जटायु-रावण युद्ध समेत तमाम पौराणिक घटनाओं के आकर्षक चित्रण के साथ ही पौने दो लाख दीपक जलते ही आज अयोध्या में एक बार फिर त्रेतायुग की याद ताजा हो जाएगी.

मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के जीवन से जुड़ी ऐतिहासिक घटनायें त्रेता युग में हुई थीं.



मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर अयोध्या में उन घटनाओं का एक बार फिर सजीव चित्रण किया जा रहा है. पौराणिक ग्रन्थों के अनुसार भगवान श्रीराम पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ पुष्पक विमान से लंका से अयोध्या आये थे. कुछ इसी तरह का आयोजन किया जा रहा है.

भगवान राम के डोले पर हेलीकाप्टर के जरिये पुष्प वर्षा किये जाने की योजना बनायी गयी है. सुरक्षा कारणों से इसमें परिवर्तन भी किया जा सकता है.

सहारा न्यूज ब्यूरो


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